वोटिंग के दौरान SDM को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा ने फिर दिखाई दबंगई, बोले-गधे पर बैठाकर...और मारूंगा
नरेश मीणा ने कहा- 'उसने गलती करी है. ये पूरा गांव पूरी पंचायत बहिष्कार करके बैठे हैं. उसने गलती की है. किसी ने सुनवाई नहीं की. हमारे पास कोई दूसरा चारा नहीं था. उसे एक पड़ी थी. ये कम था. और पड़नी चाहिए थी.
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न्यूज़ हाइलाइट्स
नरेश मीणा ने कहा- जो सरकार के इशारे पर गलती करेगा उसे गधे पर बैठाकर घुमाउंगा.
नरेश ने कहा- कम मारा था, थप्पड़ और मारना चाहिए था.
देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान वहां के निर्दलीय प्रत्याशी और कांग्रेस पार्टी के बागी नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया. इसके बाद तो बवाल ही हो गया. नरेश मीणा का ये थप्पड़ कांड सोशल मीडिया पर जमकर वायरल है और इसपर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
इस पूरे मामले पर राजस्थान तक ने नरेश मीणा से बात की. नरेशा मीणा ने कहा- 'उनियारा उपखंड यहां से 15 किमी पड़ता है. मैंने यहां के एसडीएम से कहा था कि कलेक्टर मैडम को बुला लीजिए. हम उनसे बात करेंगे. वे सीएम साहब को एक लेटर लिख दें. हम मतदान के बहिष्कार को वापस लेते हुए मतदान करेंगे. कलेक्टर आ नहीं रही है. वो अपना ईगो दिखा रही हैं.'
मतदान बहिष्कार को खत्म करने की ओछी कोशिश- नरेश
नरेश मीणा ने कहा- एसडीएम ने एक आंगनबाड़ी महिला, एक टीचर और एक अपंग व्यक्ति को धमकी देकर मतदान करा दिया. रही बात एसडीएम की तो इन अधिकारियों और कर्मचारियों की कोई जाति नहीं होती है. इनकी जाति न देखें. ये सरकारी नुमाइंदे हैं. सरकार की आदेश की पालना करते हैं. ये एसडीएम बीजेपी सरकार के इशारों पर काम कर रहा था. बीजेपी सरकार चाह रही थी कि यहां मतदान न हो. केवल तीन लोग से वोट दिलाकर ये कहना चाह रही है कि इस गांव में बहिष्कार नहीं है. लोगों ने अपनी इच्छा से वोट नहीं दिया.'
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गुस्सा था, SDM पर उतरा...और मारूंगा- नरेश मीणा
नरेश मीणा ने कहा- 'गुस्सा था उस एसडीएम पर उतरा है. सुबह कलेक्टर साहिबा को फोन किया कि मेरा चुनाव चिन्ह बैलेट पेपर पर हल्का नजर आ रहा है. इससे मतदाताओं को परेशानी हो रही है. इसपर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. कलेक्टर मैम जिद पर अड़ी हुई हैं. मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. मेरा नुकसान हो जाए तो हो जाए. कोई सरकार के इशारे पर गलत काम करेगा तो उसे एक थप्पड़ पड़ी है. और पड़ेगा. मैंने यहां खुल्ला कह रखा है. नरेशा मीणा जनता का बेटा बनकर काम करता है. ऐसों को गधे पर बैठाकर काला मुंह कराकर घुमाएगा. चाहे मुझे फांसी क्यों न हो जाए.'
एक ही थप्पड़ मारा है, और पड़ना चाहिए था- नरेश मीणा
नरेश मीणा ने कहा- 'उसने गलती करी है. ये पूरा गांव पूरी पंचायत बहिष्कार करके बैठे हैं. उसने गलती की है. किसी ने सुनवाई नहीं की. हमारे पास कोई दूसरा चारा नहीं था. उसे एक पड़ी थी. ये कम था. और पड़नी चाहिए थी.
मैं चार घंटे से गांधीवादी तरीके से बैठा हूं. ये बर्दाश्त नहीं होगा. मैं 25 तारीख से धैर्य लेकर बैठा हूं. मैं सबकुछ सहन कर रहा हूं. शासन-प्रशासन सत्ता का गलत दुरूपयोग कर रहा है. इसके खिलाफ लड़ाई लड़ूंगा.'
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यहां सुनिए...नरेश मीणा ने और क्या कहा?
ये है पूरा मामला
नरेश मीणा पर आरोप है कि समरावता मतदान केंद्र में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे थे. जब प्रशासन और पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो नरेश मीणा की हाथापाई हो गई. इसी दौरान जब नरेश मीणा को जवान मतदान केंद्र से बाहर ले जा रहे थे तभी नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया.
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यहां देखिए थप्पड़ वाला वो वीडियो
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