डोनाल्ड ट्रंप की ये कहानी कर देगी हैरान, एलन मस्क के साथ मिलकर ऐसे पलटा गेम
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी ने बुलंद जीत हासिल की. ट्रंप एक बार फिर राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठेंगे. देश के 47वें राष्ट्रपति होंगे. डोनल्ड ट्रंप की इमेज डेयरिंग लीडर की है. जो चाहते हैं कर दिखाते हैं. जो करना होता है उसका डंका जरूर पीटते हैं.
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डोनल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति चुनाव में जीत उनके फाइट बैक स्पिरिट की स्टोरी है. हो सकता है डोनल्ड ट्रंप को भी यकीन न हो रहा हो कि एक वक्त वो कहां थे, आज कहां पहुंच गए. ये अमेरिका जैसे देश में ही मुमकिन है कि ट्रंप ने एक बार राष्ट्रपति का टर्म पूरा किया. फिर चुनाव हारे. फिर चुनाव लड़ने पर रोक लग गई. रोक हटी तो लड़कर, जीतकर जबरदस्त वापसी की. अब दुनिया के सुपर पावर कंट्री के सुपर बॉस बन गए डोनल्ड ट्रंप.
ये जीत इतनी बड़ी कि अमेरिका ही नहीं, भारत का स्टॉक मार्केट भी झूम उठा. कैसे डोनल्ड ट्रंप ने बार-बार फाइट बैक करके विरोधियों को चारों खाने चित्त किया. कैपिटॉल हिल्स वाली हिंसा, पॉलिटिकल बैन, पॉर्न स्टार वाली कंट्रोवर्सी, पर्सनल लाइफ में शादियों से लेकर तलाक का बार-बार चलने वाला चक्कर और अरबों की दौलत के मालिक ट्रंप पूरी दुनिया का सबसे चर्चित चेहरा बन गए हैं. चर्चित चेहरा में अनसुनी कहानी डोनल्ड ट्रंप की...
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी ने बुलंद जीत हासिल की. ट्रंप एक बार फिर राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठेंगे. देश के 47वें राष्ट्रपति होंगे. डोनल्ड ट्रंप की इमेज डेयरिंग लीडर की है. जो चाहते हैं कर दिखाते हैं. जो करना होता है उसका डंका जरूर पीटते हैं.
78 साल की उम्र में बार-बार गोली खाकर भी ट्रंप ने हौसला टूटना तो दूर, डगमगाने तक नहीं दिया. क्या पता इलेक्शन कैंपेन के बीच ऐसे ही वीडियो ने ट्रंप की जीत कन्फर्म कर दी हो. अमेरिका जैसे देश में राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार पर बार-बार गोलीबारी होती रही. एक बार नहीं, दो-दो बार. सारी दुनिया में हड़कंप मचा. किस्मत अच्छी थी कि एक बार गोली ट्रंप के कान को छूकर निकल गई.
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फ्लोरिडा के गोलीकांड में भी ऐसे बच निकले थे डोनल्ड ट्रंप
2021 का राष्ट्रपति चुनाव डोनल्ड ट्रंप की पॉलिटिक्स को मिट्टी में मिला रहा था. जो बाइडेन से ट्रंप चुनाव हार गए थे. समर्थकों को हार बर्दाश्त नहीं हुई. समर्थकों ने वाशिंगटन डीसी के स्टेट कैपिटल बिल्डिंग पर हमला कर दिया. इतनी हिंसा हुई कि 5 लोगों की जान चली गई.
सारी साजिश का ठीकरा ट्रंप के सिर फूटा. विद्रोह भड़काने के लिए ट्रंप पर महाभियोग का मुकदमा चला. जांच में ट्रम्प दोषी साबित हुए. क्रिमिनल केस चलाने का कोर्ट का ऑर्डर निकला. ट्रंप जेल तो नहीं गए, लेकिन चुनाव लड़ने पर बैन लगा दिया गया. ट्रंप के बुरे दिन शुरू हुए तो पुराने कांड भी खुलकर आने लगे. 2016 के चुनाव प्रचार में पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स से संबंध छिपाने के बदले मोटी रकम देने के आरोप लगे. अचानक ट्रंप पर मुकदमे लद गए.
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ट्रंप पर हैं 19 मुकदमें
ट्रंप आज भी 19 मुकदमों में फंसे हैं. ट्रंप की हालत ऐसी हो गई कि सोशल मीडिया एक्स ने ट्रंप पर लाइफ टाइम बैन तक लगा दिया. जब वक्त बदला तो देखिए क्या बदला. जिस ट्विटर ने कभी बैन किया था उसी के नए मालिक एलॉन मस्क ने ट्रंप को राष्ट्रपति बनवाने के लिए जमीन आसमान एक कर रखा था. ट्रंप के लिए राहत की बात ये रही कि रिपब्लिकन पार्टी ने भरोसा बनाए रखा. चुनाव की घड़ी आई तो ट्रंप पर चुनाव लड़ने से लगा बैन हट गया. फिर क्या हुआ वो दुनिया देख रही है. दूसरी बार ट्रंप ने अमेरिका की पावर वुमन को हराया है. 2017 में बिल क्लिटंन की पत्नी हिलरी क्लिंटन को हराया. अब कमला हैरिस की बारी आई.
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ट्रंप को बचपन में नहीं मिल पाया मां का प्यार
डोनाल्ड ट्रंप का जन्म न्यूयॉर्क में 14 जून 1946 को हुआ था. उनका परिवार पहले से काफी अमीर था, इसलिए कहा जाता था कि ट्रंप चांदी की चम्मच के साथ पैदा हुए. ट्रंप जब छोटे थे, तभी उनकी मां बीमार रहने लगीं और उन्हें बचपन में मां का प्यार कम ही मिल पाया. इसलिए ट्रंप पर पिता फ्रेड ट्रंप का असर ज्यादा रहा. ट्रंप अपने स्कूली जीवन में बच्चों को बुली किया करते थे. उनके पिता के पास अक्सर ट्रंप की शिकायतें आती रहती थीं. इसी वजह से ट्रंप के पिता ने उनका एडमिशन मिलिट्री स्कूल में करा दिया. उस समय ट्रंप की उम्र 13 साल थी. मिलिट्री स्कूल से पास होने के बाद ट्रंप ने दो साल तक फोर्डहम यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की. इसके बाद वह पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी चले गए और रियल स्टेट प्रोग्राम में पढ़ाई की. साल 1968 में इकोनॉमिक साइंस में भी डिग्री ली.
रियल एस्टेट का कारोबार मिला विरासत में
डोनाल्ड ट्रंप को रियल एस्टेट कारोबार विरासत में मिला है. उनके पिता फ्रेड ट्रंप न्यूयॉर्क के सबसे सफल रियल एस्टेट कारोबारियों में से एक थे. उन्होंने अपनी पत्नी एलिजाबेथ के साथ 1927 में रियल स्टेट कंपनी शुरू की थी. 1971 में डोनाल्ड ट्रंप ने पिता का कारोबार संभाला और इसे तेजी से आगे बढ़ाया. 70 के दशक में जब अमेरिका में कई बड़े उद्योगपति दिवालिया हुए तो ट्रंप ने उनकी वीरान इमारतों को खरीदने का जोखिम उठाया और फिर पूरा किया अपना वो ख्वाब, जिसमें वो अमेरिका की सबसे ऊंची बिल्डिंग बनाना चाहते थे. 1979 में उन्होंने 58 मंजिला ट्रंप टावर की नींव डाली और 4 साल के अंदर ही इसका उद्घाटन भी कर दिया.
ट्रंप के अफेयर के रहे हैं खूब चर्चे
ट्रंप की पर्सनल लाइफ की बात करें तो वो अपनी शादी और अफेयर की खबरों को लेकर खूब चर्चा में रहे हैं. इस वक्त ट्रंप की पत्नी पूर्व स्लोवेनियाई मॉडल मेलानिया नोज़ हैं, जिससे उन्होंने 2005 में शादी की और उनका एक बेटा है, बैरन विलियम ट्रम्प. उनकी पहली पत्नी इवाना जेलनिकोवा थीं, जिससे 1990 में खूब हुए विवाद के बाद उन्होंने तलाक ले लिया.
ट्रंप पर लगे डॉमेस्टिक वायलेंस के मामले के चलते दोनों का ये तलाक खूब सुर्खियों में रहा. ट्रंप की इस शादी से तीन बच्चे डोनाल्ड जूनियर, इवांका और एरिक हैं. इसके बाद 1993 में ट्रंप ने एक्ट्रेस मारला मैप्ल्स से शादी की जिससे उन्हें टिफनी नाम की संतान हैं.
मुंबई में भी है ट्रंप टावर
अपने लैविश फैसलों की वजह से उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ा. उनकी अलग-अलग कंपनियां छह मौकों पर बैंकरप्ट घोषित हुईं. 1990 आते-आते खुद ट्रंप पर 975 मिलियन डॉलर का पर्सनल लोन हो गया और वो खुद दिवालिया होने के कगार पर आ गए. लेकिन वो कहते हैं न हिम्मते मर्दा तो मदद-ए-खुदा. कंगाल घोषित होने से बचने के लिए ट्रंप ने सिटी और मैनहट्टन जैसे बैंकों से 65 मिलियन डॉलर का और कर्ज लिया और फिर मेहनत और लगन के दम पर नए पुराने सारे कर्ज चुकता कर दिए. अपनी कंपनी के तहत उन्होंने तमाम लक्जीरियस इमारतें बनवाईं, जिनमें ट्रंप पैलेस, ट्रंप वर्ल्ड टॉवर, ट्रंप इंटरनेशल होटल एंड रिसॉर्ट शामिल हैं. दुनिया के तमाम बड़े शहरों की तरह ही भारत के मुंबई में भी Trump Tower मौजूद है.
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