1 रुपए सैलरी लेने वाले IAS अमित कटारिया देश के अमीर अफसरों में शुमार, नेटवर्थ जानकर दंग रह जाएंगे
Amit Kataria बिजनेस फैमिली से ताल्लुक रखते हैं. उनका परिवार दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन के कारोबार से जुड़ा हुआ है. इस बिजनेस से उन्हें तगड़ी कमाई मिलती है.
ADVERTISEMENT
Amit Kataria: IAS अधिकारी अमित कटारिया का नाम देश के सबसे अमीर अफसरों में शामिल है. हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले कटारिया हाल ही में छत्तीसगढ़ में पोस्टेड हुए हैं. करीब 7 साल के सेंट्रल डेप्युटेशन के बाद. उनकी चर्चा कई वजहों से होती रही है—चाहे वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान काले चश्मे पहनने का मामला हो या फिर महज 1 रुपये की सैलरी लेने का उनका फैसला. कटारिया का यह अनोखा कदम और उनकी करोड़ों की संपत्ति लोगों के बीच चर्चा का मुद्दा बना हुआ है.
करोड़ों की संपत्ति और 1 रुपए सैलरी
अमित कटारिया बिजनेस फैमिली से ताल्लुक रखते हैं. उनका परिवार दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन के कारोबार से जुड़ा हुआ है. इस बिजनेस से उन्हें तगड़ी कमाई मिलती है. रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति 8 करोड़ रुपए से अधिक बताई जाती है. वहीं, IAS अधिकारी के तौर पर उन्हें हर महीने लगभग 1.4 लाख रुपए सैलरी मिलती है. इसमें बेसिक-पे और अन्य भत्ते शामिल हैं.
बावजूद इसके, कटारिया ने सैलरी के तौर पर केवल 1 रुपए लेने का फैसला लिया है. जिससे उनके लिए लोगों की दिलचस्पी और बढ़ गई है. उनकी पत्नी अस्मिता हांडा एक कमर्शियल पायलट हैं. वो भी लाखों में कमाई करती हैं.
ADVERTISEMENT
ये भी पढ़ें: पूर्व क्रिकेटर के बेटे ने बदल लिया अपना जेंडर, आर्यन से अनाया बनकर सोशल मीडिया पर दिखाया नया लुक
UPSC परीक्षा और विवादास्पद घटनाएं
अमित कटारिया ने 2003 में UPSC परीक्षा में 18वीं रैंक प्राप्त की और IAS के छत्तीसगढ़ कैडर में शामिल हुए. IIT दिल्ली से बीटेक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने UPSC की परीक्षा पास की. बस्तर में कलेक्टर रहते हुए 2015 में उनका एक विवाद में नाम जुड़ गया.
ADVERTISEMENT
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान उन्होंने प्रोटोकॉल के खिलाफ काला चश्मा पहन रखा था. इस घटना के बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और इसके परिणामस्वरूप उन्हें बस्तर से हटाकर दिल्ली बुलाया गया.
कटारिया की सफलता और उनके द्वारा उठाए गए अनोखे कदमों ने उन्हें एक चर्चित और दूसरों से अलग IAS अधिकारी बना दिया है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT