नितिन गडकरी ने माना, लोकसभा चुनाव से पहले और बाद में भी मिला था 'PM पद' का ऑफर

बृजेश उपाध्याय

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तस्वीर: इंडिया टुडे.
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इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्वीकारी ये बात.

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गडकरी ने कहा- प्रधानमंत्री बनना मेरे जीवन की महत्वाकांक्षा नहीं है.

बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और मोदी सरकार में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी पिछले दिनों एक बयान को लेकर चर्चा में थे. गडकरी ने माना था कि विपक्ष ने उन्हें पीएम पद का ऑफर दिया है. ये खबर काफी चर्चा में रही. इंडिया टुडे कॉन्क्लेव मुंबई में नितिन गडकरी ने ये बात स्वीकार की और बताया कि कब और कैसे ऑफर आया था. 

मुंबई में आयोजित (india Today Conclave 2024) इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक सवाल का जवाब देते हुए स्वीकार किया कि उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 से पहले और बाद में विपक्ष से पीएम बनने का ऑफर आया था. 

मेरा कन्विक्शन मेरे लिए सर्वोपरि- गडकरी 

नितिन गडकरी ने बताया कि जब ये खबर मीडिया में पहली बार आई थी तब वे पत्रकारों को अवॉर्ड देने के कार्यक्रम में गए थे. वहां उन्होंने कहा था कि हमारी देश की समस्या विचार भिन्नता नहीं है विचार शुन्यता है. हमारा कन्विक्शन हमारे लिए सर्वोपरि है. 

ऑफर स्वीकार करने का सवाल ही नहीं उठता 

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने आगे कहा- 'मैं इमर्जेंसी के बाद राजनीति में आया हूं. मेरा लाइफ कन्विक्शन है और इससे कभी कंप्रोमाइज नहीं करूंगा.' गडकरी ने बताया कि यही कहते हुए उनसे प्रपोजल वाली बात कही. मैंने कहा - आप क्यों मुझे प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं. मुझे क्यों प्रधानमंत्री बनना चाहिए. प्रधानमंत्री बनना मेरे जीवन की महत्वाकांक्षा नहीं है.' गडकरी ने कहा- 'मुझे जब ऑफर दिया गया तो स्वीकार करने का सवाल ही नहीं उठता.'

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हंसते हुए बोले नितिन गडकरी- मैं चौक पर खड़ा नहीं हूं  

जब नितिन गडकरी से पूछा गया कि ये ऑफर किसने दिया था? इस सवाल के जवाब में वे बोले- 'मैं चौक पर खड़ा नहीं हूं. ये ऑफर किसने दिया ये बताना उचित नहीं होता. ये एथिक्स के हिसाब से ठीक नहीं होता. ये प्राइवेट बात होती है. आप कितने भी सवाल पूछेंगे वो जवाब आपको मिलने वाला नहीं है.' 

मैं केवल 10 फीसदी राजनीति करता हूं- गडकरी

आपके पास एक ही मंत्रालय 10 साल से है. कभी आपको लगता है कि आपको उससे भी बड़ी जिम्मेदारी मिलनी चाहिए? इस सवाल के जवाब में नितिन गडकरी ने कहा- 'मैं किसी से कुछ मांगने के लिए गया नहीं. मैं जहां हूं वहां खुश हूं. मैं 5-10 फीसदी राजनीति और बाकी सोशल वर्क करता हूं. मैं अपने साथ ये काम करते हुए अनेक सालों से आया हूं और आगे भी करता रहूंगा.'

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गौरतलब है कि नितिन गडकरी हाल ही में एक और बयान देकर चर्चा में थे. उन्होंने कहा था- 'इस बात की गारंटी नहीं है कि हमारी सरकार चौथी बार सत्ता में वापसी करेगी, लेकिन यह निश्चित है कि रामदास अठावले फिर से मंत्री बनेंगे". दरअसल नागपुर में एक समारोह में नितिन गडकरी पहुंचे थे. उसी समारोह में रिपलब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख रामदास अठावले भी थे. गडकरी ने मुस्कुराते हुए कहा कि अठावले भी स्व.रामविलास पासवान की तरह राजनीति में मौसम वैज्ञानिक हैं.

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