Bihar News: बिहार मंत्रिमंडल में बड़ा उलटफेर हो सकता है. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बीजेपी और जेडीयू के बीच बातचीत लगभग हो चुकी है. बस औपचारिक ऐलान होना बाकी है. दरअसल मंगलवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से मुलाकात की. 30 मिनट तक हुई इस मुलाकात में मंत्रिमंडल विस्तार से लेकर बोर्ड आयोग के गठन के मुद्दे पर बातचीत हुई. इस मुलाकात के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कैबिनेट विस्तार की खबर पर मुहर लगाते हुए कहा कि पूरी तैयारी हो चुकी है. कभी भी घोषणा की जा सकती है.
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जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से मुलाकात के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कैबिनेट विस्तार की खबर पर मुहर लगा दी. मुलाकात के बाद दिलीप जायसवाल ने कहा कि दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता बूथ लेवल तक कैसे बेहतर आपसी तालमेल बिठाकर कम करें इसको लेकर चर्चा हुई.
दिलीप जायसवाल ने आगे कहा कि हमारी पार्टी का सदस्यता अभियान भी चल रहा है इसलिए दोनों पार्टियों में संबंध बेहतर रहना जरूरी है. बोर्ड निगम के गठन के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब कभी भी बिहार में बोर्ड निगम का गठन हो सकता है. पूरी लिस्ट तैयार हो गई है. जेडीयू और बीजेपी के बीच सहमति बन गई है. वही कैबिनेट विस्तार के सवाल पर कहा कि बातचीत हो गई है. इसकी घोषणा कभी भी हो सकती है.
नड्डा- नीतीश की मुलाकात में भी हुई चर्चा
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शुक्रवार को पटना पहुंचे. जेपी नड्डा के दो दिवसीय बिहार दौरे के दौरान नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात हुई. नड्डा और नीतीश के बीच बिहार में स्वास्थ्य के क्षेत्र में चल रही योजनाओं को लेकर बातचीत हुई. बिहार में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी बातचीत हुई. माना जा रहा है कि तकरीबन 25 मिनट हुई इस मुलाकात में कैबिनेट विस्तार को लेकर भी चर्चा हुई. नीतीश ने कैबिनेट में फेरबदल पर सहमति भी जता दी थी. इसी मुलाकात के बाद से बिहार की सियासत में कैबिनेट विस्तार की चर्चा होने लगी.
दिलीप जायसवाल की भी हो सकती है छुट्टी
नीतीश कैबिनेट के विस्तार में कई नए चेहरों को मौका मिल सकता है. इसके साथ ही मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है. खुद दिलीप जायसवाल को भी अपना पद छोड़ना पड़ सकता है. आपको बता दें कि बीजेपी में ये कल्चर रहा है कि कोई एक व्यक्ति किसी एक पद की ही जिम्मेदारी संभालेगा. ऐसे में एक व्यक्ति एक पद की नीति के तहत बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की मंत्रिमंडल से छुट्टी हो सकती है. वर्तमान में दिलीप जायसवाल दो-दो जिम्मेदारियां निभा रहे हैं. एक तरफ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी है तो दूसरी तरफ भूमि सुधार विभाग की कमान भी दिलीप जायसवाल के पास ही है. ऐसे में अगर दिलीप जायसवाल प्रदेश अध्यक्ष बने रहते हैं तो उन्हें अपना विभाग छोड़ना पड़ सकता है.
6 और नए चेहरों की हो सकती है एंट्री
इसी साल फरवरी महीने में बिहार में सत्ता परिवर्तन हुआ. सीएम नीतीश ने महागठबंधन का साथ छोड़ा और एक बार फिर से एनडीए के साथ आ गए. नई सरकार के गठन के बाद ही मार्च के महीने में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ. मंत्रिमंडल विस्तार में 21 नेताओं को मंत्री बनाया गया जिसमें बीजेपी, जेडीयू और हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) के कोटे से 30 चेहरों को शामिल किया गया. बिहार मंत्रिपरिषद की अधिकतम सीमा 36 है.ऐसे में अभी 6 और नए चेहरों की एंट्री होने की संभावना है.
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