Telangana loan waiver scheme: तेलंगाना में CM रेवंत रेड्डी ने पूरी कर दी राहुल गांधी की ये गारंटी, जानिए  

रूपक प्रियदर्शी

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Telangana loan waiver scheme: 22 जुलाई को राहुल गांधी किसानों से जब मिल रहे होंगे कि तब उनके पास कहने के लिए बहुत कुछ होगा. किसान न्याय की बात हवा में नहीं थी. जो कहा वो किया. तेलंगाना में कांग्रेस सरकार बनने के बाद किसानों के हित में रेवंत रेड्डी की सरकार ने धांसू फैसला लिया. एक दो नहीं, करीब 50 लाख किसानों का कर्ज माफ करना शुरू कर दिया. आपको बता दें कि, 6 मई 2022 को तेलंगाना के वारंगल की रैली में राहुल गांधी ने वादा किया था कि कांग्रेस की सरकार आई तो 2 लाख तक कर्ज माफ होगा. तेलंगाना में चुनाव नजदीक आया तो सोनिया गांधी ने कर्ज माफी समेत 6 गारंटी दी थी. गारंटी पर तेलंगाना की जनता ने भरोसा किया. दिसंबर में रेवंत रेड्डी की सरकार बन गई. जुलाई में सचमुच कर्ज माफी की रायथु वेदिकाज योजना का फीता कट गया. अब राहुल गांधी और करीब 5 लाख किसानों के साथ बड़ा जलसा उसी वारंगल में होगा जहां राहुल गांधी ने कर्ज माफी का पहली बार एलान किया था. 

कर्ज माफी का सिस्टम ये बना है कि रेवंत रेड्डी की सरकार अलग-अलग बैंक खातों में पैसे डालेगी. इससे जुलाई तक 1.5 लाख रुपये तक का कर्ज माफ हो जाएगा. जिन किसानो का 2 लाख तक का कर्ज है उनकी फाइल 15 अगस्त तक क्लियर हो जाएगी. पहली किस्त में रेवंत रेड्डी सरकार ने 11 लाख 50 हजार किसानों का एक लाख तक का कर्ज माफ करने के लिए 6 हजार 98 करोड़ रुपये रिलीज कर दिए. सब मिलाकर तेलंगाना के किसानों के 31 हजार करोड़ का किसान कर्ज माफ किया जाना है. 

50 लाख किसानों का माफ हुआ कर्ज 

तेलंगाना में 90 लाख राशन कार्ड हैं. 70 लाख किसान हैं. करीब 50 लाख किसान 2 लाख तक कर्ज माफी के दायरे में आते हैं. सचिवालय में एक नोडल ऑफिसर बैठेगा जो बैंक और किसानों के बीच तालमेल का काम करेगा. डिप्टी सीएम भट्टी विक्रमार्क कर्ज माफी योजना की निगरानी करते रहेंगे. सीएम रेवंत रेड्डी, डिप्टी भट्टी विक्रमार्क और मंत्री एन नागेश्वर राव ने सचिवालय में किसानों को बुलाकर कर्ज माफी की औपचारिक शुरूआत की. 

राजनीति में किसान और किसानों की कर्ज माफी के मुद्दे बहुत पुराने हैं. कर्ज माफी का वादा हर चुनाव में ज्यादातर पार्टियां करती हैं लेकिन कर्ज माफी कायदे से हुई नहीं. तेलंगाना में बीआरएस ने भी यही बोलकर वोट मांगा था. रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि 10 साल तक शासन में रहने के बाद भी कर्ज माफी नहीं हुई. राहुल की गारंटी सच के लिए रेवंत रेड्डी ने ये कमाल कर दिखाया. 

कांग्रेस ने गारंटी के दम पर जीता था चुनाव 

हिमाचल, कर्नाटक, तेलंगाना-पिछले 2 साल में इन तीन राज्यों की जीत से कांग्रेस का माहौल बनना शुरू हुआ था. कांग्रेस फालतू की बातों पर नहीं, गारंटी पर लड़ी थी चुनाव. तेलंगाना में रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस की गारंटी लागू करने में पूरी ताकत झोकी हुई है. महिलाओं की फ्री बस सर्विस, सस्ते गैस सिलेंडर, 200 यूनिट तक फ्री बिजली जैसी गारंटी वाली योजनाओं पर अब तक 29 से 30 हजार करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. 

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लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने मेनिफेस्टो को न्याय पत्र का नाम दिया था. किसान, युवा, नारी जैसे अलग-अलग कैटेगरी में न्याय की गारंटी दी थी. किसानो के लिए अलग से 5 गारंटी का वादा किया था. किसान कर्ज माफी उसमें भी शामिल थी. ये भी वादा था कि स्थायी कृषि ऋण माफी आयोग बनाया जाएगा. सरकार कांग्रेस या इंडिया गठबंधन की नहीं बनी लेकिन तेलंगाना से कर्ज माफी की शुरूआत करके कांग्रेस ने बीजेपी को बैकफुट पर कर दिया है. किसानों की कर्ज माफी करके तेलंगाना से कांग्रेस ने मोदी की किसान सम्मान निधि को चैलेंज किया है. किसान सम्मान निधि में केंद्र सरकार किसानों को साल में 6 हजार रुपये बैंक अकाउंट में डालती है. 2-पैसे 2 हजार रुपये की तीन किस्तों में दिए जाते हैं. अब तक ऐसी 17 किस्तें जारी हो चुकी हैं. रेवंत रेड्डी ने एक झटके में किसानों को 31 हजार करोड़ का तोहफा दे दिया. 

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