देश के सबसे बड़ी दानवीर अंबानी, अदाणी नहीं ये शख्स है, जानिए इनके बारे में
Tops Edelgive Hurun india Philanthropy: 79 साल के नादर ने फाइनेंशियल इयर 23 की तुलना में 5 फीसदी की बढ़ोतरी की. इससे वे इंडियन चैरेटी एक्टिविटी में टॉप पर बने हुए हैं.
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Shiv Nadar: 2024 की एडेलगिव-हुरुन इंडिया परोपकार सूची में शिव नादर और उनका परिवार सबसे ऊपर है. इन्होंने इस साल 2,153 करोड़ रुपये का योगदान दिया. यानी रोजाना 5.90 करोड़ रुपए दिए. एचसीएल टेक्नोलॉजीज के फाउंडर और अध्यक्ष नादर ने पिछले पांच सालों में तीसरी बार इस लिस्ट में टॉप पर रहे हैं. शिव नादर फाउंडेशन 1994 में स्थापित की गई थी. 79 साल के नादर ने फाइनेंशियल इयर 23 की तुलना में 5 फीसदी की बढ़ोतरी की. इससे वे इंडियन चैरेटी एक्टिविटी में टॉप पर बने हुए हैं.
टॉप 10 दानवीरों की सूची
मुकेश अंबानी और उनका परिवार 407 करोड़ रुपये के साथ दूसरे स्थान पर हैं. जबकि बजाज परिवार 352 करोड़ रुपए के दान के साथ तीसरे स्थान पर है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 33 फीसदी ज्यादा है. कुमार मंगलम बिड़ला ने 334 करोड़ रुपए का योगदान दिया. इसमें 30 प्रतिशत रकम उनके पर्सनल फंड से आई. देश के सबसे अमीर शख्स गौतम अदाणी 330 करोड़ रुपए के योगदान के साथ पांचवे स्थान पर हैं. अदाणी के दान में पिछले साल की तुलना में 16 फीसदी का इजाफा हुआ है. इस लिस्ट में छठे स्थान पर नंदन नीलेकणी हैं. इन्होंने 307 करोड़ रुपए दान में दिए हैं.
महिलाओं का योगदान
रोहिणी नीलेकणी ने 154 करोड़ रुपये का योगदान दिया. रोहिणी नीलेकणी एक स्टेप की सह-संस्थापक और डायरेक्टर हैं. वहीं, इंडो एमआईएम के कृष्णा चिवुकुला ने इस लिस्ट में जगह बनाई. सुस्मिता और सुब्रतो बागची ने 179 करोड़ रुपए दान कर अहमदाबाद विश्वविद्यालय में बागची स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की स्थापना की, जिससे देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य शिक्षा और रिसर्च को बढ़ावा मिला.
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18 लोगों ने 100 करोड़ से ज्यादा का किया दान
हुरुन इंडिया के अनुसार, 100 करोड़ रुपए से अधिक दान करने वाले व्यक्तियों की संख्या 2019 के 9 से बढ़कर 2024 में 18 हो गई है. एडेलगिव फाउंडेशन की सीईओ नगमा मुल्ला ने कहा कि यह सूची परोपकारी एक्टिविटी को प्रोत्साहित करने और समाज में पॉजिटिव बदलाव लाने के लिए एक इंस्पायर करने का काम करती है.
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