वन नेशन-वन इलेक्शन को कमलनाथ ने बताया PM मोदी का नया खिलौना, जानें क्यों बोली पूर्व सीएम ने ऐसी बात
Kamal Nath: मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने वन नेशन-वन इलेक्शन को पीएम नरेंद्र मोदी का नया खिलौना बताया है. कमलनाथ अपने गृह जिले छिंदवाड़ा में लंबे समय बाद आए थे तो पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने यह बात कही.
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न्यूज़ हाइलाइट्स
कमलनाथ ने वन नेशन-वन इलेक्शन को अव्यवहारिक बताते हुए खारिज किया.
कमलनाथ ने इसे पीएम नरेंद्र मोदी की जनता को बुनियादी मुद्दो से भटकाने की योजना बताया.
Kamal Nath: मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने वन नेशन-वन इलेक्शन को पीएम नरेंद्र मोदी का नया खिलौना बताया है. कमलनाथ अपने गृह जिले छिंदवाड़ा में लंबे समय बाद आए थे तो पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने यह बात कही. कमलनाथ ने कहा कि वन नेशन-वन इलेक्शन अव्यवहारिक है. इसे भारतीय परिवेश में पूरे देश पर एक साथ लागू कर पाना संभव नहीं है.
कमलनाथ जब इस बात को बोल रहे थे तो उनके बेटे पूर्व सांसद नकुलनाथ भी उनके साथ थे. वे भी अपने पिता की बात से सहमत होते हुए बोले कि वन नेशन-वन इलेक्शन को लागू नहीं किया जा सकता है. कमलनाथ आगे कहते हैं कि मोदी सरकार जेडीयू और टीडीपी के समर्थन से सरकार चला रही है. मान लीजिए कोई एक पार्टी भी इनसे हाथ खींच ले तो क्या होगा.
कमलनाथ कहते हैं कि यदि मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आज संसद में आ जाए तो मोदी सरकार क्या करेगी. क्या वह वन नेशन-वन इलेक्शन को लागू कराएगी या अपनी सरकार बचाएगी. कमलनाथ ने कहा कि ये सारे हथकंडे लोगों को भ्रमित करने के लिए हैं. कमलनाथ ने कहा कि वन नेशन-वन इलेक्शन भी पीएम मोदी का वह खिलौना है, जिसके जरिए वे एक बार फिर से देश का ध्यान भटकाना चाहते हैं और मूल मुद्दो से लोगों को दूर कर उन्हें गैर जरूरी मुद्दों में उलझाए रखना चाहते हैं.
राहुल गांधी को लेकर भी बोले कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी के पास अब कोई मुद्दा बचा नहीं है, जिसकी वजह से वे लोग आए दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बारे में अनाप-शनाप बोलते रहते हैं. भाजपा जनता को गुमराह करना चाहती है. जिसके लिए ही बीजेपी द्वारा जानबूझकर ऐसे मुद्दे उछाले जाते हैं, जिनका बुनियादी जरूरतों से कोई सरोकार नहीं होता है लेकिन जनता को भ्रमित करने के लिए ऐसे मुद्दे बहुत काम आते हैं.
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आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही कमलनाथ ने छिंदवाड़ा से दूरी बना ली थी. लेकिन अब वे एक बार फिर से छिंदवाड़ा में सक्रिय होते दिख रहे हैं. हालांकि कांग्रेस आलाकमान ने फिलहाल उनको कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी है. लेकिन जिस तरह की हालत कांग्रेस की मध्यप्रदेश में बनी हुई है, उसे देखकर लग रहा है कि कांग्रेस आलाकमान जल्द ही कमलनाथ को मध्यप्रदेश में कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे सकता है.
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