हरियाणा कांग्रेस के अंदर क्या सब कुछ ठीक है! कुमारी शैलजा के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा को क्यों देनी पड़ी सफाई?

अभिषेक शर्मा

17 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 17 2024 7:04 PM)

Haryana Congress: हरियाणा कांग्रेस के अंदर चुनाव के नाम पर चाहे कितनी ही एकजुटता दिखाने की कोशिश की जाए लेकिन गुटबाजी के लक्षण सामने आ ही जाते हैं. ताजा मामला कुमारी शैलजा को लेकर कांग्रेस के एक कार्यकर्ता द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी से सामने आया, जिसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा को लगातार सफाई देना पड़ रही है.

Bhupendra Singh Hooda, Kumari Selja

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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हरियाणा कांग्रेस के अंदर गुटबाजी के लक्षण अभी भी दिख रहे हैं.

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कुमारी शैलजा को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता ने की थी अभद्र टिप्पणी.

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अब भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने कुमारी शैलजा का बचाव किया और उनको अपनी बहन बताया.

Haryana Congress: हरियाणा कांग्रेस के अंदर चुनाव के नाम पर चाहे कितनी ही एकजुटता दिखाने की कोशिश की जाए लेकिन गुटबाजी के लक्षण सामने आ ही जाते हैं. ताजा मामला कुमारी शैलजा को लेकर कांग्रेस के एक कार्यकर्ता द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी से सामने आया, जिसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा को लगातार सफाई देना पड़ रही है.

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हाल ही में एक कांग्रेसी कार्यकर्ता का वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें उसके द्वारा कुमारी शैलजा पर अभद्र टिप्पणी की गई थी. इसके बाद विरोध बढ़ने लगा तो न सिर्फ उस कार्यकर्ता ने माफी मांगी बल्कि भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने भी प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि यह कांग्रेस की संस्कृति नहीं है. कुमारी शैलजा उनकी बहन हैं और वे कांग्रेस की सम्मानित नेता हैं और उनके बारे में यदि कोई गलत टिप्पणी करेगा तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.

भूपेंद्र हुड्‌डा ने कहा कि विरोधी दल जानबूझकर समाज को बांटने वाली साजिशें रच रहे हैं. हरियाणा की सभी बिरादरी ने तय कर लिया है कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनवानी है. यह बात बीजेपी को हजम नहीं हो रही है. इसलिए इस तरह जात-पात में फूंट डालने की बातें फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा में एक ही नारा गूंज रहा है. ना जात पर-ना पात पर, बटन दबेगा हाथ पर.

सीएम पद की दावेदार भी हैं कुमारी शैलजा

भले ही कुमारी शैलजा को सांसद होने की वजह से कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में नहीं उतारा. लेकिन यह बहुत स्पष्ट बात है कि कुमारी शैलजा को भी कांग्रेस पार्टी के अंदर सीएम उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा है. भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा और कुमारी शैलजा के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंदिता पुरानी है. खुद कुमारी शैलजा ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वे विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती थीं लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने मना कर दिया, क्योंकि इस बार किसी भी सांसद को विधानसभा चुनाव नहीं लड़ाया जा रहा है.

भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा को लेकर क्या बोली थीं कुमारी शैलजा

कुमारी शैलजा ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में कहा था कि भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा 10 साल हरियाणा के सीएम रहे. इस वजह से हुड्‌डा कैंप या शैलजा कैंप जैसी बातें सामने आ रही हैं. लंबे समय तक सत्ता में रहने की वजह से लोग कैंप होने जैसी बाते करने लगते हैं जबकि ग्राउंड पर ऐसा कुछ भी नहीं होता है. सभी कांग्रेस आलाकमान के निर्देशों के अनुरुप काम करते हैं. भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा या उनके गुट से किसी तरह के मतभेदों की बात से कुमारी शैलजा ने इनकार किया था.

कुल मिलाकर भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा हों या कुमारी शैलजा दोनों ही सार्वजनिक मंच पर एक दूसरे के खिलाफ कुछ भी अनर्गल बयानबाजी करने से बच रहे हैं. भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा उनको अपनी बहन बता रहे हैं तो कुमारी शैलजा भी हुड्डा को पार्टी का वरिष्ठ लीडर बताकर उनको सम्मान दे रही हैं. लेकिन जो ग्राउंड से कनेक्टेड कार्यकर्ता हैं, वे अपने-अपने गुट के समर्थन में ऐसे बयान भी जारी कर देते हैं, जिसकी वजह से बाद में कांग्रेस पार्टी को ही सफाई देने आगे आना पड़ता है.

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