जेडीयू में नीतीश के बाद कौन...विधानसभा चुनाव से पहले होगी बेटे निशांत की एंट्री?
Bihar News: मुश्किल से दर्शन देने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार मीडिया के सामने आए और बयान देते ही खबरों में बन गए. निशांत ने सबसे पहले पिता के 19 सालों के कार्यकाल की तारीफ करते हुए उनके लिए वोट अपील कर दी.
ADVERTISEMENT

Bihar News: मुश्किल से दर्शन देने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार मीडिया के सामने आए और बयान देते ही खबरों में बन गए. निशांत ने सबसे पहले पिता के 19 सालों के कार्यकाल की तारीफ करते हुए उनके लिए वोट अपील कर दी. निशांत ने कहा हमारे पिता ने 19 साल में बिहार का बहुत विकास किया है. निशांत आगे बोले " मैं फिर बिहार की जनता से अपील करता हूं कि हमारे पिता को वोट देकर फिर से मुख्यमंत्री बनाएं और उन्हें 2025 का विधानसभा चुनाव जीताएं".
नीतीश के लाडले से जब मीडिया ने राजनीति में एंट्री और जेडीयू ज्याइन को लेकर सवाल पूछा तो वो कन्नी काट गए. बता दें होली के बाद निशांत के जेडीयू में शामिल होने की खबर जोरों पर है. ऐसे में इस बात का बिना खंडन किए चुपचाप निकल लेना कही ना कही ये इशारा करता है की पार्टी के अंदर खाने कुछ तो जरूर चल रहा है.
तेजस्वी के आरोपों का दिया जवाब
नीतीश कुमार को लेकर विपक्ष लगतार दावा करता रहता है कि उनकी तबियत सही नहीं है. वो अब बिहार नहीं संभाल सकते. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तो ये भी दावा किया है की बिहार सीएम के अधिकारी चला रहे. तेजस्वी अक्सर सीएम को थका हुआ मुख्यमंत्री कहकर बुलाते है. इस बयान को लेकर जब सीएम के बेटे से पूछा गया तो उन्होंने पिता की तरफ से मोर्चा संभालते हुए कहा.. पिता जी (नीतीश कुमार) बिल्कुल फिट और 100 प्रतिशत स्वस्थ हैं.
ADVERTISEMENT
यह भी पढ़ें...
निशांत को बड़ी जिम्मेदारी देना चाहती है जेडीयू ?
जेडीयू के कई नेता चाहते है की नीतीश कुमार के बाद उनके बेटे निशांत कुमार राजनीति में आकर जेडीयू को संभाले. हालांकि खबर ये भी है कि निशांत होली के बाद जेडीयू में शामिल हो सकते है. पर अभी तक इसको लेकर ना नीतीश कुमार ने कोई पुष्टी की है और ना जेडीयू के किसी नेता ने हामी भरी है.
बता दें हाल में जेडीयू नेता आनंद मोहन ने निशांत की राजनीतिक एंट्री पर कहा था, अगर पत्रकार का बेटा पत्रकार, डॉक्टर का बेटा डॉक्टर, इंजीनियर का बेटा इंजीनियर तो राजनीति में नई पीढ़ी का स्वागत है. वहीं जेडीयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री श्रवण कुमार ने हाल ही में कहा था, "निशांत का राजनीति में आना अच्छी बात है. जबकि नीतीश कुमार के क़रीबी नेताओं में शामिल अशोक चौधरी ने तो साफ-साफ कह दिया कि जब मेरी बेटी राजनीति में आ सकती है तो नीतीश जी के बेटे क्यों नहीं आ सकते? अगर वो (निशांत) राजनीति में आते हैं तो हमलोग उनका स्वागत करेंगे.
ADVERTISEMENT
जेडीयू में नीतीश के बाद कौन?
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी हाल ही में बयान दिया था, "पिता (नीतीश कुमार) का स्वास्थ्य अच्छा नहीं है, तो निशांत को आना चाहिए. दूसरी विचारधारा के लोग पार्टी हाईजैक कर लें उससे अच्छा है निशांत आए'. तेजस्वी के इस बयान के बाद एक सवाल ने राजनीतिक गलियारों में जगह बना ली.आखिर जेडीयू में नीतीश के बाद कौन? जेडीयू साल 2003 में अस्तित्व में आई.
ADVERTISEMENT
समाजवाद को मूलमंत्र मानने वाली जेडीयू 22 साल के इतिहास में नीतीश की छत्रछाया में ही पलती रही. कभी प्रशांत किशोर, ललन सिंह तो कभी उपेंद्र कुशवाहा का उभार पार्टी में अलग-अलग वक्त पर हुआ. लेकिन ये अब उत्तराधिकारी की चर्चा से बाहर है. साल 2024 में पूर्व आईएएस मनीष वर्मा का नाम उत्तराधिकारी के तौर पर उभरा था. उन्हें पार्टी ने राष्ट्रीय महासचिव बनाया और राज्य भर में कार्यकर्ता समागम करने की ज़िम्मेदारी सितंबर 2024 में दी. लेकिन दिसंबर आते आते पार्टी ने कार्यकर्ता समागम यात्राओं पर रोक लगा दी. ऐसे अब सबकी नजर निशांत पर है. 49 साल के निशांत कई मौक़ों पर इससे इनकार करते रहे हैं.अब निशांत जेडीयू में शामिल होंगे या नहीं ये तो होली के बाद साफ हो जाएगा पर इतना तो तय है की इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में मुकाबला आसान नहीं होगा.
ADVERTISEMENT