Maharashtra Politics: लोकसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी (MVA) ने वो कर दिखाया जिसकी किसी को उम्मीद काफी कम थी. तीन पार्टियों के दल ने बीजेपी को महाराष्ट्र में कड़ी चुनौती पेश की और राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनने से रोक दिया. कांग्रेस ने महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से सबसे ज्यादा सीटें हासिल की. महा विकास अघाड़ी अपने प्रदर्शन से काफी जोश में है. इस साल राज्य में विधानसभा के चुनाव भी होने हैं. ऐसे में तीनों पार्टी तैयारियों में जुट गई है. MVA कोशिश कर रही है कि गठबंधन एक मिला-जुला घोषणापत्र और संयुक्त रणनीति के साथ सामने आए जिसमें एक वॉर रूम भी शामिल है.
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शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी शरद पवार और कांग्रेस का नेतृत्व चाहता है कि आगामी चुनाव के लिए तीनों के बीच सीट बंटवारा लोकसभा चुनाव की तरह सुचारू रूप से हो. उद्धव गुट का मानना है कि अगर गठबंधन चुनाव जीतता है तो उद्धव ठाकरे को सीएम बनाया जाना चाहिए.
बैठकों का सिलसिला हुआ शुरू
आगामी चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे ने कमर कस ली है. फिलहाल में उन्होंने दिल्ली का दौरा किया और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. कहा जा रहा है कि तीनों के बीच हुई मुलाकात में सीट शेयरिंग जैसे मुद्दे को लेकर बातचीत हुई. माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं.
इंडियन एक्प्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों का कहना है कि यूबीटी को कांग्रेस और एनसीपी शरद पवार के मुकाबले ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान है. इसके अलावा यूबीटी के एक नेता ने कहना है कि तीनों दलों के लिए एक संवेदनशील मुद्दा है कि कैसे भी करके भाजपा को सत्ता से बाहर करना.
उद्धव ठाकरे बनना चाहते हैं सीएम फेस?
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात के अलावा उद्धव ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भी मीटिंग की. मीटिंग में उन्होंने यह भी संकेत दिए कि वह मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश किए जाने के लिए तैयार हैं.
उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस नेतृत्व से मुलाकात के बाद कहा कि "महाराष्ट्र के किसान और युवा अवसरवादी भाजपा नीत गठबंधन से तंग आ चुके हैं. महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोग बदलाव की ओर देख रहे हैं." एमवीए गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर पेश किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, "उनसे पूछिए कि क्या वे मुझे मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं."
मैं जिम्मेदारी से भागता नहीं- उद्धव
ठाकरे ने कहा, "मैंने मुख्यमंत्री बनने का सपना नहीं देखा था, न ही मैं ऐसा चाहता था. लेकिन मैं जिम्मेदारी से भागने वाला भी नहीं हूं. मैंने जिम्मेदारी ली और अपनी क्षमता के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की. अगर मेरे साथियों को लगता है कि मैंने बेहतरीन काम किया है, तो उनसे पूछिए कि क्या वे मुझे मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं. लोग फैसला करेंगे."
उन्होंने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता डेरेक ओ ब्रायन, आप नेता संजय सिंह और समाजवादी पार्टी के लोकसभा सदस्य आदित्य यादव सहित अन्य से भी मुलाकात की. इन सब के अलावा ठाकरे ने सांगली से निर्दलीय लोकसभा सदस्य विशाल पाटिल, जिन्होंने शिवसेना-यूबीटी उम्मीदवार चंद्रहार पाटिल को हराया था.
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