चौथी बार राज्यसभा पहुंचेंगे अभिषेक मनुसिंघवी! जो AAP-कांग्रेस ना कर सकी वो करेंगे CM रेड्डी

रूपक प्रियदर्शी

08 Jul 2024 (अपडेटेड: Jul 8 2024 5:00 PM)

अभिषेक मनु सिंघवी तीन बार राज्यसभा के सांसद बन चुके हैं. चौथी बार जाने का मामला फंसा हुआ है. इस बार तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को जिम्मेदारी मिली है सिंघवी को राज्यसभा पहुंचाने का मिशन पूरा करने की. रेवंत रेड्डी ने ऐसा प्लान बनाया जिससे पक्का हो रहा है कि सिंघवी तेलंगाना से राज्यसभा पहुंचेंगे.

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Abhishek Manu Singhvi: कांग्रेस में वकीलों की कमी नहीं. एक से बढ़कर एक दिग्गज वकालत के रास्ते से राजनीति में आए और कांग्रेस में बड़ा कद पाए. ऐसे ही एक वकील है अभिषेक मनु सिंघवी. गांधी परिवार के मुकदमे और कांग्रेस के लीगल केस देखते हैं. कांग्रेस ही नहीं, अरविंद केजरीवाल औऱ उनकी पार्टी के बड़े केस भी सिंघवी लड़ रहे हैं. 

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चौथी बार राज्यसभा जाएंगे सिंघवी

अभिषेक मनु सिंघवी तीन बार राज्यसभा के सांसद बन चुके हैं. चौथी बार जाने का मामला फंसा हुआ है. हिमाचल कांग्रेस के 6 विधायकों की क्रॉस वोटिंग से अभिषेक सिंघवी राज्यसभा नहीं पहुंच पाए. कांग्रेस हाईकमान ने ठान ली है कि पार्टी और गांधी परिवार की वफादारी का इनाम देना है. अभिषेक मनु सिंघवी को राज्यसभा भेजने के लिए नई कोशिश शुरू हुई है. इस बार तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को जिम्मेदारी मिली है सिंघवी को राज्यसभा पहुंचाने का मिशन पूरा करने की. रेवंत रेड्डी ने ऐसा प्लान बनाया जिससे पक्का हो रहा है कि सिंघवी तेलंगाना से राज्यसभा पहुंचेंगे.

केशव राय की सीट पर जाएंगे राज्यसभा!

3 जून को केसीआर के बेहद करीबी नेता रहे केशव राव बीआरएस छोड़कर कांग्रेस में लौटे. केशव राव को 2020 में केसीआर ने राज्यसभा सांसद बनाया था. उनका कार्यकाल करीब 2 साल बचा हुआ था. वो चाहते तो 2026 तक सांसद बने रह सकते थे लेकिन उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन करने के लिए राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया. तेलंगाना से राज्यसभा की एक सीट खाली हो गई. 

कहा जा रहा है कि तेलंगाना से अभिषेक मनु सिंघवी को भिजवाने के लिए केशव राव से राज्यसभा सीट खाली कराई गई. अगर सिंघवी खाली सीट से चुनाव लड़ेंगे तो उनका जीतना पक्का है. सुनने में ये भी आ रहा है कि पार्टी चाहती थी कि फरवरी में राज्यसभा चुनाव जीतने वाले अनिल यादव इस्तीफा देकर सिंघवी के लिए सीट खाली करें. हालांकि तेलंगाना कांग्रेस के कई सीनियर नेता हनुंत राव, जीवन रेड्डी, जेना रेड्डी, गीता रेड्डी भी राज्यसभा के दावेदार माने जा रहे हैं. 

सीएम रेड्डी ने बनाया प्लान

रेवंत रेड्डी ने ऐसे गेम प्लान बनाया कि सब खुश भी हो गए और किसी का कोई नुकसान भी नहीं हुआ. सिंघवी के लिए राज्यसभा का रास्ता क्लियर हुआ. अनिल यादव की नई-नई संसद सदस्यता बची रह गई. केशव राव की कांग्रेस में दोबारा एंट्री हो गई. उन्हें तेलंगाना सरकार में सलाहकार बनाकर कैबिनेट रैंक दे दिया है. अगर सिंघवी केशव राव वाली सीट पर उम्मीदवार बने तो उनका कार्यकाल 2026 तक होगा.

सोनिया गांधी अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्हें पार्टी ने राज्यसभा में भेजा है. सोनिया गांधी को कांग्रेस शासित राज्यों हिमाचल, तेलंगाना, कर्नाटक से राज्यसभा चुनाव में उतारने का प्रस्ताव था. रेवंत रेड्डी ने सोनिया गांधी को तेलंगाना से लड़ने का ऑफर किया था लेकिन सोनिया गांधी के लिए राजस्थान की सीट सेफ मानी गई. वहीं से राज्यसभा पहुंची. तब तेलंगाना से रेणुका चौधरी, अनिल यादव जैसे स्थानीय नेताओं को राज्यसभा भेजा गया. 

राज्यसभा भेजने के लिए मचा था घमासान

कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी कई पार्टियों के चहेते हैं. आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस में भी उनका बढ़िया जनाधार है. उनकी राज्यसभा उम्मीदवारी को लेकर अब तक दो कांड हो चुके हैं. हिमाचल में उनकी उम्मीदवारी के विरोध में कांग्रेस में टूट हुई. कहा जाता है कि सिंघवी के चक्कर में आप में भी घमासान हुआ. केजरीवाल के घर स्वाति मालीवाल की पिटाई का विवाद इसी से जोड़ा जाता है. कहा जाता है कि सिंघवी को राज्यसभा सांसद बनवाने में केजरीवाल भी इंटरेस्टेड थे. स्वाति मालीवाल पर प्रेशर डाला जा रहा था कि वो सिंघवी के लिए राज्यसभा सीट खाली कर दें. स्वाति के ना करने का विवाद यहां तक पहुंचा कि केजरीवाल के घर पिटाई के आरोप में उनके पीए विभव कुमार जेल पहुंच गए.

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