बिहार में अब तक का सबसे बड़ा डिजिटल अरेस्ट, धमका कर रिटायर महिला प्रोफेसर से ठग लिए करोड़ों रुपए
Bihar Digital Arrest: साइबर थाना के प्रभारी एवं डीएसपी धेवेद्र मणि त्रिपाठी ने बताया की डिजिटल अरेस्ट में रखकर महिला प्रोफेसर को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. जांच के नाम पर उनके बैंक खातों से पैसे निकाल लिए गए. साइबर ठगों ने 5 अलग-अलग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाएं.
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Digital Arrest: साइबर अपराधियों ने एक बार फिर से अपने काले कारनामे से सबके हैरान कर दिया है. इस बार मामला हजार और लाख का नहीं करोड़ों का है. एक दो करोड़ नहीं पूरे 3 करोड़ 6 लाख रुपये. माना जा रहा की ये बिहार का अब तक का सबसे बड़ा डिजिटल हाउस अरेस्ट है. डिजिटल अरेस्ट का शिकार बनने वाली माहिला पटना विश्वविद्यालय की रिटायर प्रोफेसर हैं. 71 साल की ज्योति वर्मा के साथ साइबर क्रिमिनल ने 3 करोड़ 6 लाख रुपये की ठगी कर ली है . ये ठगी डिजिटल हाउस अरेस्ट के जरिए की गई है. इसमें शातिर ठगों ने CBI अधिकारी बनकर महिला प्रोफेसर को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी और करोड़ों ठग लिए.
साइबर ठग ने कॉल कर क्या कहा?
पांच नवंबर को महिला प्रोफेसर को एक कॉल आया. कॉल में कहा गया की उनका केनरा बैंक (Canara Bank) हैदराबाद में कोई अकाउंट है, जो मनी लॉन्ड्रिंग मामले से लिंक है. साइबर ठगों ने सुप्रीम कोर्ट और सीबीआई हवाला देते हुए कहा की प्रोफाइल जांच हो रही है. उन्होंने महिला से आगे कहा की अगर आपके पास ब्लैक मनी नहीं है तो आपको कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है. जांच के बाद सारे पैसे लौटा दिए जाएंगे. महिला प्रोफेसर साइबर ठगों की बात में आ गई और RTGS के जरिए पैसा ट्रांसफर करती रही. पुलिस का कहना है की जिस खाते में पैसे मंगवाए गए है वो सारे खाते Current Account हैं.
पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट को लेकर दी बड़ी जानकारी
साइबर थाना के प्रभारी एवं डीएसपी धेवेद्र मणि त्रिपाठी ने बताया की डिजिटल अरेस्ट में रखकर महिला प्रोफेसर को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. जांच के नाम पर उनके बैंक खातों से पैसे निकाल लिए गए. साइबर ठगों ने 5 अलग-अलग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाएं. सभी अकाउंट अलग अलग राज्य के हैं. इससे ये पता चलता है की इस ठगी में पूरा गिरोह शामिल है .
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पटना में अकेली रहती थी महिला प्रोफेसर
महिला प्रोफेसर पटना में अकेली रहती हैं, जबकि उनके बेटे और उनका परिवार दिल्ली में रहता है. पुलिस का कहना है कि साइबर ठगों को ये जानकारी हुई कि महिला अकेली तो उन्होंने मौके का फायदा उठाया. जब महिला प्रोफेसर को ठगी का अहसास हुआ तब वो डरते हुए साइबर थाने पहुंचीं और मामला दर्ज कराया. मुकदमा दर्ज कराने के बाद वो दिल्ली अपने बच्चों के पास चली गईं हैं . फिलहाल पुलिस जांच में लगी है.. साइबर थाना इस पुरे मामले की जांच कर रही है. अधिकारियों ने बताया की बहुत जल्द पूरे मामले का खुलासा किया जायेगा.
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