उत्तराखंड में तबाही: चमोली के पास ग्लेशियर टूटा, संकट में 57 मजदूरों की जिंदगी
उत्तराखंड के चमोली जिले में एक भयावह हादसा सामने आया है. माणा गांव के पास अचानक ग्लेशियर टूटने से हुए हिमस्खलन (Avalanche) ने 57 मजदूरों को अपनी चपेट में ले लिया. इस दुर्घटना के बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है, जिसमें अब तक 16 मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा चुका है.
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उत्तराखंड के चमोली जिले में एक भयावह हादसा सामने आया है. माणा गांव के पास अचानक ग्लेशियर टूटने से हुए हिमस्खलन (Avalanche) ने 57 मजदूरों को अपनी चपेट में ले लिया. इस दुर्घटना के बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है, जिसमें अब तक 16 मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा चुका है. शेष फंसे हुए मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जोरों पर है. पूरी घटना शुक्रवार, 28 फरवरी 2025 को हुई, जिसने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया.
कैसे हुई यह घटना?
जानकारी के मुताबिक, हादसा उस वक्त हुआ जब सीमा सड़क संगठन (BRO) के लिए काम करने वाले मजदूर माणा गांव के पास सड़क से बर्फ हटाने और निर्माण कार्य में जुटे थे. ये सभी मजदूर एक प्राइवेट ठेकेदार के अधीन काम कर रहे थे, जो BRO के कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा था. अचानक आए हिमस्खलन के बाद ये सभी मजदूर बर्फ के नीचे दब गए. कुछ मजदूर भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहे, लेकिन 57 लोग बर्फ में फंस गए.
प्रशासन और सेना ने दिखाई तत्परता
हादसे की सूचना मिलते ही चमोली जिला प्रशासन हरकत में आ गया. जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि माणा गांव और माणा पास के बीच यह हिमस्खलन हुआ. उन्होंने IRS अधिकारियों को तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने के निर्देश दिए. मौके पर ITBP (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस), NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल), और गढ़वाल स्काउट की टीमें पहुंच गई हैं. BRO और सेना की टीमें भी राहत कार्य में जुटी हैं. अब तक 16 मजदूरों को बर्फ से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है, जिनमें से कुछ घायल बताए जा रहे हैं. घायलों को नजदीकी आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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BRO अधिकारी ने दी ये जानकारी
BRO टीम के अधिकारी सीआर मीना ने बताया, "हमें सुबह करीब 11 बजे हिमस्खलन की सूचना मिली. हमारे ठेकेदार के 57 मजदूर उस क्षेत्र में मौजूद थे, जो बर्फ में दब गए. शुरुआती राहत कार्य में 15 लोगों को निकाला गया, जिनमें से 3 घायल हैं. भारी बर्फबारी के कारण माणा पास और बद्रीनाथ के बीच सड़कें ब्लॉक हो गई हैं, जिससे रेस्क्यू में दिक्कत हो रही है. हमारी टीम सड़क को साफ करते हुए आगे बढ़ रही है, लेकिन कम्युनिकेशन में भी परेशानी हो रही है."
मुख्यमंत्री ने जताया दुख, दिए निर्देश
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "चमोली के माणा गांव के पास BRO के निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन से कई मजदूरों के फंसने की दुखद खबर मिली. राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं. मैं भगवान बद्री विशाल से सभी मजदूरों की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं." सीएम ने प्रशासन को हरसंभव मदद के लिए तैयार रहने के निर्देश भी दिए हैं.
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मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पिछले कुछ दिनों से भारी बर्फबारी हो रही है. चमोली जिले में भी लगातार बर्फ गिरने से हालात और जटिल हो गए हैं. सड़कों पर जमी बर्फ और खराब मौसम के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन और मुश्किल हो गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लेशियर टूटने की घटनाएं इस क्षेत्र में असामान्य नहीं हैं.
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