पीएम मोदी ने ऐसा क्या कहा दिया जिसपर चुनाव आयोग ने शुरू कर दी जांच

रूपक प्रियदर्शी

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EC on PM Modi: मंगल सूत्र, मुस्लिम, संपत्ति का बंटवारा-पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस का घोषणापत्र पढ़ा तो जरूर लेकिन कांग्रेस की नीति और नीयत के ऐसे-ऐसे निष्कर्ष निकाले कि लोकसभा चुनाव में घमासान मच गया. 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा की रैली से मोदी ने सबसे पहले कांग्रेस के घोषणापत्र को मुद्दा बनाना शुरू किया. तब से वे रूके नहीं हैं. हर रैली, हर भाषण में कांग्रेस के घोषणापत्र का सच बता रहे हैं. 

शिकायतों और आपत्तियों के बाद भी मोदी रूके नहीं. अब मामला इतना बढ़ गया कि चुनाव आयोग को एक्शन लेना पड़ा है. पीटीआई रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव आयोग ने मोदी के भाषण की जांच शुरू कर दी है. शिकायतें आने के बाद चुनाव आयोग को जांच करनी पड़ेगी. जांच के बाद या तो आरोपों को सही या गलत बताना होगा या मोदी के भाषणों को गलत या क्लीन चिट देनी होगी. अब धर्मसंकट चुनाव आयोग के सामने है क्योंकि केस देश के प्रधानमंत्री से जुड़ा है. 

विपक्ष ने पीएम के खिलाफ चुनाव आयोग में की शिकायत

कांग्रेस ने मोदी को चुनाव आयोग के हेट स्पीच वाले नियम में घेर लिया है. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी, सलमान खुर्शीद ने चुनाव आयोग जाकर शिकायत की थी. सीपीएम की ओर से सीताराम येचुरी भी मोदी के भाषणों की शिकायत करके आए. मोदी और बीजेपी के खिलाफ हेट स्पीच के आरोप में एफआईआर दर्ज करने की मांग है. 

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शिकायत तो बांसवाड़ा रैली को लेकर हुई लेकिन उसके बाद वाली रैलियों में भी मोदी कांग्रेस के घोषणापत्र का सच बता रहे हैं. सच क्या बता रहे हैं? कांग्रेस की सरकार आई तो संपत्ति लेकर उसे ज्यादा बच्चा पैदा करने वालों और घुसपैठियों में बांट देगी. सोना, मंगल सूत्र भी छीन लेगी. कांग्रेस मां-बहनों के स्त्रीधन का हिसाब करेंगी. आपका मंगलसूत्र भी नहीं बचने देंगे. 

कांग्रेस ने पीएम मोदी के बयान का किया फैक्ट चेक

कांग्रेस ने मोदी के हर बयान का फैक्ट चेक किया. सवाल पूछ रही है कि बताइए कहां लिखा हिंदू-मुसलमान, कहां लिखा है मंगल सूत्र. तीन दिन से राहुल गांधी सीन से गायब थे. बताया गया कि राहुल गांधी की तबीयत ठीक नहीं. सोशल मीडिया पर तो एक्टिव थे. 24 अप्रैल को ग्राउंड में वापसी करते ही ऐलान कर दिया कि कांग्रेस के क्रांतिकारी घोषणापत्र से मोदी पैनिक में हैं. घबरा गए हैं, हिल गए हैं. 

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प्रियंका गांधी ने किया पलटवार

कांग्रेस का घोषणापत्र लोकसभा चुनाव के सेंटर में आ गया है. कांग्रेस ने घोषणापत्र को न्याय पत्र नाम दिया है जिसमें नौकरी, रोजगार, न्याय की गारंटी दी गई है. लगने लगा कि आक्रामक भाषणों से मोदी ने चुनाव लूट लिया लेकिन प्रियंका गांधी ने कांग्रेस की वापसी करा दी. मोदी ने मंगल सूत्र बोला तो प्रियंका गांधी ने मां और दादी की मंगल सूत्र वाली कुर्बानियां गिनानी शुरू कर दी. मुसलमानों से शुरू हुई राजनीति को प्रियंका इमोशन पर ले आई हैं. राहुल ने सोना, मंगल सूत्र पर तो रिएक्ट नहीं किया लेकिन हुंकार भर दी कि घोषणापत्र में एक्सरे का मतलब क्या है. क्यों एक्सरे के नाम से देशभक्त डरते हैं.

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17 हजार से ज्यादा प्रधानमंत्री के खिलाफ मिलीं शिकायतें!

चुनाव आयोग चुनाव आचार संहिता को सख्ती से लागू करने की बात कही. कई राज्यों में कई नेताओं पर चुनाव आचार संहिता तोड़ने पर केस भी दर्ज कराया लेकिन अब मामला मोदी का है. कांग्रेस ने चुनाव आयोग को 18 से 22 अप्रैल के बीच आचार संहिता तोड़ने पर बीजेपी नेताओं के खिलाफ 16 शिकायतें दी हैं. बीबीसी रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव आयोग को नागरिकों की ओर से 17 हजार से ज्यादा शिकायतें पीएम मोदी के खिलाफ मिली हैं.

आदर्श आचार संहिता के मुताबिक चुनाव प्रचार के दौरान न तो धार्मिक प्रतीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है, न धर्म, संप्रदाय, जाति के आधार पर वोट मांगे जा सकते हैं. किसी धार्मिक या जातीय समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने वाले भाषण देने या नारे लगाने पर भी रोक होती है. 

चुनाव आयोग के मुताबिक आचार संहिता से जुड़ी 200 शिकायतें आने पर 169 पर एक्शन लिया गया. बीजेपी ने 51 शिकायतें की जिनमें से 38 पर एक्शन लिया. कांग्रेस की 59 शिकायतों में से 51 पर एक्शन लिया गया. बाकी पार्टियों ने 90 शिकायतें कीं. चुनाव आयोग ने 80 पर एक्शन लिया. अब जो मामला है वो प्रधानमंत्री से जुड़ा है. 

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