मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के पास समुद्र में पलटी नाव, तीन नौसैनिकों समेत 13 की दर्दनाक मौत
Tragedy in Mumbai: मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा गुफा के बीच चलने वाली फेरी बोट सेवा की नीलकमल नाव शाम को अचानक पलट गई. इस दर्दनाक हादसे में 3 नौसैनिकों समेत 13 लोगों की मौत हो गई. इस नाव पर 114 लोग सवार थे. नौसेना और पुलिस बल ने घंटों की मशक्कत के बाद बोट पर सवार लोगों को बचाया.
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न्यूज़ हाइलाइट्स
हादसे में 4 लोगों की हालत गंभीर, नौसेना-पुलिस ने कुल 101 लोगों को बचाया
फेरी नाव पर 114 लोग सवार थे, घंटों की मशक्कत के बाद सवार लोगों को बचाया
Mumbai Boat Accident: बुधवार शाम मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया और एलीफेंटा के बीच चलने वाली एक नीलकमल फेरी बोट के पलटने से बड़ा हादसा हो गया. इस बोट पर कुल 114 लोग सवार थे, जिनमें से 5 क्रू मेंबर भी शामिल थे. हादसे के तुरंत बाद नौसेना और पुलिस ने मिलकर बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. शाम 7:15 बजे तक सभी यात्रियों को खोज लिया गया. इस हादसे में 13 लोगों की जान चली गई, जिनमें 10 नागरिक और 3 नौसेना के जवान शामिल हैं.
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 101 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया और उन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया. इनमें से चार लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. हादसा तब हुआ जब एक स्पीड बोट ने फेरी बोट को टक्कर मार दी, जिससे बोट समुद्र में पलट गई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. उन्होंने इस घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं.
नीलकमल नामक की फेरी बोट हुई हादसे का शिकार
यह घटना बुधवार शाम 3:55 बजे हुई, जब "नीलकमल" नामक फेरी बोट गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा की ओर जा रही थी. बोट में 114 लोग सवार थे. हादसे के बाद नौसेना और पुलिस ने तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एलीफेंटा गुफाओं तक पहुंचने में लगभग 1 घंटे का समय लगता है. यह स्थान यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है और मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित गुफा मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है.
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मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा, “इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 10 नागरिक और 3 नौसेना के जवान शामिल हैं. 2 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. घायलों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी. घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं और अन्य कोई लापता है या नहीं, इसकी जानकारी सुबह तक मिलेगी.”
घायलों को JNPT अस्पताल में भर्ती कराया गया
रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 56 यात्रियों को जेएनपीटी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां तीन की हालत गंभीर है. अस्पताल में एक यात्री की मौत हो गई है. नौ यात्रियों को नेवी डॉकयार्ड में भर्ती कराया गया, जहां एक और यात्री की जान चली गई. अश्विनी अस्पताल में एक यात्री की हालत चिंताजनक बताई गई है. सेंट जॉर्ज अस्पताल में भर्ती 9 यात्रियों की स्थिति स्थिर है. करांजे अस्पताल में 12 यात्रियों को भर्ती किया गया है और सभी खतरे से बाहर हैं. एनडीके हॉस्पिटल मोरा में 10 लोगों की मौत हुई है. बोट के सभी 5 क्रू मेंबर सुरक्षित हैं.
नौसेना और पुलिस के संयुक्त प्रयास से इस हादसे में 101 लोगों को बचा लिया गया. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बोट पर सवार सभी यात्रियों को खोज लिया गया. हालांकि, यह घटना मुंबई के समुद्री यात्रा सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है.
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नौसेना ने बयान जारी कर दी सफाई
भारतीय नौसेना ने हादसे के बाद एक बयान जारी कर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि आज दोपहर, भारतीय नौसेना के एक जहाज ने इंजन की खराबी के कारण मुंबई बंदरगाह में इंजन परीक्षण के दौरान नियंत्रण खो दिया. परिणामस्वरूप, नाव एक यात्री नौका से टकरा गई और बाद में पलट गई. अब तक 13 लोगों की मौत की सूचना मिली है. घटनास्थल से बचाए गए लोगों को पास के अस्पतालों में ले जाया जा रहा है. खोज और बचाव अभियान तुरंत शुरू कर दिया गया है, जिसमें 4 नौसेना हेलीकॉप्टर, 11 नौसेना के जहाज, एक तटरक्षक नाव और तीन समुद्री पुलिस के जहाज जीवित बचे लोगों को निकालने के लिए काम पर लगाए गए हैं.
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