बिहार सचिवालय में समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दी गई सख्त चेतावनी – रिपोर्ट में लाएं पारदर्शिता!
बिहार के पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में सचिव मनोज कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि निरीक्षण के बाद रिपोर्ट के साथ जरूरी सुझाव अवश्य दें.
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पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, बिहार, पटना में सचिव श्री मनोज कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक संपन्न हुई. इस बैठक में विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और लंबित कार्यों की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की गई.
बैठक के दौरान सचिव मनोज कुमार ने मुख्य रूप से निम्नलिखित महत्वपूर्ण विषयों पर गहन समीक्षा की:
नवनिर्मित विद्यालयों का निरीक्षण एवं हस्तांतरण: सचिव ने निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके विद्यालयों के त्वरित हस्तांतरण को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया ताकि नए शैक्षणिक सत्र का संचालन नवनिर्मित भवनों में सुचारु रूप से हो सके. संबंधित अधिकारी ने बताया कि अब तक 8 नवनिर्मित विद्यालयों को स्थानांतरित कर दिया गया है. सचिव ने इन विद्यालयों में अविलंब कंप्यूटर लैब, विज्ञान प्रयोगशाला और लाइब्रेरी स्थापित करने तथा जीविका द्वारा दी जाने वाली सेवाओं के लिए राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
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विद्यालयों में नामांकन की स्थिति एवं शिक्षकों की उपलब्धता: विद्यालयों में नामांकन की समीक्षा करते हुए सचिव ने निर्देश दिया कि 22 अप्रैल के बाद रिक्त सीटों को प्रतीक्षा सूची से भरा जाए. उन्होंने यह भी कहा कि जिन जिलों में विभागीय भवन बन चुके हैं, वहां पूरी क्षमता से नामांकन सुनिश्चित किया जाए. सचिव ने विभाग द्वारा निर्मित भवनों में संचालित विद्यालयों में कक्षा 6 से 12वीं तक सुचारु शिक्षण के लिए पर्याप्त शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया.
सिविल सेवा प्रोत्साहन राशि का भुगतान: सचिव ने सिविल सेवा प्रोत्साहन राशि के भुगतान की वर्तमान स्थिति की जानकारी प्राप्त की. उन्होंने सुझाव दिया कि धोखाधड़ी से बचने के लिए राशि का भुगतान करने से पहले भौतिक सत्यापन किया जा सकता है.
नवनिर्मित छात्रावासों की स्थिति एवं मेस संचालन: नवनिर्मित छात्रावासों की वर्तमान स्थिति और उनमें मेस संचालन की व्यवस्था पर भी चर्चा की गई.
अन्य पिछड़ा वर्ग बालक आवासीय +2 विद्यालय एवं बालिका छात्रावास का संचालन/निर्माण: सभी प्रमंडलों में अन्य पिछड़ा वर्ग बालक आवासीय +2 विद्यालयों के संचालन और प्रमंडल स्तर पर 100 आसन वाले बालिका छात्रावासों के निर्माण की प्रगति की समीक्षा की गई.
वर्किंग वुमेन हॉस्टल का निर्माण: प्रमंडल स्तर पर वर्किंग वुमेन हॉस्टल के निर्माण कार्य की प्रगति पर भी चर्चा हुई.
विद्यालयों के प्राचार्यों का प्रशिक्षण: सचिव ने विद्यालयों के प्राचार्यों के प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया.
अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालयों में पदों का सृजन: अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालयों में प्रयोगशाला सहायकों और नर्सों जैसे आवश्यक पदों के सृजन की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए गए.
बजट: विभागीय बजट की समीक्षा की गई.
सचिव ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि वे विद्यालय निर्माण कार्यों की स्थिति का निरीक्षण करते समय निरीक्षण रिपोर्ट के साथ-साथ आवश्यक सुझाव भी प्रस्तुत करें. उन्होंने नए निर्मित विद्यालय भवनों और जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावासों में बिजली और पानी जैसी आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया. माननीय मंत्री जी से प्राप्त पत्रों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए भी सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया.
बैठक में यह भी बताया गया कि अनुमंडल पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण पदाधिकारियों द्वारा प्रवेशिकोत्तर छात्रवृति योजना की प्रभावी निगरानी के लिए लैपटॉप क्रय की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और इसके लिए निविदा जारी हो चुकी है. इसके अतिरिक्त, यह जानकारी दी गई कि पांच अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालयों में बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा बेल्ट्रोन की सहायता से KYP केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं, और सचिव ने इन केंद्रों को निर्धारित समय सीमा के भीतर शुरू करने का निर्देश दिया. सचिव कार्यालय वेशम में आयोजित इस समीक्षात्मक बैठक में विभाग के अपर सचिव, उप सचिव एवं अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे.