फेलोशिप पर ऑक्सफोर्ड जाएंगे अन्नामलाई, तमिलनाडु में BJP की हार के बाद उठे थे सवाल

रूपक प्रियदर्शी

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Tamilnadu BJP: तमिलनाडु के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी की मेहनत बड़ी चर्चा में रही. तमिलनाडु बीजेपी के सबसे ज्यादा फोकस वाले राज्यों में से था. और तमिलनाडु में बीजेपी का मौका बन सकता है ये उम्मीद जगाई थी तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई ने. हालांकि पीएम मोदी और अन्नामलाई दोनों की मेहनत के बाद भी तमिलनाडु में बीजेपी का खाता नहीं खुला. अन्नामलाई खुद कोयम्बटूर में अपना चुनाव 1 लाख से ज्यादा वोटों से हार गए. पार्टी के लिए पॉजिटिव बात बस ये रही कि बीजेपी राज्य की 39 में से 12 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही.

चुनाव के बाद लिया ब्रेक 

लोकसभा चुनाव खत्म होते ही अन्नामलाई ने राजनीति से कम से कम 6 महीने का ब्रेक लेने का फैसला किया है. इस खबर को बीजेपी और अन्नामलाई की हार की तरह पेश किया जा रहा है लेकिन अन्नामलाई की टीम का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है. उन्हें यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड में तीन महीने की फेलोशिप मिली है जिसके लिए चुनाव से पहले अप्लाई किया था. अन्नामलाई को चेवनिंग गुरुकुल फेलोशिप फॉर लीडरशिप एंड एक्सीलेंस मिली है. फेलोशिप सितंबर से दिसंबर तक चलेगी. बीजेपी से स्टडी के लीव लेकर अन्नामलाई अगले 6 महीने राजनीति से दूर रहेंगे. लीडरशिप क्वालिटी सीखेंगे. यानी अन्नामलाई आगे की सियासत के लिए रिचार्ज होने जा रहे हैं. 

वैसे हार के बाद भी तमिलनाडु में बीजेपी की उम्मीद की किरण अन्नामलाई ही हैं. बीजेपी का खाता भले नहीं खुला हो लेकिन DMK के खिलाफ बीजेपी को चर्चा में लाना और AIADMK का विकल्प बना देना अन्नामलाई की उपलब्धि मानी जा रही है. अन्नामलाई की गारंटी पर ही बीजेपी ने AIADMK के साथ अलायंस तोड़ा था. हारने के बाद भी वो इस फैसले पर कायम रहे. उदाहरण दिया कि अगर ओडिशा में बीजेपी बीजेडी के साथ रहती तो कभी सरकार बना पाती?

अन्नामलाई का जबरदस्त रहा है एकेडेमिक करियर

तमिलनाडु के सामान्य परिवार के रहने वाले अन्नामलाई का शानदार एकेडेमिक करियर रहा है. उन्होंने इंजीनियरिंग, MBA फिर सिविल सर्विसेज क्वालिफाई करने के बाद राजनीति में इंट्री ली. आईपीएस रहकर कर्नाटक कैडर में अलग-अलग पदों पर पोस्टिंग रही. आईपीएस छोड़कर राजनीति में आते ही बीजेपी ने तमिलनाडु का अध्यक्ष बना दिया. लोकसभा चुनाव का पहला टेस्ट अन्नामलाई हारे. कहा जा रहा है कि पार्टी के खराब प्रदर्शन, गुटबंदी, साथी नेताओं के असहयोग से थोड़े आहत भी हैं. इन सबको जोड़कर ही ये अटकलें लग रही हैं कि अन्नामलाई सब छोड़छाड कर पढ़ने के बहाने कन्नी काट रहे हैं. अभी साफ नहीं कि अन्नामलाई दिसंबर तक छुट्टी पर होंगे तब भी अध्यक्ष बने रहेंगे या बीजेपी किसी और नियुक्त करेगी. 

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तमिलनाडु में अगला चुनाव बहुत दूर नहीं है. 2026 में विधानसभा चुनाव होना है. बीजेपी की पूरी कोशिश रहेगी कि जो लोकसभा में न हो सका वो विधानसभा चुनाव में हो जाए. अगर अन्नामलाई सचमुच सिर्फ रिचार्ज होने जा रहे हैं तो लौटने पर यही टास्क होगा कि तमिलनाडु में बीजेपी को जिताएं. 
 

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