मध्यप्रदेश के मिड डे मील में पानी वाली सब्जी देख आलू तलाशते रहे ऊर्जा मंत्री, खुल गई सरकार की पोल

अभिषेक शर्मा

20 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 20 2024 12:57 PM)

MP News: मध्यप्रदेश के मिड डे मील की हालत हद से ज्यादा खराब है. इसका खुलासा तब हो गया, जब ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एक शासकीय स्कूल में पहुंचे. यहां पानी से भरी सब्जी में वे आलू तलाशते रहे लेकिन नहीं मिले. फिर खुद पानी की सब्जी से रोटी खाई तब बुरे हालातों की जानकारी मंत्री को मिली.

Pradyuman Singh Tomar

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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मध्यप्रदेश के मिड डे मील की हालत हद से ज्यादा खराब है.

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इसका खुलासा तब हो गया, जब ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एक शासकीय स्कूल में पहुंचे.

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यहां पानी से भरी सब्जी में वे आलू तलाशते रहे लेकिन नहीं मिले.

MP News: मध्यप्रदेश के मिड डे मील की हालत हद से ज्यादा खराब है. इसका खुलासा तब हो गया, जब ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एक शासकीय स्कूल में पहुंचे. यहां पानी से भरी सब्जी में वे आलू तलाशते रहे लेकिन नहीं मिले. फिर खुद पानी की सब्जी से रोटी खाई तब बुरे हालातों की जानकारी मंत्री को मिली.

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काफी दिनों से इस तरह की शिकायतें मिल रही थीं कि स्कूलों में मिड डे मील की क्वालिटी खराब है. यह शिकायत उन इलाकों से भी आई जहां से मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर खुद विधायक चुनकर आते हैं. ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र से जहां से प्रद्युम्न सिंह तोमर चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं, वहां से भी इस तरह की शिकायतें आईं तो वे इसे जांचने के लिए एक सरकारी स्कूल में पहुंचे.

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने डीआरपी लाइन स्थित शासकीय स्कूल का दौरा किया. यहां बच्चे मिड डे मील खा रहे थे. वे बच्चों के बीच बैठ गए और जो भोजन बच्चों को परोसा जा रहा था, उसी भोजन को देने की मंत्री ने मांग की. जब मंत्री के सामने आलू की सब्जी की बाल्टी लाई गई तो वह यह देखकर हैरान रह गए कि उस आलू की सब्जी की बाल्टी में सिर्फ मसालों से भरा पानी ही था लेकिन आलू गायब थे. वे काफी देर तक बाल्टी को हिलाकर देखते रहे लेकिन उनको आलू नहीं मिले.

भोजन किया और लगा दिया जिला पंचायत सीईओ को फोन

इसके बाद ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने आधी रोटी उसी पानी वाली सब्जी से खाई. आधी रोटी खाना भी मंत्री के लिए मुसीबत हो गया. जिसके बाद उन्होंने सीधे जिला पंचायत सीईओ को फोन लगाया और उन्हें तुरंत मौके पर आने को कहा. ऊर्जा मंत्री ने जिला पंचायत सीईओ की फटकार लगाई कि उनकी देखरेख में जिस तरह का मिड डे मील स्कूलों में दिया जा रहा है. वह बेहद घटिया है और इसकी एक रिपोर्ट भी उनको देने के निर्देश दिए. इसके साथ ही तत्काल प्रभाव से पूरे मिड डे मील की जांच करने को अधिकारियों को बोला. कुल मिलाकर ऊर्जा मंत्री के इस औचक निरीक्षण में मध्यप्रदेश सरकार की पोल खुल गई कि किस तरह से घटिया मिड डे मील स्कूलों में बच्चों को परोसा जा रहा है.

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