अल्लू अर्जुन अरेस्ट तो फूफा पवन कल्याण क्यों होने लगे वायरल?

रूपक प्रियदर्शी

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तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दो राज्य जरूर अलग-अलग हो गए लेकिन दोनों की फिल्म इंडस्ट्री एक है. भौगोलिक विभाजन से तेलुगू फिल्में और तेलुगू स्टार्स नहीं बंटे. दोनों राज्यों में तेलुगू फिल्मों ही देखी जाती हैं. अल्लू अर्जुन, पवन कल्याण, महेश बाबू, चिंरजीवी के जितने फैंस तेलंगाना में हैं उतने ही आंध्र में. अल्लू अर्जुन जितने तेलंगाना के हैं, उतने आंध्र प्रदेश के भी. 

अल्लू अर्जुन जिस अल्लू परिवार से आते हैं उसमें कई फिल्म स्टार भी हैं, कई नेता भी. अल्लू अर्जुन के पिता अल्लू अरविंद साउथ के बड़े प्रोड्यूसर हैं. उनके दादा अल्लू रामलिंगैया बड़े एक्टर और प्रोड्यूसर थे. अल्लू अरविंद की बहन सुरेखा की शादी चिरंजीवी से हुई है जो तेलुगू के बहुत बड़े एक्टर हैं. उनके परिवार को कोनिडेला कहा जाता है. चिरंजीवी के बेटे राम चरण भी बड़े एक्टर हैं. चिरंजीवी के छोटे भाई हैं पवन कल्याण जो आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम और जनसेना पार्टी के चीफ और बड़े तेलुगू स्टार हैं. चिरंजीवी के रिश्ते से पवन कल्याण भी रिश्तेदार हुए और फूफा कहे जाते हैं. इस तरह से अल्लू-कोनिडेला परिवार का रिश्ता बनता है. 

अल्लू अर्जुन हैदराबाद में गिरफ्तार हुए तो वायरल हो गए पवन कल्याण

अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी के बाद पवन कल्याण स्पेशल फ्लाइट लेकर हैदराबाद पहुंचे. चिरंजीवी ने भी शूटिंग रोक दी. पत्नी सुरेखा के साथ हैदराबाद आकर परिवार से मिले. मुश्किल घड़ी में कोनिडेला परिवार ने अल्लू परिवार का पूरा साथ दिया. अल्लू अर्जुन का समर्थन करके वही किया जो परिवार के बड़े लोग करते हैं. इसके लिए बावजूद कि गिरफ्तारी के बाद अल्लू अर्जुन ने पवन कल्याण से कोई मदद नहीं मांगी थी. 

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अल्लू अर्जुन कौनसी कीमत चुका रहे

कहा जाने लगा कि रेवंत रेड्डी के साथ-साथ फूफा पवन कल्याण को भी नाराज करने की कीमत चुका रहे अल्लू अर्जुन. पवन कल्याण को अल्लू अर्जुन ने नाराज किया जगन मोहन रेड्डी से दोस्ती-यारी के चक्कर में.  दोनों के बीच चुनावों के समय से तनातनी चल रही थी. परिवार के पवन कल्याण के चुनाव लड़ने के बावजूद अल्लू अर्जुन ने उनके विरोधी YSRCP के रवि रेड्डी का समर्थन किया था. अल्लू अर्जुन और वाईएसआरसीपी के जगन मोहन रेड्डी के करीबी माने जाते थे. पवन कल्याण चंद्रबाबू नायडू के साथ जगन मोहन के खिलाफ लड़ रहे थे. अल्लू अर्जुन के समर्थन के बाद भी रवि रेड्डी की हार हुई. पवन कल्याण चुनाव जीतकर डिप्टी सीएम बन गए. तब से अल्लू अर्जुन और पवन कल्याण के बीच दूरियां मानी गईं. कहा ये भी जाने लगा कि पवन कल्याण के समर्थकों ने अल्लू अर्जुन से कुट्टी करके पुष्पा 2 से दूरी बना ली. 

पवन कल्याण का अल्लू अर्जुन के साथ खड़ा होना हेडलाइन बन गई. हालांकि चर्चा ये भी हो रही है कि दोनों ने अल्लू अर्जुन के समर्थन में खुलकर कोई बयान मीडिया में नहीं दिया. अल्लू अर्जुन केस में सीएम रेवंत रेड्डी ये सवाल उठा रहे हैं कि उस परिवार का क्या जिसकी महिला की मौत अल्लू अर्जुन के चक्कर में हो गई. अल्लू अर्जुन का खुलकर समर्थन करने में मुश्किल ये है कि जो भी बोलेंगे वो सीएम रेवंत रेड्डी के खिलाफ मान लिया जाएगा. अल्लू अर्जुन और रेवंत रेड्डी, तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री और रेवंत रेड्डी के बीच वैसे भी सब ठीक नहीं माना जाता. चिरंजीवी और रेवंत रेड्डी का रिलेशन अच्छा माना जाता है लेकिन पवन कल्याण कांग्रेस के विरोधी चंद्रबाबू नायडू के सहयोगी हैं. और एक राज्य से डिप्टी सीएम भी.
 

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