कुत्तों से था ऐसा लगाव कि खुलवाया अस्पताल और छोड़ दिया था लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, कुछ ऐसे थे 'रतन'

शुभम गुप्ता

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Ratan Tata: रतन टाटा डॉग लवर थे. ये बात किसी से छुपी नहीं है. रतन टाटा कुत्तों को अपने परिवार का हिस्सा मानते थे. उन्होंने अपने जीवन में कई पेट्स रखे हैं. उन्हीं में से एक कुत्ता रतन टाटा को अंतिम श्रंद्धाजलि देने पहुंचा. हालांकि  उनके अंतिम संस्कार के दिन देश की बड़ी से बड़ी हस्तियां उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे. लेकिन एक कुत्ते ने अपनी और सबका ध्यान खींचा. उस कुत्ते का नाम 'गोवा' है. गोवा एक स्ट्रीट डॉग है. बताया जा रहा है कि स्ट्रीट डॉग का नाम खुद रतन टाटा ने गोवा रखा था. ये स्ट्रीट डॉग बॉम्बे हाउस में रहता है.

'गोवा' ने दी अंतिम विदाई

'गोवा' और रतन टाटा की करीबी इतनी थी कि वह अंतिम विदाई के दौरान उनके पास से हटने को तैयार नहीं था. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि 'गोवा' उनके पार्थिव शरीर के पास बैठा रहा और उसे वहां से हटाने की लगातार कोशिशें भी नाकाम रहीं. कुत्ता आखिरी पलों में अपने मालिक को निहारते हुए नजर आया, जो रतन टाटा के प्रति उसकी गहरी भावनाओं को दर्शाता है.

11 साल पुराना रिश्ता

रतन टाटा और 'गोवा' का रिश्ता करीब 11 साल पुराना है. जानकारी के अनुसार, टाटा के कर्मचारी जब गोवा में काम के सिलसिले में गए थे, तब उन्हें यह स्ट्रीट डॉग मिला. वे इस कुत्ते को मुंबई लेकर आए और रतन टाटा ने इसका नाम 'गोवा' रखा. तब से यह कुत्ता टाटा के आवास में रह रहा था.

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कुत्तों के लिए बनवाया अस्पताल

रतन टाटा को कुत्तों से इतना लगाव था कि उन्होंने उनके लिए नवी मुंबई में उनके लिए एक अस्पताल खोला. इस 5 मंजिला अस्पताल में 200 पालतू जानवरों का एक साथ इलाज किया जा सकता है. इस अस्पताल का निर्माण 165 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था. रतन टाटा ने अस्पताल खोलते समय कहा था, "मैं कुत्तों को अपने परिवार का हिस्सा मानता हूं, और इसलिए मुझे इस अस्पताल की जरूरत और अहमियत का एहसास है."

ताज होटल में स्ट्रीट डॉग्स के लिए विशेष नियम

रतन टाटा का प्यार सिर्फ पालतू कुत्तों तक सीमित नहीं था. उनके कहने पर मुंबई के ताज होटल में भी स्ट्रीट डॉग्स को एंट्री की अनुमति दी गई थी. टाटा का सख्त निर्देश था कि अगर कोई स्ट्रीट डॉग होटल के अंदर आता है, तो उसके साथ अच्छा व्यवहार किया जाए.

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पालतू कुत्ते के लिए छोड़ दिया था अवॉर्ड

रतन टाटा के कुत्तों के प्रति प्यार का एक और उदाहरण 2018 में देखने को मिला. उस समय यूके के प्रिंस चार्ल्स III ने रतन टाटा को उनके परोपकारी कार्यों के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित करने का आयोजन किया था. यह इवेंट बकिंघम पैलेस में होना था. रतन टाटा ने इसमें शामिल होने की सहमति भी दी थी. लेकिन जब उनके पालतू कुत्ते की तबीयत बिगड़ गई, तो उन्होंने अवार्ड समारोह में जाने से मना कर दिया. इस बात की जानकारी रतन टाटा के करीबी सुहेल सेठ ने साझा की थी.

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