MP में आर्मी ट्रेन को डेटोनेटर से उड़ाने की बड़ी साजिश! कानपुर-रामपुर में भी हो चुका है ट्रेन पलटाने का प्रयास
Train Accident Conspiracy: देश में लगातार ट्रेन पलटाने और उड़ाने की साजिश की जा रही है. ताजा मामला मध्य प्रदेश के बुरहानपुर का है, जहां रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर रखे गए थे, इसके जरिए आर्मी की ट्रेन को उड़ाने की साजिश रची गई थी, लेकिन ड्राइवर की सावधानी से ये बड़ा हादसा टल गया.
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न्यूज़ हाइलाइट्स
बुरहानपुर में रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर, अब कानपुर में रखा सिलेंडर
रामपुर में लोहे की रॉड और अजमेर में रेलवे ट्रैक पर रखा पत्थर
एमपी में केंद्रीय जांच एजेंसियों ने शुरू की जांच, 18 सितंबर की घटना
Train Accident Conspiracy: देशभर में लगातार हो रही रेल हादसों को लेकर साजिशों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला मध्य प्रदेश के बुरहानपुर का है, जहां आर्मी की ट्रेन को निशाना बनाकर बड़ा हादसा करने की कोशिश की गई. इस घटना में रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर रखे गए थे, ताकि ट्रेन को उड़ा दिया जाए. हालांकि, ड्राइवर की सतर्कता से यह गंभीर हादसा टल गया.
बुरहानपुर में आर्मी ट्रेन को उड़ाने की साजिश
18 सितंबर को हुई इस घटना की जानकारी अब सामने आई है. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर सागफाटा और डोंगरगांव के बीच करीब 10 डेटोनेटर रखे गए थे. इन डेटोनेटरों को एक से डेढ़ फीट की दूरी पर रखा गया था, जिसका मकसद आर्मी ट्रेन को उड़ाना था. इस ट्रेन में आर्मी के अधिकारी, कर्मचारी और हथियार थे. यह ट्रेन खंडवा होते हुए तिरुवनंतपुरम जा रही थी.
रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों ने मामले को गंभीरता से लिया है. आरपीएफ, एटीएस, और कई खुफिया एजेंसियां इस मामले की जांच में जुट गई हैं. सेना के अधिकारी भी इस मामले में गहन जांच कर रहे हैं और ट्रैकमैन व चाबीदार से पूछताछ के लिए उनकी कस्टडी की मांग की गई है. मध्य रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच जारी है और डॉग स्क्वायड की मदद से भी छानबीन की जा रही है.
घटना के दौरान सागफाटा स्टेशन के कंट्रोल रूम को नेपानगर से सूचना मिली थी कि ट्रैक पर डेटोनेटर रखे गए हैं. इसके बाद ट्रेन को ढाई घंटे तक नेपानगर स्टेशन पर रोका गया.
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इटारसी पहुंचे रेलवे बोर्ड के चैयरमैन ने कहा- हम जांच कर रहे
इटारसी जंक्शन विजिट में पहुंचे रेलवे बोर्ड के चैयरमैन सतीश कुमार ने बुरहानपुर और अन्य रेल डिरेलमेंट की घटनाओं पर कहा, 'रेलवे इसकी जांच कर रहा है. जांच एजेंसी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है. रेल सेफ्टी से कोई कंप्रोमाइज नहीं किया जाएगा. हर मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने ट्रेन की रनिंग स्टाफ की तारीफ की और कहा कि हमारा स्टाफ हर जगह अलर्ट रहा.'
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश
बुरहानपुर की घटना से पहले, 8 सितंबर को कानपुर में प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के साथ भी बड़ा हादसा होते-होते बचा. ट्रेन को पटरी पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकराकर रोका गया था. सिलेंडर से टकराने के बाद ट्रेन के ड्राइवर ने पेट्रोल की बोतल, माचिस और अन्य संदिग्ध वस्तुएं भी वहां देखीं. रेलवे प्रशासन ने इसे भी एक बड़ी साजिश के रूप में देखा गया है.
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रामपुर में पुराना खंभा रखकर ट्रेन पलटाने की कोशिश
इसके बाद 15 सितंबर को उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक और साजिश का खुलासा हुआ, जहां ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की गई। रामपुर में बलवंत एन्क्लेव कॉलोनी के पास रेल की पटरी पर एक पुराना लोहे का खंभा रखा गया था। हालांकि, ट्रेन चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर हादसे को टाल दिया।
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देशभर में 18 ट्रेन हादसे टालने में सफलता
भारतीय रेलवे के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त से लेकर अब तक देशभर में ट्रेनों को पटरी से उतारने की 18 कोशिशें की गई हैं. रेलवे ने बताया कि जून 2023 से लेकर अब तक 24 घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें ट्रेन को पटरी से उतारने के लिए एलपीजी सिलेंडर, साइकिल, लोहे की छड़ें और सीमेंट के ब्लॉक जैसी चीजें पटरियों पर रखी गई थीं. इन सभी साजिशों का मकसद बड़ी दुर्घटनाओं को अंजाम देना था, लेकिन रेलवे की सतर्कता और ड्राइवरों की मुस्तैदी ने इन घटनाओं को टालने में सफलता पाई है.
सुरक्षा एजेंसियों की सख्त जांच
बुरहानपुर की घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. रेलवे मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लिया है और हर पहलू की गहन जांच की जा रही है. देशभर में रेलवे ट्रैक पर हो रही इन घटनाओं के पीछे कौन है, इसकी तलाश में आरपीएफ, एटीएस और अन्य खुफिया एजेंसियां लगातार जुटी हुई हैं.
आर्मी ट्रेन को निशाना बनाने वाली यह घटना बेहद चिंताजनक है, क्योंकि इसमें सेना के अधिकारी और महत्वपूर्ण हथियार भी थे. ऐसे में यह हादसा टलना एक बड़ी राहत की बात है.
इनपुट- मध्य प्रदेश से अशोक सोनी और पीताम्बर जोशी.
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