Rahul Gandhi with Ilhan Omar: कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी पिछले दिनों अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर थे. इस दौरान राहुल गांधी ने अमेरिकी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिस पर अब विवाद हो गया है. इन तस्वीरों में राहुल गांधी के साथ इल्हान उमर नजर आ रही हैं. आपको बता दें कि, इल्हान उमर पर भारत का विरोधी होने के आरोप लगते रहे है. बीजेपी ने इसे लेकर राहुल गांधी को निशाने पर लिया है. आइए आपको बताते हैं कौन है इल्हान उमर?
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राहुल गांधी की अमेरिकी सांसदों से मुलाकात वॉशिंगटन डीसी में रेबर्न हाउस ऑफिस बिल्डिंग में हुई. इस बैठक की मेजबानी कांग्रेसमैन ब्रेडली जेम्स शर्मन ने की. इस प्रतिनिधिमंडल में इल्हान उमर के अलावा सीनेटर जोनाथन जैकसन, सीनेटर रो खन्ना, सीनेटर राजा कृष्णमूर्ति, सीनेटर बारबरा ली, सीनेटर, जीसस जी. गार्सिया, सीनेटर हैंक जॉनसन और जैन स्काकोवस्की शामिल हुए.
इल्हान को राहुल के साथ देख बीजेपी नेताओं ने किया विरोध
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ इल्हान उमर की फोटो वायरल होने पर बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने उन पर जमकर निशाना साधा. इल्हान को लाल घेरे में दिखाते हुए उन्होंने कहा कि, यह महिला अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता इल्हान उमर है, जो खालिस्तान और कश्मीर को अलग देश बनाने का लगातार समर्थन करती हैं. अभी अमेरिका में राहुल गांधी इसी एजेंडे के लिए समर्थन जुटा रहे हैं. वहीं बीजेपी मीडिया सेल के अमित मालवीय ने कहा कि, 'इल्हान भारत विरोधी, कट्टरपंथी इस्लामिक और आजाद कश्मीर की पैरोकार है. कांग्रेस अब खुलकर भारत के खिलाफ काम कर रही है.'
अब जानिए कौन है इल्हान उमर?
इल्हान उमर अमेरिकी सांसद हैं. वह 2019 से अमेरिकी कांग्रेस की डेमोक्रेट सदस्य हैं. वे पहली अफ्रीकी शरणार्थी हैं जो चुनाव जीतकर अमेरिकी संसद पहुंचीं. वे संसदीय सीट पर चुनाव जीतने वालीं पहली अश्वेत महिला भी हैं. वे अमेरिकी संसद पहुंचने वाली पहली दो मुस्लिम-अमेरिकी महिलाओं में भी शामिल हैं. वह अमेरिका में अपने इजरायल विरोधी रुख की वजह से जानी जाती हैं.
सोमालिया में गृह युद्ध के बीच हुआ था इल्हान का जन्म
इल्हान का जन्म सोमालिया में हुआ. सोमालिया में जारी गृह युद्ध के बीच उनके परिवार ने सोमालिया छोड़कर केन्या के शरणार्थी कैम्प में शरण ली. उस वक्त इल्हान की उम्र आठ साल थी. करीब चार साल तक उनके परिवार ने केन्या का शरणार्थी कैम्प में बिताए. 1990 में उनका परिवार यहां से अमेरिका आ गया. अमेरिका में इल्हान ने राजनीति में अपना करियर बनाया. कहते हैं कि उनके दादा ने इसके लिए उन्हें प्रेरित किया. 2016 में इल्हान उमर चुनाव जीतकर मिनिसोटा की प्रतिनिधि सभा पहुंची. 2019 में इल्हान मिनिसोटा से सांसद चुनी गईं.
भारत विरोधी बयानों के लिए रहती है चर्चा में
इल्हान अक्सर भारत विरोधी बयान देती रहती हैं. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की कट्टर समर्थक इल्हान उमर अपने भारत विरोधी रुख के लिए खूब फेमस है. उन्होंने पिछले महीनों पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का भी दौरा किया था और पीओके में भारत के खिलाफ खूब बयानबाजी भी की थी. हिंदूफोबिया को लेकर भी इल्हान अक्सर विवादित बयानों से घिरी रहती हैं. इल्हान उमर के पोओके दौरे का भारत ने विरोध किया था, जहां उन्होंने शहबाज शरीफ और इमरान खान से मुलाकात कर इस्लामोफोबिया पर चर्चा की थी. इस मुलाकात को पाकिस्तान और उसके आतंकवाद का एक तरह से राजनीतिक समर्थन के रूप में देखा गया था.
अमेरिका में PM मोदी का किया विरोध
इल्हान उमर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी संसद को संबोधित किए जाने वाले सत्र का खूब बहिष्कार किया था. पीएम मोदी ऑफिशियल टूर पर अमेरिका पहुंचे थे. उस समय इल्हान ने कहा था कि वह पीएम मोदी के भाषण का इस वजह से विरोध कर रही है क्योंकि भारत सरकार अल्पसंख्यकों के प्रति व्यवहार ठीक नहीं है. भारत सरकार हिंदू और राष्ट्रवादी गुटों का समर्थन करती है.
इल्हान उमर भारत को लेकर सिर्फ विवादित बयान ही नहीं देती है बल्कि अक्सर भारत के आंतरिक मामलों में कूद पड़ती है और यही कारण है कि भारत सरकार के साथ उनकी अक्सर तकरार हो जाती है. बीते कुछ दिनों पहले इल्हान भारत और कनाडा राजनयिक विवादों में भी बोलने से भी पीछे नहीं हटी. खालिस्तान समर्थक आतंकवादी हरदीप सिंह नजर की हत्या वाले मामले में इल्हान ने अमेरिका की बाइडेन सरकार से एक्स पर ट्वीट करके यह कहा था कि वह कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार का समर्थन करें. इल्हान ने अपने ट्वीट में लिखा था कि कनाडा के नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की भारत सरकार ने हत्या करवाई है, जो की बेहद चिंताजनक है. अमेरिका को इस जांच में आवश्यक रूप से कनाडा की मदद करनी चाहिए.
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