सुनीता विलियम्स नासा के Crew-9 मिशन से फरवरी में लौटेंगी धरती पर, जानिए कैसे फंस गई अंतरिक्ष में?

अभिषेक

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Sunita Williams: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष से वापस लाने के लिए अपने प्लान की घोषणा कर दी है. नासा ने बताया है कि, अंतरिक्ष में फंसे सुनीता विलियम्स और बुच बैरी विलमोर को धरती पर अगले साल फरवरी में वापस लाया जाएगा. इन्हें वापस लाने के लिए नासा SpaceX के ड्रैगन क्रू कैप्सूल की मदद लेगा. सुनीता Crew-9 मिशन के एस्ट्रोनॉट्स के साथ वापस लौटेंगी. आपको बता दें कि, इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने बीते पांच जून को अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी और योजना के अनुसार उनका मिशन सिर्फ आठ दिन का था. हालांकि उनके स्पेसक्राफ्ट में गड़बड़ी आ जाने की वजह से अब उन्हें अंतरिक्ष की कक्षा में आठ महीने बिताने पड़ेंगे.

आइए आपको बताते हैं अंतरिक्ष में क्यों फंस गई सुनीता विलियम्स और क्या है क्रू-9 स्पेस स्टेशन मिशन जिससे उन्हें लाया जाएगा वापस. 

सुनीता विलियम्स को कैसे लाया जाएगा वापस? 

नासा का सुनीता विलियम्स को क्रू-9 मिशन से वापस लाने का प्लान है. क्रू-9 स्पेस स्टेशन मिशन में चार एस्ट्रोनॉट्स- कमांडर जेना कार्डमैन, पायलट निक हेग, मिशन स्पेशलिस्ट स्टेफनी विल्सन और रूसी कॉस्मोनॉट मिशन स्पेशलिस्ट एलेक्जेंडर गोरबुनोव अंतरिक्ष में जाने वाले थे. हालांकि हो सकता है कि अब इन चार में से दो ही स्पेस स्टेशन पर जाएं. क्योंकि लौटते समय सुनीता और बुच साथ में रहेंगे. या चारों स्पेस स्टेशन जाएं और दो वहां पर रुक जाएं. ताकि सुनीता और बुच वापस आ सकें. ये भी हो सकता है कि इमरजेंसी इवैक्यूशन के तहत चारों एस्ट्रोनॉट्स के साथ सुनीता और बुच को भी उसी ड्रैगन कैप्सूल से वापस लाया जाए. 

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वैसे अगर यह मिशन अगर 24 सितंबर 2024 को लॉन्च किया जाता है, तो उससे पहले बोईंग के खराब स्पेसक्राफ्ट स्टारलाइनर को स्पेस स्टेशन से वापस धरती पर बुलाना होगा. क्योंकि स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के लिए डॉकिंग पोर्ट खाली हो सके. वैसे भी क्रू-9 को लेकर प्लान ये था कि ये लोग कम समय के लिए रुकेंगे. इन्हें क्रू-8 के साथ साइंटिफिक हैंडओवर करना था. 

अब जानिए क्या है Crew-9 स्पेस मिशन? 

यह NASA के कॉमर्शियल क्रू प्रोग्राम का हिस्सा है. यह एलन मस्क की कंपनी SpaceX के साथ मिलकर स्पेस स्टेशन का 9 रोटेशनल मिशन है. ताकि स्पेस स्टेशन पर लगातार रिसर्च होती रहे. दुनिया को मौसम की सही जानकारी मिलती रहे. दो दशकों से ज्यादा समय से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर हर समय कोई न कोई एस्ट्रोनॉट रहा है. वह कभी खाली नहीं रहा. इसलिए वहां पर लगातार एस्ट्रोनॉट्स को भेजा जाता रहा है. 

क्या हुआ था सुनीता विलियम्स के स्पेसक्राफ्ट स्टारलाइनर को 

सुनीता विलियम्स ने बोइंग के स्टारलाइनर से 5 जून को अंतरिक्ष के लिए उड़ान भारी थी. उड़ान भरने के दौरान ही उनके स्पेसक्राफ्ट में एक छोटा हीलियम लीक होने लगा था और जब वो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन(ISS) पर पहुंचा तो दो और लीक होने लगे. लॉन्च के समय लीक छोटा सा था. लेकिन दूसरा लीक उससे पांच गुना बड़ा था. जब यान ISS की ओर बढ़ रहा था तब 28 मैनुअरिंग थ्रस्टर बंद हो गए थे, जिनमें चार दोबारा शुरू हुए. इसके बाद प्रोपल्शन सिस्टम में दो और हीलियम लीक का पता चला. आपको बता दें कि, थ्रस्टर्स यान को दिशा देने का काम करते है. यही वजह है कि, सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में फंस गई. 

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