ये हैं भारत के 5 ऐसे धार्मिक स्थल जहां महिलाओं को प्रवेश की नहीं है अनुमति!

News Tak Desk

06 Jun 2024 (अपडेटेड: Jun 6 2024 2:51 PM)

क्या आप जानते हैं कि भारत में कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां सिर्फ पुरुष ही प्रवेश कर सकते हैं जबकि महिलाओं को अंदर नहीं जाने दिया जाता है. तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ मंदिरों और तीर्थ स्थलों के बारे में-

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भारत को दुनियाभर में मंदिरों और धार्मिक स्थलों की भूमि के रूप में जाना जाता है. यहां कई प्रसिद्ध और ऐतिहासिक धार्मिक स्थल हैं, जिसकी यात्रा करने लोग दुनियाभर से आते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में कई ऐसे भी धार्मिक स्थल हैं, जहां सिर्फ पुरुष ही प्रवेश कर सकते हैं जबकि महिलाओं को अंदर नहीं जाने दिया जाता है. तो आइए आज हम इस आर्टिकल के जरिए देश के 5 ऐसे ही मंदिरों और तीर्थ स्थलों के बारे में जानते हैं-

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  • कार्तिकेय मंदिर (राजस्थान)

आपको बता दें, राजस्थान का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पुष्कर शहर वैसे तो ब्रह्मा जी के एकमात्र मंदिर के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां का कार्तिकेय मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है. खास बात ये है कि कार्तिकेय मंदिर ब्रह्मा मंदिर परिसर का एक हिस्सा है, जिसमें महिलाओं को जाने की अनुमति नहीं है. दरअसल, माना जाता है कि भगवान कार्तिकेय ब्रह्मचारी है इसीलिए अगर कोई महिला कार्तिकेय मंदिर में प्रवेश करती है तो वह क्रोधित हो जाते हैं. 

  • सबरीमाला मंदिर (केरल)

सबरीमाला मंदिर दक्षिण भारत के प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ स्थल में से एक है. यह मंदिर केरल राज्य के पथानामथिट्टा जिले में स्थित है, जो पहाड़ियों से घिरा हुआ है. यह मंदिर हिंदू ब्रह्मचर्य देवता अयप्पा को समर्पित है. जानकारी के मुताबिक, सबरीमाला मंदिर में आने के लिए श्रद्धालुओं को 41 दिनों का व्रत रखना पड़ता है. चूंकि पीरियड्स के कारण महिलाएं ये व्रत पूरा नहीं कर पाती हैं, इसलिए उन्हें मंदिर में प्रवेश करने नहीं दिया जाता है. आपको बता दें, सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं के एंट्री पर बैन है.

  • श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर (केरल)

पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल राज्य के तिरूवनंतपुरम में स्थित भगवान विष्णु का प्रसिद्ध मंदिर है. मान्यता है कि सबसे पहले इस स्थान से भगवान विष्णु की मूर्ति प्राप्त हुई थी, जिसके बाद उसी स्थान पर इस मंदिर की स्थापना की गई. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि इस मंदिर में भी सबरीमाला मंदिर की तरह महिलाओं को जाने की अनुमति नहीं है. आपको बता दें, श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर त्रावणकोर शासक श्री मूलम थिरुनल के शासन के दौरान निर्मित किया गया था. और तभी से इस मंदिर में महिलाओं का प्रवेश प्रतिबंधित है.

  • पीर हाजी अली दरगाह (महाराष्ट्र)

महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित पीर हाजी अली दरगाह भारत के सबसे प्रसिद्ध मस्जिदों में से एक है, जहां 15वीं शताब्दी के सूफी संत पीर हाजी अली शाह बुखारी के अवशेषों को सम्मान दिया जाता है. आश्चर्य की बात तो यह है कि जहां इस पवित्र स्थल पर हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते है लेकिन दूसरी तरफ महिलाएं इस दरगाह में प्रवेश नही कर सकती हैं. हालांकि, इसे कुछ समय के लिए हटा दिया गया था. लेकिन यह प्रतिबंध 2011-2012 के बीच फिर से लगा दिया गया था. बता दें, दरगाह के ट्रस्टियों और मौलानाओं का मानना ​​है कि इस्लाम महिलाओं को मुस्लिम संत की कब्र के आसपास आने की अनुमति नहीं देता है.

  • मंगल चंडी मंदिर (झारखंड)

आपको बता दें कि झारखंड के बोकारो में स्थित मंगल चंडी मंदिर एक महिला देवी का स्थान है, फिर भी महिलाओं को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. मानयता है कि इस मंदिर में स्थापित देवी केवल मंदिर में आने वाले पुरुषों के प्रसाद को ग्रहण करती है. ऐसा कहा जाता है कि अगर महिलाएं इस मंदिर में देवी की पूजा करती हैं तो इससे देवी नाराज हो जाती हैं. इसलिए यहां किसी भी पूजा या किसी धार्मिक अनुष्ठान के दौरान महिलाएं मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं कर सकती हैं.

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