महाराष्ट्र के C-वोटर के एग्जिट पोल में MVA या महायुती किसकी बन रही सरकार? क्या है 61 सीटों वाला गणित?

अभिषेक

ADVERTISEMENT

Maharashtra Exit Poll
Maharashtra Exit Poll
social share
google news

Maharashtra C- Voter Exit Poll: महाराष्ट्र में वोटिंग के बाद अब सबकी निगाह इस बात पर है कि सरकार किसकी बनेगी? वैसे तो महायुती और महाविकास आघाडी दोनों गठबंधन अपनी-अपनी जीत को लेकर दावा कर रहे है लेकिन जीत किसकी होगी ये तो वोटों की गिनती के बाद ही क्लियर हो पाएगा. हालांकि वोटिंग के बाद आए एग्जिट पोल ने सभी दलों का होश उड़ाये हुए है. सर्वे कराने वाली एजेंसी सी-वोटर ने महाराष्ट्र के लिए जारी अपने एग्जिट पोल ने सभी को संशय में डाल दिया है. 

सी-वोटर के पोल नतीजों के मुताबिक महाराष्ट्र में किसी को भी बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. सबसे दिलचस्प बात तो है कि, विधानसभा की 61 ऐसी सीटें है जिनसे बड़ा खेल होने का अनुमान जताया जा रहा है. आइए आपको बताते हैं क्या है सी-वोटर के एग्जिट पोल के आंकड़े. 

पहले जानिए एग्जिट पोल के क्या है नतीजे 

सी-वोटर ने अपने एग्जिट पोल में महाराष्ट्र का रीजन वाइज डेटा जारी किया है. उत्तरी महाराष्ट्र, विदर्भ, मराठवाड़ा, मुंबई, पश्चिमी महाराष्ट्र और कोंकण के रीजन वाइज आंकड़े जारी किए हैं. यह आंकड़े दोनों की पार्टिंयों को चौंकाने वाले हैं. एग्जिट पोल के नतीजों में बीजेपी के NDA को 112 सीटें, कांग्रेस के INDIA को 104 सीटें और अन्य को 11 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है. 

इस एग्जिट पोल की सबसे खास और अहम बात ये है कि इन सीटों के अलावा 61 अन्य सीटें है जहां दोनों अलायंस के बीच कांटे की लड़ाई बताई गई है. यही वो सीटें है जो महाराष्ट्र में किसके सर सजेगा जीत का ताज वो डिसाइड करने वाली है. ये सीटें जिस भी गठबंधन के खाते में जाएगी वहीं बाजी मरेगा. 

महाराष्ट्र में क्या है बहुमत का आंकड़ा?

महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें है. सरकार बनाने के लिए महायुति और महाविकास आघाड़ी दोनों गठबंधनों के लिए 145 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगा. हालांकि एग्जिट पोल में किसी भी गठबंधन को बहुमत मिलते नजर नहीं आ रहा है. बीजेपी गठबंधन को 41 फीसदी वोट के साथ 112 सीटें वहीं एमवीए को 40 फीसदी वोट के साथ 104 सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है. यानी की दोनों गठबंधन बहुमत से काफी दूर है. इससे साफ है कि, सरकार बनाने में किसी भी गठबंधन को निर्दलीय विधायकों का समर्थन लेने की जरूरत पद सकती है. 

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT