दिल्ली सरकार के मंत्री के घर ED का छापा, कौन हैं राजकुमार आनंद, इनपर क्या हैं आरोप?
आनंद के खिलाफ यह जांच प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉंड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत की जा रही है. डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआई) ने आरोप लगाया है कि आनंद ने अंतर्राष्ट्रीय हवाला लेनदेन के अलावा 7 करोड़ रुपए से अधिक की कस्टम चोरी के लिए इंपोर्ट की गलत जानकारी दी है.
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न्यूज तकः दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार की मुसीबतें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. ईडी ने 2 नवंबर की सुबह आम आदमी पार्टी के नेता और पटेल नगर सीट से विधायक राजकुमार आनंद के घर पर छापेमारी की है. आनंद दिल्ली सरकार में समाज कल्याण और एससी-एसटी कल्याण मंत्री हैं. ईडी ने सिविल लाइंस स्थित उनके सरकारी आवास पर छापेमारी की.
ईडी ने मंत्री के घर के अलावा 9 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की. आनंद के खिलाफ यह जांच प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉंड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत की जा रही है. डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआई) ने आरोप लगाया है कि आनंद ने अंतर्राष्ट्रीय हवाला लेनदेन के अलावा 7 करोड़ रुपए से अधिक की कस्टम चोरी के लिए इंपोर्ट की गलत जानकारी दी है. इसे लेकर आनंद के खिलाफ डीआरआई ने ही चार्जशीट दाखिल की है.
कौन हैं राजकुमार आनंद?
राजकुमार आनंद पहली बार साल 2020 में दिल्ली की पटेल नगर विधानसभा से विधायक बने थे. इससे पहले उनकी पत्नी वीना आनंद भी इसी सीट से विधायक रह चुकी हैं. उन्होंने 3 नवंबर 2022 को दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्रालय का पदभार संभाला था. पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की जगह राजकुमार आनंद इस पद पर आए थे. तब राजेंद्र गौतम को हिंदू धर्म पर विवादित कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
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