आतिशी दिल्ली की CM नियुक्त, शाम को होगी शपथ, कौन-कौन मंत्री बनेंगे? जानिए सब कुछ

ललित यादव

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तस्वीर: Office of Atishi के सोशल मीडिया 'X' से.
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Delhi CM Oath Ceremony: राष्ट्रपति राष्ट्रपति मुर्मू ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और इसके साथ ही आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी को दिल्ली की मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिया है. राष्ट्रपति ने पांच नए मंत्रियों की नियुक्ति को भी मंजूरी दी है. शपथ ग्रहण समारोह 21 सितंबर को राजभवन में आयोजित किया जाएगा, जिसमें आतिशी और उनके मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई जाएगी. सूत्रों के अनुसार, यह कार्यक्रम शाम 4:30 बजे होगा.

दरअसल, केजरीवाल ने मंगलवार को उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंपा था. इसके बाद आतिशी ने इस्तीफा और नई सरकार के गठन की फाइलें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास मंजूरी के लिए भेजीं. इसी के बाद 21 सितंबर को शपथ ग्रहण समारोह की तारीख निर्धारित की गई.

कौनसे 5 मंत्री लेंगे शपथ

पार्टी द्वारा घोषित नई मंत्रिपरिषद में गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन और नए सदस्य मुकेश अहलावत शामिल हैं, जो पहली बार विधायक बने हैं. इनमें से राय, गहलोत, भारद्वाज और हुसैन पहले भी केजरीवाल सरकार में मंत्री रह चुके हैं.

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केजरीवाल ने जेल से बाहर आने के बाद किया इस्तीफा का ऐलान

गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल 13 सितंबर को आबकारी नीति से जुड़े मामले में तिहाड़ जेल से बाहर आए थे, जहां वे पांच महीने से अधिक समय तक बंद रहे. जेल से बाहर आने के दो दिन बाद ही उन्होंने अचानक घोषणा की कि भाजपा द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद वे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे. उन्होंने कहा कि वे अगले विधानसभा चुनाव में जनता का समर्थन पाने के बाद ही दोबारा मुख्यमंत्री पद पर वापस लौटेंगे. इसके बाद ही केजरीवाल ने इस्तीफा दिया और विधायक दल की बैठक में आतिशी को नेता चुना गया.

आतिशी पहली बार 2020 में विधायक बनीं थीं

आतिशी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है और पंजाबी राजपूत परिवार से आती हैं. आतिशी पहली बार 2020 में कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गईं थीं. 2023 में उन्हें केजरीवाल सरकार में मंत्री नियुक्त किया गया था. अब, 2024 में आतिशी मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं. इससे पहले, 2019 में उन्होंने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें भाजपा के उम्मीदवार गौतम गंभीर से 4.77 लाख वोटों से हार का सामना करना पड़ा था और वह तीसरे स्थान पर रही थीं.

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आतिशी को केजरीवाल का करीबी और भरोसेमंद सहयोगी माना जाता है. अन्ना आंदोलन के दौरान से ही वह पार्टी में सक्रिय हैं और इस समय वह सबसे अधिक मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. जब मार्च में केजरीवाल जेल गए थे, तब से आतिशी पार्टी और सरकार दोनों के कार्यों को संभालती रही हैं. 

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ऑक्सफोर्ड से की है पढ़ाई

आतिशी के पिता नाम विजय सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे हैं. आतिशी ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल से की. इसके बाद उन्होंने सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इतिहास में पढ़ाई की और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में शेवनिंग स्कॉलरशिप पर मास्टर डिग्री प्राप्त की. उन्होंने ऑक्सफोर्ड से दूसरी मास्टर डिग्री रोड्स स्कॉलर के रूप में शैक्षिक अनुसंधान में की. सात साल तक मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में जैविक खेती और प्रगतिशील शिक्षा प्रणालियों पर काम करते हुए, उन्होंने कई गैर-लाभकारी संगठनों के साथ काम किया. इसी दौरान उनकी मुलाकात आप के कुछ सदस्यों से हुई और वह पार्टी के गठन के समय ही इससे जुड़ गईं.

2013 से निभा रही जिम्मेदारी

आतिशी 2013 से पार्टी में सक्रिय है, 2013 विधानसभा चुनाव वह घोषणापत्र मसौदा समिति की सदस्य रही. इसके अलावा, वह पार्टी की प्रवक्ता के रूप में भी सक्रिय रहीं. आतिशी को मनीष सिसोदिया का भी करीबी माना जाता है और उन्होंने सिसोदिया के सलाहकार के रूप में काम किया है. सिसोदिया की गैरमौजूदगी में उन्होंने शिक्षा मंत्रालय का काम संभाला. 

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