Datia News: मध्यप्रदेश में हो रही बारिश के दुष्परिणाम अब सामने आने लगे हैं. दतिया जिले में बीते 36 घंटे से बारिश हो रही है, इसकी वजह से दतिया किले की 400 साल पुरानी दीवार गिर गई और इसके मलबे में दबने से अब तक 7 लोगों की मौत होने की जानकारी सामने आ रही है.
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दतिया में 36 घंटे से लगातार हो रही बारिश से दतिया के खलका पुरा मोहल्ले में रियासत कालीन दीवार ढहने से एक बड़ा हादसा हो गया है. दीवार का मलबा नीचे बने कच्चे मकान ओर झोपड़ियो पर गिरा जिससे 9 लोग मलबे के नीचे दब गए, जिसमें 7 की मौत हो गई है. रेसक्यू टीम मौके पर पहुंची लेकिन लोगों को बचाने के प्रयास नाकाफी थे.
कलेक्टर संदीप माकिन के अनुसार मरने वालों में एक ही परिवार के 5 सदस्य शामिल हैं. शेष दो लोग परिवार के मुखिया की बहन और बहनोई हैं. हालांकि रेसक्यू के दौरान दो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.
मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार सुबह करीब साढ़े 3 बजे तेज आवाज से वे चौंक गए. लोग बाहर निकले तो देखा कि किले की दीवार गिर गई है. मलबे में दबे दो लोगों को तत्काल बाहर निकालकर हॉस्पिटल भेजा गया. पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी. जिस पर करीब साढे़ 5 बजे कलेक्टर संदीप मकीन, एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा, कोतवाली टीआई धीरेंद्र मिश्रा और एसडीईआरएफ की टीम मौके पर पहुंचे. करीब 7 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन में मलबे से 7 शव निकाले गए. कलेक्टर संदीप मकीन ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.
हादसे में गई इनकी जान
1.शिवम पिता निरंजन वंशकार उम्र 22 साल निवासी खलकापुरा थाना कोतवाली दतिया
2.सूरज पिता निरंजन उम्र 18 साल निवासी सदर
3.किशन पिता पन्नालाल वंशकार उम्र 60 साल निवासी सदर
4.प्रभा पति किशन बंशकार उम्र 56 साल निवासी सदर
5.निरंजन पिता तुलसीदास वंशकार उम्र 60 साल निवासी सदर
6.ममता पति निरंजन वंसकार उम्र 55साल निवासी सदर
7.राधा पिता निरंजन वंशकार उम्र 25 साल निवासी सदर
क्या बोले सीएम?
सीएम मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट करके लिखा कि 'दतिया में राजगढ़ किले की पुरानी दीवार ढहने से कई अनमोल जिंदगियों की मृत्यु का समाचार अत्यंत ही पीड़ादायी है. दुःख की इस घड़ी में हम सभी शोकाकुल परिवारों के साथ हैं. घटना की सूचना मिलते ही SDERF तथा जिला प्रशासन की टीम द्वारा तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था, लेकिन संकरा रास्ता होने की वजह से अथक प्रयासों के बावजूद भी इन अनमोल जिंदगियों को बचाया नहीं जा सका. मृतकों के परिवारजनों को ₹4-4 लाख की आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं. परमपिता परमात्मा से दिवंगतों की पुण्यात्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान देने व शोकाकुल परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं'.
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