किसान आंदोलन पर विवादित बोल के बाद जातिगत जनगणना और आरक्षण के मुद्दे पर क्या बोली बीजेपी MP कंगना?

अभिषेक

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BJP MP Kangana Ranaut: हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत इस समय काफी चर्चा में है. पहले तो किसान आंदोलन पर विवादित बयान और अब जातिगत जनगणना और आरक्षण पर उनके बयान की जमकर चर्चा है. सोशल मीडिया से कर लेकर हर जगह उनकी वीडियो क्लिप शेयर हो रही है. पक्ष-विपक्ष में जमकर बयानबाजी भी चल रही है. कंगना के किसान आंदोलन वाले बयान पर तो बीजेपी को स्पष्टीकरण तक देना पड़ा. पार्टी ने कहा कि, ये उनकी निजी राय है और पार्टी ने उन्हें अपने नीतिगत मुद्दों पर बोलने के लिए न अनुमति दी है न अधिकृत है. 

पार्टी की तरफ से इस प्रकार के स्पष्टीकरण के बाद भी कंगना चुप नहीं बैठी और जातिगत जनगणना, आरक्षण जैसे विवादित मुद्दों पर बोल दिया. आइए आपको बताते हैं अब क्या कहा कंगना ने?

महिला, किसान और गरीबों की बात हो: कंगना

हमारे सहयोगी 'दी लल्लनटॉप' से चर्चा के दौरान कंगना रनौत ने आरक्षण के मुद्दे पर कहा,'आरक्षण को लेकर मेरा वही स्टैंड है, जो सीएम योगी ने कहा था कि साथ रहेंगे तो नेक रहेंगे और बटेंगे तो कटेंगे.' कंगना ने आगे कहा, 'रामनाथ कोविंद देश के दलित राष्ट्रपति बने, द्रौपदी मुर्मू देश की आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनीं. हम ऐसे उदाहरणों को क्यों नहीं देखते. आरक्षण को लेकर मैं अपनी पार्टी के स्टैंड पर कायम हूं. लेकिन मुझे लगता है महिलाओं की सुरक्षा, किसान और गरीबों के लिए काम करना जरूरी है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि गरीब, किसान और महिलाएं तीन जातियां हैं. इसके अलावा चौथी कोई जाति नहीं होनी चाहिए.'

'देश को नफरत की ओर धकेलना है तो कराएं जातीय जनगणना' 

जातिगत जनगणना के बारे में बात करते हुए कंगना रनौत ने कहा, 'उन्होंने कहा है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में हमें पता ही नहीं है कि कौन से एक्टर की क्या जाति है. मेरे आसपास के लोगों की जात का कुछ पता नहीं है. जब आज तक पता नहीं किया तो अब क्यों पता करना है. अगर हमें विकसित भारत की तरफ जाना है तो गरीब, महिला और किसानों की ही बात होनी चाहिए. लेकिन अगर हमें देश को जलाना है, नफरत करना है या फिर एक-दूसरे से लड़ना-मरना है तो जाति की गणना होनी चाहिए.' 

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6 सितंबर को रिलीज हो रही कंगना की फिल्म इमरजेंसी

बीजेपी सांसद कंगना रनौत की नई फिल्म इमरजेंसी सिनेमाघरों में 6 सितंबर को रिलीज हो रही है. रिलीज होने से पहले ही इस फिल्म को लेकर विवाद हो रहा है. जानकारी के मुताबिक तेलंगाना सरकार कंगना की फिल्म 'इमरजेंसी' पर बैन लगाने के बारे में विचार कर रही है. आरोप ये है कि, इस में फिल्म में सिख समुदाय को ऐतिहासिक रूप से गलत दिखाया गया है, जो उनकी छवि को नुकसान पहुंचाता है. तेलंगाना के एक सिख संगठन ने फिल्म को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं. जिसके बाद सरकार फिल्म को बैन करने के लिए कानूनी सलाह ले रही है. 

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