बिहार में उपेंद्र कुशवाहा के CM बनने की इतनी चर्चा क्यों, नीतीश कुमार का क्या होगा?
Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज है, लेकिन नीतीश कुमार की सेहत को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं. ऐसे में उपेंद्र कुशवाहा के नाम की चर्चा सीएम पद के दावेदारों में हो रही है.
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Upendra Kushwaha: बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक है, और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत को लेकर कयास और चर्चाएं बढ़ती जा रही हैं. इस बीच बिहार की कुर्सी के अगले दावेदार को लेकर राजनीतिक गलियारों में जोर-शोर से चर्चा चल रही है. तेजस्वी यादव जहां विपक्ष के सीएम उम्मीदवार हैं, वहीं एनडीए ने अभी तक नीतीश कुमार की अगुवाई में चुनाव लड़ने की बात कही है. हालांकि, नीतीश की बढ़ती उम्र और गिरती सेहत को देखते हुए, राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि एनडीए को उनके विकल्प पर विचार करना होगा.
उपेंद्र कुशवाहा को सीएम बनाने की मांग
बुधवार को राज्यसभा सांसद बनने के बाद जब उपेंद्र कुशवाहा पटना एयरपोर्ट पहुंचे, तो राष्ट्रीय लोक मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने उन्हें बिहार का अगला मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर दी. पटना एयरपोर्ट पर कुशवाहा के समर्थकों ने जोर-शोर से यह मांग उठाई, जिसे हमारे संवाददाता शुभम निराला ने कवर किया. कार्यकर्ताओं ने कैमरे के सामने ही कुशवाहा को सीएम बनाने की अपील कर दी.
इस दौरान पटना एयरपोर्ट पर कुशवाहा का जोरदार स्वागत हुआ. ढोल-नगाड़ों की धुनों से एयरपोर्ट गूंज उठा, और कार्यकर्ताओं ने अपने नेता के सम्मान में कोई कसर नहीं छोड़ी. राज्यसभा सांसद बनने के बाद कुशवाहा का जोश भी साफ झलक रहा था.
क्या बोले उपेंद्र कुशवाहा?
उपेंद्र कुशवाहा ने इस मौके पर आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए की 243 सीटों पर तैयारी की बात कही और बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनने का दावा किया. हालांकि, सीएम पद की दावेदारी पर उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और सवाल को टाल गए.
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कुशवाहा का पुराना सपना
उपेंद्र कुशवाहा का बिहार का मुख्यमंत्री बनने का सपना नया नहीं है. 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने AIMIM, BSP और अन्य छोटे दलों के साथ मिलकर ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट बनाया था और खुद को इस गठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया था.
कुशवाहा जाति की राजनीति
बिहार में कुशवाहा समाज की आबादी 4.27% है, और 64 वर्षीय उपेंद्र कुशवाहा इस जाति के बड़े नेता माने जाते हैं. फिलहाल उनकी नजर आगामी विधानसभा चुनावों पर है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि एनडीए में सीट शेयरिंग के दौरान बीजेपी उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा को कितनी सीटें देती है.
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