महाराष्ट्र में BJP के कई नेता हुए बागी, इस्तीफा दे थामा शरद-अजित पवार की पार्टी का दामन
Maharashtra Election: बीजेपी ने संदीप नाईक के पिता और पूर्व मंत्री गणेश नाईक को ऐरोली विधानसभा सीट से एक बार फिर से उम्मीदवार बनाया है. माना जा रहा है कि बीजेपी ने जूनियर नाईक को लेकर गणेश नाईक पर दबाव बनाया था, लेकिन वो अपने बेटे को नहीं मना पाए. इसके बाद अब उन्होंने NCP शरद पवार गुट का दामन थाम लिया है.
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Maharashtra Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी को एक के बाद एक कई झटके लग रहे हैं. ये झटका भी कोई और नहीं, चाचा-भतीजे ही दे रहे हैं. महायुक्ति गठबंधन में शामिल अजित पवार की NCP और MVA से शरद पवार, दोनों मिलकर बीजेपी को झटके पर झटका दे रहे हैं. बीजेपी की पहली लिस्ट से नाराज नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया है. नवी मुंबई के बीजेपी नेता एवं पूर्व विधायक संदीप नाईक 22 अक्टूबर को शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) में शामिल हो गए.
संदीप नाईक के बेलापुर से विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है. वैसे इस सीट से बीजेपी ने अपनी मौजूदा विधायक मंदा म्हात्रे को फिर से उम्मीदवार बनाया है.
नवी मुंबई जिलाध्यक्ष संदीप नाईक ने बीजेपी छोड़ थामा शरद पवार का हाथ
संदीप नाईक बेलापुर से टिकट लड़ना चाह रहे थे लेकिन बीजेपी की पहली लिस्ट में 99 उम्मीदवारों में उनका नाम नहीं आने के कारण वह नाराज चल रहे थे. संदीप नाईक ने बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि, 'मैंने भाजपा नवी मुंबई जिला अध्यक्ष पद और पार्टी की सदस्यता से अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले को सौंप दिया है. मैं भारतीय जनता पार्टी का मुझ पर भरोसा जताने के लिए आभार व्यक्त करता हूं.'
'पिता को दिया टिकट और बेटे पर बनाया दवाब'
बीजेपी ने संदीप नाईक के पिता और पूर्व मंत्री गणेश नाईक को ऐरोली विधानसभा सीट से एक बार फिर से उम्मीदवार बनाया है. उनका नवी मुंबई क्षेत्र में वर्षों से काफी प्रभाव है. 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर संदीप नाईक के पिता गणेश नाईक ने NCP प्रत्याशी को मात देते हुए जीत हासिल की थी. बीजेपी ने इस बार भी गणेश का अपना प्रत्याशी बनाया है.
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माना जा रहा है कि बीजेपी ने जूनियर नाईक को लेकर गणेश नाईक पर दबाव बनाया था, लेकिन वो अपने बेटे को नहीं मना पाए. इसके बाद अब उन्होंने NCP शरद पवार गुट का दामन थाम लिया है. अब अगर शरद पवार गुट जूनियर नाईक को बेलापुर से टिकट देते है तो बीजेपी को कड़ी चुनौती मिल सकती है.
पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले ने थामा अजित पवार का हाथ
बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले ने अजित पवार की पार्टी का दामन थाम लिया. एनसीपी में अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे ने उनका स्वागत किया. विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट मिलना तय माना जा रहा है. महाराष्ट्र की अर्जुनी मोरेगांव विधानसभा सीट से बडोले दो बार विधायक रहे हैं. गोदिंया इलाके में इनका प्रभाव माना जाता है. क्या इस बार चुनाव जीत पाएंगे, जब ये सवाल उनसे किया तो उन्होंने दावा किया कि बहुत बड़े मार्जिन से जीतेंगे.
बीड जिले में बीजेपी नेता राजेंद्र मस्के ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया. मस्के बीड बीजेपी जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. मस्के काफी समय से बीजेपी में सक्रिय थे. वह बीड जिले चुनाव प्रभारी थे. इससे पहले वह बीड जिला परिषद के उपाध्यक्ष थे. बीजेपी की पहली सूची में टिकट नहीं मिलने पर राजेंद्र मस्के ने इस्तीफा दे दिया.
2019 के चुनाव में बीजेपी खेमे का ये था हाल
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें हैं. राज्य में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) गठबंधन की सरकार है. 2019 के चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 105 सीटें जीती थीं. वर्तमान में बीजेपी के 103 विधायक हैं. शिवसेना (शिंदे) के पास 40 विधायक और एनसीपी (अजित) के पास 43 विधायक हैं. इस बार के चुनाव में अजित पवार की पार्टी महायुति का हिस्सा है, जिसमें एकनाथ शिंदे और बीजेपी शामिल हैं.
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महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 20 नवंबर को वोटिंग होनी है. नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
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