दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव के नतीजे घोषित, NSUI की बड़ी जीत
DUSU result 2024: दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव के नतीजे घोषित, NSUI के रौनक खत्री छात्रसंघ अध्यक्ष चुने गए. वहीं एबीवीपी के भानू प्रताप उपाध्यक्ष और मृत्रवृंदा सचिव चुनी गई हैं.
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न्यूज़ हाइलाइट्स
दिल्ली छात्रसंघ चुनाव में दो पदों पर NSUI और दो पर ABVP का कब्जा.
दिल्ली हाईकोेर्ट ने चुनावी परिणाम पर लगा दी थी, इसलिए देरी से जारी हुए नतीजे.
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के नतीजे घोषित हो गए हैं. यहां कांग्रेस का स्टूडेंट विंग NSUI ने बड़ी जीत हासिल की है. यूनवर्सिटी में एनएसयूआई के उम्मीदवार रौनक खत्री छात्रसंघ अध्यक्ष चुने गए हैं. रौनक ने एबीवीपी के ऋषभ चौधरी को हरा दिया है. रौनक खत्री को कुल 9348 और ऋषभ चौधरी को 8699 वोट मिले हैं.
एनएसयूआई ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव के पद पर कब्जा जमा लिया है. वहीं एबीवीपी के भानू प्रताप उपाध्यक्ष और मृत्रवृंदा सचिव चुनी गई हैं. एबीवीपी के मित्रविंदा कर्णवाल ने एनएसयूआई की नम्रता जेफ मीणा को हरा दिया है. कर्णवाल को कुल 8533 जबकि नम्रता जेफ मीणा को 8240 वोट मिले हैं.
अदालत ने DUSU की मतगणना पर लगा दी थी रोक
उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में एबीवीपी के भानु प्रताप सिंह को कुल 9700 वोट मिले. वहीं दूसरे नंबर रहे एनएसयूआई के उम्मीदवार यश नांदल को 7592 वोट मिले हैं. गौरतलब है कि डूसू (DISU) का रिजल्ट चुनाव के एक दिन बाद यानी 28 सितंबर को घोषित होना था, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के कारण इसमें देरी हुई है.
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दिल्ली हाईकोर्ट ने ये रोक तब तक के लिए लगा थी जब तक कि चुनाव प्रचार के दौरान लगाए गए पोस्टर, होर्डिंग और संपत्तियों को विरूपित करने वाली अन्य सामग्री को हटा नहीं दिया जाता. दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में आरएसएस से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), कांग्रेस समर्थित ‘नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया' (NSUI) और वाम समर्थित ‘ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन' (आइसा) के अलावा ‘स्टूडेंट्स फेडेरेशन ऑफ इंडिया' (SFI) चुनावी मैदान में थे.
नहीं छूटेंगे पटाखे, न ढोल ही बजेंगे
गौरतलब है कि दिल्ली इस चुनाव में उम्मीदवारों से एक हलफनामा भी साइन कराया गया था. इस हलफनामे में लिखा गया था कि रिजल्ट घोषित होने के बाद न ही लाउडस्पीकर बजेंगे और न ही पटाखे फोड़ना है. रोड और रैली भी नहीं निकालनी है. पैम्फलेट्स और बैनर नहीं लगाने हैं. जो उम्मीदवार जीतने के बाद इसका पालन नहीं करेगा उसकी जीत रद्द कर दी जाएगी.
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