Navdeep Singh Interview: पेरिस पैरालम्पिक में गोल्ड जीतने वाले नवदीप सिंह ने एक इंटरव्यू में माना कि उन्होंने भाला फेंकने के बाद जिस तरह से सेलिब्रेशन किया था, उसका तरीका गलत था. उनको सामान्य तरीके से ही सेलिब्रेशन करना चाहिए था. नवदीप सिंह ने बीबीसी को एक इंटरव्यू दिया है. इस इंटरव्यू में नवदीप सिंह बताते हैं कि उस समय स्टेडियम का माहौल ही अलग था. स्टेडियम पूरा दर्शकों से भरा हुआ था. मैं भारत का प्रतिनिधित्व कर रहा था. अब जहां बात भारत की आती है तो जोश आ ही जाता है. वो सब जो कुछ मैंने भाला फेंकने के बाद बोला, वह सब जोश-जोश में हो गया था.
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नवदीप सिंह ने पेरिस पैरालम्पिक में भाला फेंकने की प्रतियोगिता में गोल्ड जीता है. नवदीप सिंह ने जब भाला फेंका और सबसे अधिक दूरी तक गया तो उन्हें अपने इस प्रदर्शन पर बहुत खुशी हुई. उन्होंने कुछ गालियों का इस्तेमाल करते हुए सेलिब्रेशन किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. जब नवदीप सिंह की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई तो उन्होंने भी हंसते हुए नवदीप से उनके वायरल वीडियो के बारे में पूछ लिया था.
इसके बाद से ही नवदीप सिंह से इसे लेकर अलग-अलग इंटरव्यू में सवाल पूछे गए. बीबीसी को दिए इस इंटरव्यू में भी नवदीप सिंह ने कहा कि जो शब्द मैंने सेलिब्रेशन के दौरान बोले थे, वे गलत थे. मैं उसे प्रमोट नहीं कर रहा हूं. मुझे खुशी है कि मैं देश के लिए मेडल लेकर आया. लेकिन सेलिब्रेशन को कैजुअल रखना चाहिए था.
टोक्यों में चौथी पोजीशन पर रहा था, उसका गुस्सा था- नवदीप
नवदीप सिंह इंटरव्यू में बताते हैं कि टोक्यो पैरालम्पिक में वे चौथी पोजीशन पर आए थे. कुछ अन्य प्रतियोगिताओं में भी वे कुछ अच्छा नहीं कर पाए थे तो उस बात का गुस्सा था. इस वजह से भी जब पेरिस में मेरा जेवलिन सबसे दूर तक गया तो जोश-जोश में वैसा सेलिब्रेशन कर दिया, जो उस तरह से नहीं होना चाहिए था.
बचपन से यूनिक था तो यूनिक ही सफलता लानी थी- नवदीप
नवदीप बताते हैं कि उनके छोटे कद को लेकर समाज-पड़ौस के लोगों से काफी सुनना पड़ा. लेकिन उनके पिता ने उनका पूरी तरह से साथ दिया. बचपन में ही सोच लिया था कि यदि हम यूनिक हैं और सामान्य लोगों से कुछ अलग हैं तो हमें अपने जीवन में सफलता भी यूनिक ही लाना ही होगी. शुरूआत में लोगों से निगेटिव सुनने को मिलता था लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं है. जेवलिन थ्रोअर बनने के पीछे वे जेवलिन प्लेयर नीरज चौपड़ा से प्रेरित होना बताते हैं.
मुझे विराट कोहली से तुलना ना करें- नवदीप
इंटरव्यू में नवदीप बताते हैं कि उनकी तुलना विराट कोहली से ना की जाए. विराट बड़े खिलाड़ी हैं और उनसे तुलना होना गर्व की बात है. लेकिन मैं पैरालम्पिक का विराट कोहली कहलाना पसंद नहीं करूंगा. मुझे पैरालम्पिक के नवदीप सिंह की पहचान ही पसंद है. इसलिए मेरी तुलना विराट कोहली से ना की जाए. नवदीप ने क्रिकेट खिलाड़ियों में अपनी पसंद रोहित शर्मा को बताया.
पैरालम्पिक के बढ़ते अवार्ड की संख्या बता रही बदलते भारतीय समाज की सोच
नवदीप सिंह बताते हैं कि जिस तरह से पैरालंपिक खेलों में भारत के अवार्ड की संख्या बढ़ रही है. यह बता रही है कि भारतीय समाज में शारीरिक विकृति से पीड़ित लोगों के प्रति सोच बदल रही है. लोगों का व्यवहार बदल रहा है और भारतीय समाज में निशक्तजनों के प्रति सकारात्मक सोच डवलप हाे रही है. भारत ने पेरिस पैरालम्पिक में 29 अवार्ड जीते हैं.
नवदीप को स्त्री 2 फिल्म पसंद है
नवदीप सिंह ने अपनी पसंदीदा फिल्मों के रूप में स्त्री फिल्म की सीरीज को बताया. स्त्री 2 को अपनी फेवरिट मूवी बताया. नवदीप ने इंटरव्यू में खुद को बिरयानी लवर भी बताया है. हालांकि किसी अभिनेत्री को पसंद करने पर वे बस हंस देते हैं और जेवलिन को अपना पहला प्यार बताते हैं.
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