औरंगाबाद की कृष्णा वर्मा ने अंडर-19 विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में जड़ा ऐसा पंच कि झोली में आ गिरा Gold
कृष्णा ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) औरंगाबाद की पूरी टीम को दिया है, जिसमें उनके कोच, खेल वैज्ञानिक, एथलीट मैनेजर, प्रशासनिक कर्मचारी और मेस स्टाफ शामिल हैं.
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महाराष्ट्र के औरंगाबाद की कृष्णा वर्मा ने U-19 विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप (2024-2025) में 75 किलोग्राम भार वर्ग में विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम किया है. आपको बता दें कि यह प्रतियोगिता कोलोराडो, अमेरिका में आयोजित हुई थी. कृष्णा ने अपने मुकाबलों में बेहतरीन तकनीक और आत्मविश्वास का परिचय देते हुए स्वर्ण पदक जीता है. उनकी इस जीत ने भारत का नाम एक बार फिर से विश्व पटल पर गौरवान्वित किया है. यह मुकाम हासिल करना न केवल उनके लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है.
कृष्णा की जीत में साई औरंगाबाद के कोचों और टीम का अहम योगदान
कृष्णा ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) औरंगाबाद की पूरी टीम को दिया है, जिसमें उनके कोच, खेल वैज्ञानिक, एथलीट मैनेजर, प्रशासनिक कर्मचारी और मेस स्टाफ शामिल हैं. कृष्णा ने अनुसार, इन सभी ने मिलकर उन्हें बेहतरीन प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान किया और उनके सहयोग और कड़ी मेहनत के बिना यह सफलता संभव नहीं थी.
कृष्णा हैं भारतीय मुक्केबाजी का उज्ज्वल भविष्य
कृष्णा वर्मा की इस जीत से भारतीय मुक्केबाजी के भविष्य के प्रति उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं. यह न केवल अन्य युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि देश में मुक्केबाजी के खेल को और अधिक लोकप्रिय बनाने में भी मदद करेगा. वर्मा की इस जीत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सही मार्गदर्शन और समर्पण से भारत के युवा खिलाड़ी विश्व मंच पर बड़ी सफलताएं हासिल कर सकते हैं.
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