9 महीने तक स्पेस में फंसी रहीं सुनीता विलियम्स! लैंडिंग के दौरान 7 मिनट का तक नहीं हो पाया संपर्क, जाने उनके सफर की कहानी
सुनीता विलियम्स 9 महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद बुधवार तड़के सुरक्षित धरती पर लौटीं. उनका स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल फ्लोरिडा के समुद्र में लैंड हुआ. वापसी के दौरान उनका स्पेसक्राफ्ट 1900°C तापमान से गुजरा और 7 मिनट तक संपर्क टूट गया. 286 दिनों की यह रोमांचक यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न हुई.
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सुनीता विलियम्स बुधवार तड़के सुरक्षित लौटकर धरती पर आ गई हैं. वे बीते नौ महीनों से अंतरिक्ष में फंसी हुई थी. बता दें कि उनका स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल फ्लोरिडा के समुद्र में लैंड हुआ. सुनीता के साथ इसमें चार और भी अंतरिक्षयात्री थे जो वापस लौटे. उनकी से यात्रा 17 घंटे की रही. इस दौरान विलियम्स और उनकी टीम ने अंतरिक्ष में 286 दिन रहे. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से धरती तक के इस सफर में उन्होंने काफी चुनौतियों का सामना किया. जैसे ही उनके स्पेसक्राफ्ट ने पृथ्वी के वायुमंडल एंट्री की, तो उसका टेम्परेचर 1900 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया. इस दौरान 7 मिनट के लिए कम्युनिकेशन ब्लैकआउट हो गया. बता दें कि यह वो समय होता है जब स्पेसक्राफ्ट से संपर्क नहीं रहता. हालांकि, फिर 7 मिनट के बाद लगभग 3.20 मिनट पर स्पेसक्राफ्ट से फिर संपर्क में फिर से बहाल हुआ.
कम्युनिकेशन ब्लैकआउट क्या है?
बता दें कि स्पेसक्राफ्ट के अंतरिक्ष से पृथ्वी के वायुमंडल से एंट्री के दौरान उसकी स्पीड लगभग 28000 किमी प्रति घंटे की रहती है. जब इस स्पीड से कैप्सूल निकलता है तो वो वायुमंडल से रगड़ खाता जाता है. ऐसे में इस रगड़ से कैप्सूल का टेंपरेचर और बढ़ता जाता है, इससे स्पेसक्राफ्ट क्रैश भी हो जाता है. इस दौरान स्पेसक्राफ्ट के सिग्नल में भी गड़बड़ी आ जाती है वो टूट जाता है और यान किसी तरह से संपर्क नहीं रहता. इस चुनौती से निपटे हुए स्पेसक्राफ्ट की समंदर में सफल लैंडिंग हुई. जिसके बाद चारों अंतरिक्षयात्रियों सही सलामत बाहर निकले.
यहां जाने उनके सफर का पूरा घटनाक्रम
18 मार्च 2025 (वापसी की शुरुआत)
सुबह 10:35 बजे: स्पेसक्राफ्ट को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से अनडॉक (अलग) हुआ.
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सुबह 10:40 बजे: अनडॉकिंग पूरी हुई, और ड्रैगन कैप्सूल ने ISS से धीरे-धीरे दूरी बनानी शुरू कर दी.
19 मार्च 2025 (लैंडिंग वाला दिन)
सुबह 02:41 बजे: डीऑर्बिट बर्न शुरू हुआ. स्पेसक्राफ्ट ने धरती के वायुमंडल में एंट्री के लिए अपनी स्पीड को कम किया.
सुबह 02:45 बजे: डीऑर्बिट बर्न पूरा हुआ. इसके बाद स्पेसक्राफ्ट ने वायुमंडल में एंट्री की तैयारी शुरू की.
सुबह 03:15 बजे: स्पेसक्राफ्ट ने पृथ्वी के वायुमंडल में एंट्री किया। इस दौरान टेम्परेचर हीट शील्ड ने क्राफ्ट को 1,900 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान से बचाया.
सुबह 03:21 बजे: पहले दो पैराशूट खुले, जिससे यान की स्पीड और कम हुई. इस समय एक हल्का झटका महसूस हुआ.
सुबह 03:24 बजे: चार पैराशूट खुले, जिसने स्पेसक्राफ्ट को नियंत्रित ढंग से नीचे उतारना शुरू किया. यहां स्पेसक्राफ्ट की स्पीड कम होकर लगभग 20 मील प्रति घंटा रह गई.
सुबह 03:27 बजे: स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में उतरा. ये लैंडिंग पेन्साकोला, फ्लोरिडा के पास हुई.
सुबह 03:35 बजे: रिकवरी टीम ने स्पेसक्राफ्ट तक पहुंचकर उसे स्टेबल किया और अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकालने की काम शुरू किया.
सुबह 03:45 बजे: अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से सुरक्षित बाहर निकाला गया. उन्हें स्ट्रेचर पर ले जाया गया.
सुबह 04:00 बजे: अंतरिक्ष यात्रियों को चेकअप के लिए पास के मेडिकल स्टेशन पर ले जाया गया.
सुबह 05:00 बजे: नासा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मिशन की सफलता और अंतरिक्ष यात्रियों की स्थिति की जानकारी दी.
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