'तुम्हारे साथ सोना चाहता हूं...' ट्रांस बनी क्रिकेटर अनाया बांगड़ के खुलासे से क्रिकेट जगत में भूचाल!

न्यूज तक

लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू के दौरान अनाया ने खुलासों ने लोगों के होश उड़ा दिए हैं. उन्होंने किसी क्रिकेटर का नाम लिए बिना. यह बताया कि कुछ क्रिकेटर्स ने उनको न्यूड फोटो भेजी और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए गालियां भी दीं. अनाया के सब कुछ खुलकर बताने पर उनकी काफी तारीफ की जा रही है. 

ADVERTISEMENT

अनाया बांगड़ के एक इंटरव्यू ने भूचाल ला दिया है.
अनाया बांगड़ के एक इंटरव्यू ने भूचाल ला दिया है.
social share
google news

पूर्व क्रिकेटर संजय बांगड़ की बेटी और ट्रांस महिला बनीं अनाया बांगड़ ने एक इंटरव्यू में ऐसे खुलासे किए हैं, जिसने सिर्फ क्रिकेट फैंस ही नहीं, पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. अनाया, जो कभी लड़के के रूप में क्रिकेट खेलती थीं और यशस्वी जायसवाल, सरफराज खान जैसे प्लेयर्स के साथ मैदान साझा कर चुकी हैं, अब एक ट्रांस महिला के रूप में अपनी नई पहचान के साथ सामने आई हैं.

लेकिन असली तूफान तब आया, जब उन्होंने इंटरव्यू में बताया कि कुछ पूर्व क्रिकेटर्स ने उन्हें न्यूड फोटो भेजे, गालियां दीं और यहां तक कह डाला" मैं तुम्हारे साथ सोना चाहता हूं." एक पूर्व खिलाड़ी ने उन्हें गाड़ी में बैठकर ऐसा ऑफर दिया, जिसे सुनकर हर कोई सन्न है.

अनाया ने साफ कहा, "जब मैंने अपनी सर्जरी के बाद खुलकर जीना शुरू किया, तब कई क्रिकेटर्स ने दोस्ती का दिखावा कर गंदी हरकतें करनी चाहीं." उन्होंने बताया कि कैसे एक समय ऐसा भी आया जब एक खिलाड़ी पब्लिक में उन्हें गालियां देता था और प्राइवेट में न्यूड फोटोज मांगता था. लेकिन यही नहीं, अनाया की कहानी में हिम्मत, दर्द और जुनून सब है.

पिता की वजह से सच्चाई छिपाकर रखनी पड़ती थी

अनाया के क्रिकेट करियर की शुरुआत 12 साल की उम्र से होती है. उन्होंने बताया की उनके पिता एक प्रसिद्ध हस्ती हैं. उनको अपनी सचाई को सभी से छुपकर रखना पड़ता था. उन्होंने कहा वो मुशीर खान, यशस्वी जयसवाल, सरफराज खान जैसे खिलाडियों के साथ खेल चुकी हैं. अनाया बांगड़ का क्रिकेट करियर बेहतरीन रहा है. 18 साल की उम्र में उन्होंने इंग्लैंड के लीसेस्टरशायर में हिंकले क्रिकेट क्लब में खेलती थी. इससे पहले उन्होंने मुंबई के जाने-माने इस्लाम जिमखाना क्लब के लिए स्थानीय क्रिकेट खेला, जहां उनके टैलेंट पर सबका ध्यान गया. 

यह भी पढ़ें...

ये भी पढ़ें: वों 12 गेंदें, जिससे स्टार्क ने पलट दी दिल्ली की बाजी, जब कोटला में लौटी सुपर ओवर की सनसनी

ऐसा था अनाया का कैरियर

12 साल की उम्र से क्रिकेट खेलते हुए उन्होंने भारत से लेकर इंग्लैंड तक अपनी पहचान बनाई. कूच बिहार ट्रॉफी से लेकर इंग्लिश क्लब क्रिकेट तक, उन्होंने बैट और बॉल से सभी को चौंकाया है. आज जब वह ट्रांस वुमन के तौर पर सामने आई हैं, तो कई लोग उनके साहस को सलाम कर रहे हैं. लेकिन ये भी सवाल खड़ा हो रहा है, क्या भारतीय क्रिकेट के अंदर अब भी ट्रांसफोबिया और यौन शोषण जैसी मानसिकता ज़िंदा है?

2019 में राष्ट्रीय अंडर-19 टूर्नामेंट (कूच बिहार ट्रॉफी) में पुडुचेरी के लिए खेलते हुए अनाया ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था. उन्होंने पांच मैचों में 150 का हाईएस्ट  स्कोर और दो हाफसेंचुरी के साथ कुल 300 रन बनाए. इसके साथ ही उन्होंने गेंदबाजी में जलवा दिखाते हुए 20 विकेट झटके थे. यह केवल उनके क्रिकेट करियर से जुड़े आकड़ें नहीं है बल्कि यह उनके जीवन के संघर्ष और मेहमत को दिखते हैं.

अनाया बांगड़ के पिता फेमस कोच 

अनाया बांगड़ के पिता, संजय बांगड़, भारतीय क्रिकेट जगत के बेहतरीन कोचों में गिने जाते हैं. उनका क्रिकेट और कोचिंग दोनों में ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है. आईपीएल में उन्होंने पंजाब किंग्स (PBKS) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) जैसी टॉप क्लास टीमों के कोच के रूप में कार्य किया है. इसके अलावा वह टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच के रूप में भी अपना योगदान दे चुके हैं.  

लल्लनटॉप का पूरा इंटरव्यू यहां देखिए...

ये भी पढ़ें: IPL में रोहित का बल्ला खामोश, 'जब करना था कर लिया..' वायरल VIDEO से निशाने पर आए हिटमैन

इनपुट- इंटर्न परम सांगवान 

    follow on google news
    follow on whatsapp