क्या हुआ जब छिप कर मिला BJP का एक सांसद? राहुल गांधी ने खुद बताई ये कहानी
कांग्रेस के स्थापना दिवस समारोह पर राहुल गांधी नागपुर पहुंचे थे. 28 दिसंबर 2023 को कांग्रेस अपना 139वां स्थापना दिवस मना रही है. इसी दिन 1885 में कांग्रेस पार्टी की स्थापना हुई थी.
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Congress Foundation Day: कांग्रेस के स्थापना दिवस समारोह पर राहुल गांधी नागपुर पहुंचे थे. 28 दिसंबर 2023 को कांग्रेस अपना 139वां स्थापना दिवस मना रही है. इसी दिन 1885 में कांग्रेस पार्टी की स्थापना हुई थी. 139वें स्थापना दिवस के अवसर पर महाराष्ट्र के नागपुर में ‘हैं तैयार हम’ महारैली का आयोजन किया गया. जिसमें राहुल गांधी भी पहुंचे. उन्होंने अपने भाषण में बीजेपी पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी ने वह किस्सा भी बताया जब उनसे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का एक सांसद छिप कर मिला, तो क्या बात हुई.
आइए आपको बताते हैं राहुल गांधी के भाषण की मुख्य बातें…
राहुल गांधी ने बीजेपी और कांग्रेस के बीच विचारधारा की लड़ाई को दोहराया. उन्होंने कहा कि इंडिया और एनडीए के बीच में विचारधारा की लड़ाई है. अंबेडकर की कर्मभूमि में आकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है.
बीजेपी में गुलामी चलती है: राहुल गांधी
राहुल ने कहा कि, ‘कुछ दिन पहले एक बीजेपी का सांसद मुझे लोकसभा में मिला. बहुत सारे बीजेपी के एमपी पहले कांग्रेस में हुआ करते थे. यह भी कांग्रेस में था. छिप के मिला मुझसे. उसने कहा कि राहुल जी बीजेपी में रहकर सहा नहीं जाता. मैं हूं तो बीजेपी में, लेकिन दिल मेरा कांग्रेस में है. उसने मुझसे कहा कि बीजेपी में गुलामी चलती है. जो ऊपर से कहा जाता है वह बिना सोचे समझे करना पड़ता है.’
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राहुल गांधी ने अपने भाषण में आगे कहा कि हमारे जो पीसीसी प्रेसिडेंट है नाना पटोले जी. इन्होंने प्रधानमंत्री जी से एक सवाल पूछ लिया था. इन्होंने बस एक सवाल पूछा कि आपने जो जीएसटी लगाया उसमें किसानों का क्या हिस्सा होगा. मोदी जी को सवाल अच्छा नहीं लगा, पटोले जी आउट हो गए.
‘देश की लगाम जनता के हाथ में होनी चाहिए’
राहुल आगे बोल, ‘हिंदुस्तान की जनता को इस देश में कोई अधिकार नहीं था. गरीब व्यक्ति की जमीन राजा को अगर अच्छी लगी तो एक सेकेंड में इसे लेकर वो चला जाता था. सारे के सारे अधिकार की रक्षा संविधान ने की है. इसको बाबासाहेब अंबेडकर जी ने, गांधी जी ने, नेहरू जी ने खून पसीना देकर बनाया. यह कांग्रेस पार्टी ने दिया है. आरएसएस के लोग, बीजेपी के लोग इसके खिलाफ थे, आज झंडे के सामने खड़े हो जाते हैं, सैल्यूट मारते हैं. सालों तक इन्होंने तिरंगे को सैल्यूट नहीं किया था.’
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राहुल ने कहा कि, ‘कांग्रेस की लड़ाई अंग्रेजों के साथ-साथ राजा-महाराजाओं के खिलाफ भी थी. गांधी जी और नेहरू जी जेल गए. अंबेडकर जी ने सालों संघर्ष किया. हमारी विचारधारा कहती है कि देश की लगाम जनता के हाथ में होनी चाहिए. देश को जैसे पहले राजा चलाते थे. वैसे नहीं चलाया जाना चाहिए. हम जनशक्ति और लोकशक्ति की बात करते हैं. आप हमारे सारे के सारे कानून देखिए.
आजादी की लड़ाई देश की जनता ने लड़ी थी. राजा महाराजाओं ने नहीं लड़ी थी. उनकी पार्टनरशिप थी अंग्रेजों के साथ. लोग भूल जाते हैं कि आजादी की लड़ाई अंग्रेजों के खिलाफ थी. अंग्रेजों के खिलाफ तो थी ही उनके साथ-साथ राजा महाराजाओं के खिलाफ भी थी.’
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‘सत्ता में आते ही कराएंगे जातिगत जनगणना’
राहुल ने कहा, ‘कांग्रेस ने गरीब जनता के लिए ये लड़ाई लड़ी थी. अगर आप आजादी से पहले यहां आते तो हिंदुस्तान की जनता को, महिलाओं को कोई अधिकार नहीं थे. दलितों को छुआ नहीं जाता था. ये आरएसएस की विचारधारा है. ये कांग्रेस ने बदला है. बीजेपी इस देश को पीछे ले जाना चाह रही है. मैंने संसद में पूछा कि हिंदुस्तान को 90 लोग चलाते हैं. इनमें से ओबीसी कितने हैं, दलित-आदिवासी कितने हैं. बीजेपी के लोग चुप हो गए. ओबीसी की 50% आबादी है. 90 में से 3 ओबीसी हैं. इनको कोने में रखते हैं, छोटे विभाग देते हैं.
हिंदुस्तान की सबसे बड़ी कंपनी की लिस्ट निकालो, मुझे दिखा दो इनमें कौन ओबीसी, दलित या आदिवासी है. स्टेट की ब्यूरोक्रेसी में दिखा दो. भागदारी कहीं भी नहीं. इनमें दलित ओबीसी या आदिवासी कहां बैठा है. हर फील्ड में यही हालत है. जातीय जनगणना होनी चाहिए. पता चलना चाहिए ओबीसी कितने हैं. पहले मोदी जी खुद को ओबीसी कहते थे. मेरे सवाल के बाद भाषण बदल जाते हैं. फिर वे कहने लगे कि हिंदुस्तान में तो केवल एक जात है गरीब. जैसे हमारी सरकार दिल्ली में आएगी, हम जातीय जनगणना करवाएंगे.’
मेरे सवाल के बाद बदल जाता है मोदीजी का भाषण: राहुल गांधी
राहुल ने कहा कि, ‘मैंने जातिगत जनगणना का सवाल उठाया. सवाल उठाते ही पीएम मोदी का भाषण बदल जाता है. वो पहले खुद को ओबीसी कहते थे और अब कहते हैं कि हिंदुस्तान में तो एक ही जाति है. इस कारण हमने निर्णय लिया है कि सरकार आते ही जाति जनगणना कराके दिखा देंगे.’ राहुल गांधी ने कहा कि, ‘सुप्रीम कोर्ट हो या चुनाव आयोग, या फिर कोई और दूसरी संस्था, वो आपकी है. लेकिन, ये लोग उस पर कब्जा कर रहे हैं. सारे वाइस चांसलर आज एक संगठन के हैं. इनको कुछ नहीं आता. वाइस चांसलर आज मेरिट पर नहीं बनते. अगर आप एक संगठन से आते हैं तो वाइस-चांसलर बन सकते हैं.’
कांग्रेस ने कर दिया 2024 के चुनाव का शंखनाद
लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की यह ‘हैं तैयार हम’ रैली काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. इसका आयोजन नागपुर में हो रहा है. नागपुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की जन्मस्थली भी है. साथ ही वहां आरएसएस का मुख्यालय भी है. नागपुर में ही बाबा साहब अंबेडकर ने अपने अनुयायियों के साथ हिंदू धर्म को छोड़ बौद्ध धर्म अपनाया था. जिस स्थान पर उन्होंने यह अनुष्ठान किया था, उसे आज दीक्षाभूमि के नाम से जाना जाता है. वहीं कांग्रेस ने जहां आज इस महारैली का आयोजन किया, उसे ‘भारत जोड़ो मैदान’ नाम दिया गया है. कांग्रेस ने ‘हैं तैयार हम’ थीम के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव के अभियान की शुरुआत कर दी है.
पूरा भाषण देखने के लिए यहां क्लिक करें.
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