बिहार में चुनाव से पहले गिरा सीएम नीतीश कुमार का ग्राफ? सी वोटर के इस सर्वे में लोगों को चौंकाया
सी वोटर के फाउंटर यशवंत देखमुख ने कहा कि कुछ चीजें ट्रेंड लाइन में दिखती है, जैसे एक चीज़ स्पष्ट दिख रही है कि नीतीश कुमार का ग्राफ गिरा है. जो उनका समर्थन दिख रहा है वो उनका कोर कोइरी-कुर्मी वोटर हैं.
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Bihar Elections 2025:बिहार में चुनावी बिगुल बजने वाला है. राजनैतिक पार्टियां मैदान में उतर गई हैं. इसी बीच C- वोटर का एक सर्वे चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं. सी वोटर फउंडर यशवंत देशमुख से इस सर्वे के नतीजे और बिहार की सियासत में बन रहे ताजा समीकरणों पर इंडिया टुडे ग्रुप के Tak चैनल्स के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर ने विस्तार से बातचीत की.
एक सवाल का जवाब देते हुए यशवंत देखमुख ने कहा कि कुछ चीजें ट्रेंड लाइन में दिखती है, जैसे एक चीज़ स्पष्ट दिख रही है कि नीतीश कुमार का ग्राफ गिरा है. जो उनका समर्थन दिख रहा है वो उनका कोर कोइरी-कुर्मी वोटर हैं. चूंकि भाजपा ने कोई चेहरा या नाम प्रोजेक्ट नहीं किया था इसलिए उनका मतदाता एनडीए के नाते उनके नाम पे हमी भरता है. लेकिन ये आंकड़ा गिरा है और ये आंकड़ा कतई उनके वोट शेयर से मैच नहीं खाता.
तेजस्वी का आंकड़ा और वोट शेयर का मैच क्या है?
यशवंत देशमुख ने आगे कहा- 'तेजस्वी यादव का आंकड़ा उनकी पार्टी के वोट से मैच खाता है. कांग्रेस के आंकड़े सारे मिला कर के उनके पार्टी के वोट से मैच खाते हैं. बीजेपी के आंकड़े मैच नहीं खाते क्योंकि बीजेपी का चेहरा नहीं है. आप अगर चिराग पासवान को देखेंगे तो चिराग पासवान के आंकड़े उनकी पार्टी का जो भी बेस है उससे मैच करता है. ट्रेंड बहुत क्लीयर है कि कहीं ना कहीं नितीश जी की जो एक ऑल टाइम हाई पॉपुलैरिटी थी उसमें डेंट पड़ा है. वो आंकड़ा नीचे जा रहा है.
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प्रशांत किशोर को मिल रहा वैक्यूम का फायदा- देशमुख
यशवंत देशमुख ने आगे कहा कि आंकड़े मुख्य रूप से अभी एक वैक्यूम की तरह से बढ़ रहे हैं. बीजेपी ने नेता नहीं दिया तो भी सम्राट चौधरी का नाम आ गया है. चिराग पासवान एक दो पर्सेंट ही लेकिन इस वैक्यूम को बढ़ा रहे हैं. इस वैक्यूम का सबसे बड़ा फायदा अगर किसी को मिल रहा है तो मुझे लगता है कि शायद वो प्रशांत किशोर हैं. वो जेडीयू की जगह पर या नीतीश की जगह पर खुद को पोजीशन करना चाहते हैं. उस जगह पर वो अभी कोशिश कर रहे हैं. इसलिए इनका नाम इस वैक्यूम में आगे बढ़ रहा है. इसमें कोई संदेह नहीं है.
तेजस्वी के ग्राफ में गिरावट खतरे की घंटी?
बिहार में अभी भी प्रमुख दावेदारों में एक नीतीश कुमार और दूसरे तेजस्वी यादव को माना जा रहा है. तेजस्वी के ग्राफ में गिरावट का क्या कारण लगता है? ये कोई खतरे की घंटी है उनके लिए? इस सवाल के जवाब में यशवंत देशमुख ने कहा- मुझे नहीं लगता कि उनकी गिरावट पैंतीस पर्सेंट से नीचे ज्यादा होगी. मुझे लगता है कि जो गिरावट आयी है उसके पीछे ये कारण हो सकता है कि एक तो कैंपेन में अभी उतना एग्रेशन दिख नहीं रहा है.
सी-वोटर सर्वे में एक महीने में ही गिरा नीतीश-तेजस्वी का ग्राफ
ध्यान देने वाली बात है कि फरवरी महीने के बाद सी-वोटर ने ट्रैकर ने पाया कि तेजस्वी यादव और सीएम नीतीश कुमार का ग्राफ नीचे गिरा है. वहीं प्रशांत किशोर, शाहनवाज हुस्सैन, सम्राट चौधरी और चिराग पासवान का ग्राफ बढ़ा है.
बिहार अगले सीएम फेस | फरवरी ट्रैकर | अप्रैल ट्रैकर |
नीतीश कुमार (JDU) | 18.4 | 15.4 |
चिराग पासवान (LJP) | 3.7 | 5.8 |
तेजस्वी यादव (RJD) | 40.6 | 35.5 |
सम्राट चौधरी (BJP) | 8.2 | 12.5 |
उपेंद्र कुशवाहा (RLM) | 0.5 | 0.2 |
शाहनवाज हुस्सैन (BJP) | 1.3 | 1.7 |
शकील अहमद (कांग्रेस) | 0.1 | 1.0 |
नंद किशोर यादव (BJP) | 0.8 | 0.5 |
प्रशांत किशोर (JSP) | 14.9 | 17.2 |
अन्य | 11.5 | 10.3 |
यहां देखिए चुनावी पूरा विश्लेषण का पूरा वीडियो
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