तेलंगाना में पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी की मूर्ति को लेकर खड़ा हुआ पॉलिटिकल बवंडर, BJP-BRS ने लगाए ये आरोप

रूपक प्रियदर्शी

17 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 17 2024 8:02 PM)

Telangana News: तेलंगाना में इन दिनों पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की मूर्ति को लेकर पॉलिटिकल बवंडर मच रहा है. सीएम रेवंत रेड्डी ने राजीव गांधी की विशाल मूर्ति का अनावरण किया तो BJP-BRS ने कांग्रेस पर सत्ता का दुरुपयोग करने के आरोप लगा दिए.

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तेलंगाना में इन दिनों पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की मूर्ति को लेकर पॉलिटिकल बवंडर मच रहा है.

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हैदराबाद में सरकार के सचिवालय के ठीक सामने देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मूर्ति लगवा दी है.

Telangana News: तेलंगाना में इन दिनों पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की मूर्ति को लेकर पॉलिटिकल बवंडर मच रहा है. सीएम रेवंत रेड्डी ने राजीव गांधी की विशाल मूर्ति का अनावरण किया तो BJP-BRS ने कांग्रेस पर सत्ता का दुरुपयोग करने के आरोप लगा दिए. राज्यों में कांग्रेस की सरकारें बनने के बाद गांधी रिटर्न हो रहे हैं.

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तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार चला रहे रेवंत रेड्डी ने धमाका कर दिया. हैदराबाद में सरकार के सचिवालय के ठीक सामने देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मूर्ति लगवा दी. पूरे धूमधाम से राजीव गांधी की मूर्त का अनावरण किया. अरसे बाद गांधी परिवार की मूर्तियां लगनी शुरू हुई है.

हालांकि मूर्ति अनावरण के कार्यक्रम में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी नहीं पहुंचे. पहले 20 अगस्त को राजीव गांधी की 80वीं पुण्यतिथि पर अनावरण होना था लेकिन तब हो नहीं पाया. इससे पहले कर्नाटक में सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार ने बैंगलोर में मेट्रो स्टेशन के बाद राजीव गांधी की ब्रॉन्ज मूर्ति लगवाई थी. 

स्व. राजीव गांधी की मूर्ति से पहले लगी इन हस्तियों की मूर्तियां

तेलंगाना में रेवंत रेड्डी खूब मूर्ति-मूर्ति खेल रहे हैं. मूर्ति लगाकर हर उस व्यक्ति को सम्मान दे रहे हैं, जिसने आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और देश के लिए योगदान किया. जिस सफेद सचिवालय बिल्डिंग के सामने राजीव गांधी की विशाल मूर्ति लगी है, उसे डॉ. बीआर आंबेडकर तेलंगाना राज्य सचिवालय कहा जाता है. संविधान निर्माता बीआर आंबेडकर, पूर्व पीएम इंदिरा गांधी, पूर्व सीएम टी अंजैया, पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा राव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एस जयपाल रेड्डी की मूर्तियां सचिवालय परिसर में लग चुकी हैं. राजीव गांधी का नंबर तो नरसिम्हा राव के भी बाद आया. ये जानते हुए भी कि नरसिन्हा राव से सोनिया गांधी के संबंध अच्छे नहीं रहे, उन्होंने पीवी नरसिम्हा राव को सम्मान देने के लिए मूर्ति लगाई. गांधी परिवार और कांग्रेस हाईकमान ने कोई आपत्ति भी नहीं जताई.

मूर्ति को लेकर राजनीतिक हंगामा शुरू

राजीव गांधी की मूर्ति लगाने से तेलंगाना में राजनीतिक हंगामा शुरू है.  केसीआर के बेटे और बीआरएस नेता के टी रामाराव ने आसमान सिर पर उठा लिया है. केटीआर का दावा है कि जहां राजीव गांधी की मूर्ति लगी है वहां तेलंगाना की मां थल्ली की मूर्ति लगनी थी. ऐसा नहीं करके रेवंत रेड्डी ने अपमान किया है. इस अपमान के जवाब में बीआरएस कार्यकर्ता जहां-जहां तेलंगाना थल्ली है उसका दुग्धाभिषेक करेंगे. ये विवाद तब से शुरू था जब फरवरी में रेवंत रेड्डी ने मूर्ति की आधारशिला रखी थी. बीआरएस ने एलान किया कि जिस दिन सरकार बनेगी, राजीव गांधी की मूर्ति हटा देंगे.

सीएम रेवंत रेड्डी ने किया पलटवार

पलटवार में रेवंत रेड्डी ने सवाल पूछा कि जब सचिवालय केसीआर सरकार ने बनवाया तब तेलंगाना थल्ली की मूर्ति क्यों नहीं लगवाई. 10 साल शासन करते रहे तब याद क्यों नहीं आया. वैसे राजीव गांधी की मूर्ति का अनावरण करने से पहले रेवंत रेड्डी ने सचिवालय बिल्डिंग के अंदर तेलंगाना की संस्कृति की प्रतीक तेलंगाना थल्ली की मूर्ति के लिए भूमि पूजन कर किसी आलोचना, विरोध की गुंजाइश छोड़ी नहीं थी. तेलंगाना थल्ली की मूर्ति का अनावरण 9 दिसंबर को सोनिया गांधी से कराने वाले हैं. 9 दिसंबर 2009 को ही तेलंगाना राज्य बनाने का फैसला यूपीए सरकार ने किया था. 

राजीव गांधी के अपमान पर रेवंत रेड्डी यहीं नहीं रूके. सार्वजनिक भाषण में केसीआर और केटीआर के धागे खोल दिए. कहा कि अगर राजीव गांधी कम्प्यूटर क्रांति नहीं लाए होते तो केटीआर गुंटूर में इडली बेच रहे होते या किसी रेलवे स्टेशन पर चाय समोसा बेच रहे होते. राजीव गांधी के विजन के कारण ही आईटी मंत्री बन सके.

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