USA में राहुल गांधी का दिखा नया अवतार, कैसे अकेले ही BJP-RSS पर पड़े भारी? वरिष्ठ पत्रकार ने ये सब बताया

शुभम गुप्ता

14 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 14 2024 7:33 PM)

Saptahik Sabha: राहुल गांधी बीते दिनों अमेरिका के दौरे पर थे, जहां उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर वहां अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त. उनमें से कुछ बयानों को लेकर बीजेपी ने उनपर हमला बोला. इसको लेकर वरिष्ठ पत्रकार ने इसपर चर्चा की है.

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Saptahik Sabha: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में अमेरिका का दौरा किया. वहां पर उनके द्वारा दिए गए बयानों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उन्हें निशाने पर लिया है. बीजेपी का आरोप है कि राहुल ने विदेशी धरती पर भारत की छवि को नुकसान पहुंचाया है. न्यूज तक के खास शो 'साप्ताहिक सभा' में इंडिया टुडे के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर ने वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष से इस विवाद पर चर्चा की. आइए समझते हैं राहुल गांधी के बयानों और उस पर उठी प्रतिक्रियाओं के पीछे की असली कहानी क्या है.

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राहुल गांधी के विदेश में बयानों पर BJP की प्रतिक्रिया

BJP की प्रतिक्रिया पर बात करते हुए, आशुतोष ने कहा कि राहुल गांधी जब भी विदेश यात्रा पर जाते हैं, खासकर अमेरिका और लंदन जैसे देशों में तो BJP उन पर देश विरोधी बयान देने का आरोप लगाती है. पार्टी का कहना है कि राहुल विदेश की धरती पर भारत की छवि खराब करने की कोशिश करते हैं. यह एजेंडा BJP द्वारा राहुल और कांग्रेस की छवि खराब करने का एक हिस्सा है. हालांकि, राहुल के बयानों को सिर्फ इसी नजरिए से देखना सही नहीं होगा. राहुल गांधी का RSS पर वैचारिक हमला, उनकी यात्रा का मुख्य पहलू है.

RSS पर राहुल गांधी का हमला

राहुल गांधी का RSS और उसकी विचारधारा पर हमला नया नहीं है. आशुतोष ने जवाहरलाल नेहरू का जिक्र करते हुए कहा कि नेहरू ने भी हमेशा Majority Communalism को Minority Communalism से ज्यादा नुकसान देह बताया था. राहुल उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं. उनका RSS और BJP पर हमला केवल भारत में बल्कि विदेश में भी चर्चा का विषय बनती हैं. जब राहुल विदेश में होते हैं तो उनसे RSS और नरेंद्र मोदी को लेकर सवाल उठाए जाते हैं.

सिखों पर बयान और विवाद

राहुल गांधी ने सिख धर्म को लेकर सवाल उठाया था, जिसपर BJP ने तीखी प्रतिक्रिया दी. अमित शाह ने राहुल के बयान को खालिस्तानी सोच से प्रेरित बताया, लेकिन आशुतोष ने इसे BJP द्वारा मुद्दे को गलत ढंग से प्रस्तुत करने की कोशिश बताया. राहुल का उद्देश्य अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानों और सिखों की धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकारों की बात उठाना था. हाल के कुछ सालों में सिख समुदाय के खिलाफ उठे मुद्दों को देखते हुए, राहुल के बयान में कुछ भी गलती नहीं थी.

आरक्षण पर राहुल गांधी का रुख

आरक्षण के मुद्दे पर भी राहुल गांधी के बयानों को लेकर मजकर विरोध देखा गया. BJP ने आरोप लगाया कि राहुल आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं, जबकि राहुल ने साफ किया कि वह 50% की सीमा को हटाकर ज्यादा आरक्षण देने की बात कर रहे हैं. आशुतोष ने बताया कि BJP और RSS के विचार हमेशा आरक्षण और संविधान के प्रति सवालों के घेरे में रहे हैं. राहुल के बयान को संदर्भ से हटाकर पेश किया गया, लेकिन यह राजनीतिक एजेंडा BJP के खिलाफ ही जा सकता है.

राहुल गांधी का नया अवतार

राहुल गांधी ने खुद माना कि वे अब अपने कामों को पब्लिकली बताने लगे हैं. पहले उनका मानना था कि उनके द्वारा काम अपने आप जनता तक पहुंच जाएंगे, लेकिन अब उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए से अपने सभी कामों को शेयर करना शुरू कर दिया है. राहुल का ये बदलाव दर्शाता है कि वह अब अपनी रणनीति में बदलाव कर चुके हैं. अब वह सीधे जनता से बात करने लगे हैं और उन्होंने इसमें नई महारत हासिल कर ली है.

आखिरी में आशुतोष ने कहा कि राहुल गांधी अब एक प्रभावशाली नेता बनकर उभर रहे हैं. BJP की पुरानी रणनीति थी कि वे राहुल को 'पप्पू', देशद्रोही और मुस्लिम समर्थक बताते थे जो अब काम नहीं करेगी. राहुल गांधी ने अपनी नई रणनीति के जरिए जनता से सीधा जुड़ने का तरीका अपना लिया है, जो BJP के लिए भविष्य में चुनौती साबित हो सकता है.
 

यहां आप पूरी बातचीत देख और सुन सकते हैं.

 

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