tirupati laddu controversy : डिप्टी CM पवन कल्याण को एक्टर प्रकाश राज ने दी नसीहत, शुरू हुई जुबानी जंग
साउथ और बॉलीवुड फिल्मों के बड़े कलाकार प्रकाश राज भले ही राजनीति से दूर रहें पर राजनीति पर अपना रिएक्शन देने से पीछे नहीं हटते हैं. वे पीएम मोदी के बड़े क्रिटिक हैं.
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न्यूज़ हाइलाइट्स
सनातन धर्म पर पवन कल्याण और प्रकाश राज में तेलुगू में शुरू हो गई जुबानी जंग.
प्रकाश राज ने पवन कल्याण से कहा- ये उस राज्य में हुआ है जहां आप उपमुख्यमंत्री हैं.
तिरुपति बालाजी के पवित्र प्रसाद 'श्रीवारी' लड्डू के घी में मिलावट को लेकर बीजेपी और विपक्ष आमने-सामने होते दिख रहा है. इस पूरे में मामले में जब एक्टर और आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण कूदे तो एक्टर प्रकाश राज भी पीछे कहां रहने वाले थे. उन्होंने भी पवन कल्याण के महाशुद्धि-पश्चाताप के लिए 11 दिन के उपवास पर सोशल मीडिया X पर नसीहत दे दी. प्रकाश राज ने कहा कि डियर पवन कल्याण, ये उस राज्य में हुआ है जहां आप उपमुख्यमंत्री हैं. प्लीज जांच कीजिए, दोषियों को ढूंढिए और कड़ी कार्रवाई कीजिए. इस मुद्दे को सेंसेशनल क्यों बना रहे हैं?
साउथ और बॉलीवुड फिल्मों के बड़े कलाकार प्रकाश राज भले ही राजनीति से दूर रहें पर राजनीति पर अपना रिएक्शन देने से पीछे नहीं हटते हैं. वे पीएम मोदी के भयंकर वाले क्रिटिक हैं. पॉलिटिक्स में नहीं हैं, लेकिन पॉलिटिक्स से दूर भी नहीं हैं. तिरुपति बालाजी के प्रसाद में घोटाला सामने आया तो प्रकाश राज को इसमें बीजेपी का खेल दिखने लगा.
लड्डू के घी में मिलावट पर अभी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. इधर हिंदू धर्म की रक्षा की लड़ाई नायडू और जगन के बीच चल ही रही है.
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लड्डू कंट्रोवर्सी में पवन कल्याण ने ली एंट्री
इसी बीच तेलुगू सुपर स्टार और डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने नायडू को भी पीछे छोड़ने के लिए धमाकेदार एंट्री ली. पवन कल्याण ने तो लड्डू के घी में चर्बी की बात पर महाशुद्धि और पश्चाताप के लिए 11 दिन का उपवास करने का ऐलान कर दिया. साथ ही हवन और यज्ञ भी करने लगे हैं. उन्होंने कसम खा ली कि खतरे में पड़ गए सनातन धर्म और देश के मंदिरों को बचाना है. आइडिया दिया कि सनातन धर्म रक्षण बोर्ड बनना चाहिए.
विदेश में बैठे प्रकाश राज ने पवन कल्याण को दी नसीहत
जब बालाजी के प्रसाद में घोटाले की गूंज है, तब प्रकाश राज देश से बाहर विदेश में शूटिंग कर रहे हैं. विदेश में बैठे प्रकाश राज को लगा डिप्टी सीएम पवन कल्याण अपना काम करने के अलावा सब कर रहे हैं. कहीं बीजेपी का खेल तो नहीं खेल रहे? सेंसेशन मचाकर, राष्ट्रीय मुद्दा बनाकर तनाव तो नहीं बढ़ा रहे हैं.
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प्रकाश राज ने सोशल मीडिया X पर लिखा- डियर पवन कल्याण, ये उस राज्य में हुआ है जहां आप उपमुख्यमंत्री हैं. प्लीज जांच कीजिए, दोषियों को ढूंढिए और कड़ी कार्रवाई कीजिए. आप इस मुद्दे को सेंसेशनल क्यों बना रहे हैं और इसे राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा क्यों बनाना चाहते हैं? देश में पहले ही बहुत सांप्रदायिक तनाव है केंद्र में बैठे आपके दोस्तों की कृपा से.
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प्रकाश राज की बात पवन कल्याण को चुभ गई?
विदेश से प्रकाश राज ने खेल उधेड़ दिया. पवन कल्याण को उनका ताना चुभ गया. अब दोनों तरफ से शुरू है तेलुगू में जुबानी जंग. पवन कल्याण कह रहे हैं कि सेक्युलरिजम म्यूचुअल होना चाहिए. मेरी आलोचना क्यों कर रहे हैं? क्या मैं सनातन धर्म पर अटैक के बारे में नहीं बोल सकता? मेरे लिए सनातन धर्म सबसे अहम है. इस मामले में हर हिंदू को जिम्मेदारी लेनी चाहिए. पवन कल्याण यहां तक बोल गए कि अगर किसी दूसरे धर्म में ऐसा होता तो बहुत बड़ा आंदोलन हो जाता.
प्रकाश राज ने पवन कल्याण पर क्यों किया ये तंज?
प्रकाश राज ने पवन कल्याण पर 'आपके दोस्तों' वाला ताना इसलिए मारा कि क्योंकि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में पवन कल्याण का बीजेपी से अलायंस है. पवन कल्याण चंद्रबाबू नायडू के पुराने दोस्त हैं. तेलंगाना चुनाव में तो पवन कल्याण की जनसेना पार्टी और बीजेपी अलायंस की दाल नहीं गली, लेकिन आंध्र प्रदेश के चुनावों में पवन कल्याण ने टीडीपी-बीजेपी का अलायंस कराने में बड़ा अहम रोल निभाया. तीनों पार्टियों का अलायंस हिट रहा. चुनाव जीतकर चंद्रबाबू सीएम बने. पवन कल्याण पॉलिटिक्स में आकर सीधे डिप्टी सीएम बन गए. चुनाव के बाद मोदी पवन कल्याण से इतने प्रभावित हुए कि कह दिया कि ये पवन नहीं आंधी है.
बीजेपी हिंदू-हिंदू करने वाली पार्टी है इसलिए प्रकाश राज को पवन कल्याण का सनातन-सनातन करना अखर रहा है . दक्षिण में हिंदू-हिंदू करने से बीजेपी को कर्नाटक के अलावा कहीं किसी और राज्य में फायदा नहीं मिला. आंध्र प्रदेश में बीजेपी टीडीपी-जेसीपी की पिछलग्गू बनकर सत्ताधारी पार्टी बनी. दक्षिण में बीजेपी के फेल हिंदू एजेंडे को पवन कल्याण ने अपनाया है. बालाजी प्रसाद विवाद में नायडू इतना ही हिंदू-हिंदू कर रहे हैं कि जगन मोहन रेड्डी को हिंदू विरोधी साबित कर सकें. पवन कल्याण तो अड़ गए हैं कि तिरुपति से बाहर भी सनातन धर्म की रक्षा करेंगे.
हिंदू-मुसलमान, हिंदुत्व, धर्म की राजनीति जैसी बातों पर ही प्रकाश राज की बीजेपी से अदावत रहती है. प्रकाश बीजेपी के उग्र हिंदुत्व के उग्र आलोचक हैं. उन्होंने कभी ये बताने से परहेज नहीं किया कि उन पर मोदी विरोधी का टैग लगा है. वो दावा कर चुके हैं कि सिर्फ मोदी विरोधी होने से पार्टियों ने अप्रोच किया. मोदी-अमित शाह हिंदू नहीं, बीजेपी सरकार आई तो वो कर्नाटक में असुरक्षित महसूस करेंगे जैसे बयान देकर खूब ट्रोल होते रहे हैं प्रकाश राज.
प्रकाश राज दावा कर चुके हैं कि मोदी विरोधी होने के कारण उन्हें साउथ की फिल्म इंडस्ट्री में तो नहीं, लेकिन हिंदी फिल्मों में काम मिलना बंद हो गया. लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ज्वाइन करने की अफवाह उड़ी तो प्रकाश राज ने यहां तक कह दिया कि बीजेपी इतनी अमीर नहीं कि मुझे खरीद सके.
लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं प्रकाश राज
पवन कल्याण का पॉलिटिकल डेब्यू हिट रहा. प्रकाश राज फ्लॉप हुए. 2019 के चुनाव तक प्रकाश राज मोदी विरोधी टैग के कारण सोशल मीडिया में हिट हुए. लगा यही पॉलिटिकल डेब्यू का टाइम है. बैंगलोर सेंट्रल लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव में उतर गए लेकिन जनता ने बुरी तरह रिजेक्ट किया. सिर्फ 28 हजार वोट हासिल करके हारे प्रकाश राज. तब से प्रकाश राज ने कोई और चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन मोदी बीजेपी के विरोध में पॉलिटिकली एक्टिव आज भी हैं.
2017 में कर्नाटक में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या हुई थी. उस मर्डर केस को लेकर प्रकाश राज इमोशनल भी हुए और एक्टिविस्ट भी बने. सवाल उठाया कि गौरी लंकेश की हत्या पर मोदी चुप क्यों रहे. मोदी तो नहीं बोले लेकिन प्रकाश राज बोलते रहे, पूछते रहे. उन्होंने सोशल मीडिया पर हैशटैग justasking शुरू किया. आज भी जो भी लिखते हैं इसी हैशटैग से लिखते हैं. पवन कल्याण को भी डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी का एहसास कराते हुए उन्होंने लिखा हैशटैग justasking.
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