RBI Data on Employment: रोजगार को लेकर सिटीबैंक की रिपोर्ट के बाद बीते दिन रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी एक डेटा जारी किया. RBI ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि, साल 2022-23 में 27 सेक्टर्स में रोजगार 3.31 फीसदी बढ़ा है. वैसे इससे पहले सिटीबैंक की रिपोर्ट आई थी जिसमें भारत में रोजगार सृजन को लेकर गंभीर चिंता जताई गई थी. इस रिपोर्ट को आधार बनाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा था. सिटीबैंक की रिपोर्ट पर मोदी सरकार ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि, सिटीग्रुप ने आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण(PFLS) और RBI KLEMS के डेटा का अध्ययन किए बिना ही रिपोर्ट तैयार किया है जो सही डेटा प्रदर्शित नहीं कर रहा.
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खड़गे ने मोदी सरकार को घेरा
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने इस रिपोर्ट को शेयर करते हुए लिखा कि, मोदी सरकार भले ही बेरोजगारी पर सिटीग्रुप जैसी स्वतंत्र आर्थिक रिपोर्टों का खंडन कर रही हो, लेकिन वह सरकारी आंकड़ों को कैसे नकारेगी! सच तो यह है कि पिछले 10 वर्षों में करोड़ों युवाओं के सपनों को चकनाचूर करने के लिए पूरी तरह से मोदी सरकार जिम्मेदार है!
सिटीबैंक ने भारत में रोजगार और उसके क्वालिटी पर उठाए थे गंभीर सवाल
पिछले हफ्ते आई सिटीबैंक की रिपोर्ट में कहा गया था कि, भारत में लगभग 7 फीसदी की वार्षिक वृद्धि से हर साल केवल 80 से 90 लाख जॉब पैदा होंगे जबकि भारत को लगभग 1.1 से 1.2 करोड़ नौकरियों की जरूरत है. विकास की गति तेज होने के बाद भी भारत अपने वर्कफोर्स के लिए जरूरी नौकरियां उपलब्ध नहीं करा पाएगा. इस रिपोर्ट में रोजगार की क्वालिटी को लेकर भी चिंता जताई गई थी. भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने 8 जुलाई यानी बीते दिन सिटीबैंक की रिपोर्ट की कमियों को उजागर किया था.
2023-24 में सृजित हुई 4.67 करोड़ नई नौकरियां: RBI
रिजर्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि, देश ने पिछले वित्तीय वर्ष में कुल 4.67 करोड़ नई नौकरियां जोड़ीं है. RBI के डेटा से पता चलता है कि, 2023-24 में रोजगार वृद्धि दर 6 फीसदी थी जबकि यह आंकड़ा 2022-23 में 3.2 फीसदी था. RBI ने अपनी वेबसाइट पर KLEMS डेटा उपलब्ध कराया हुआ है. RBI डेटा के अनुसार, 2022-23 में एग्रीकल्चर, ट्रेड और फाइनेंशियल सर्विसेज समेत 27 सेक्टर में काम कर रहे लोगों संख्या सालाना आधार पर 3.31 फीसदी बढ़कर 59.66 करोड़ हो गई है. इन 27 सेक्टर में रोजगार का आंकड़ा 57.75 करोड़ रहा.
यानी रोजगार को लेकर RBI का यह आंकड़ा सिटी बैंक के आंकड़े से भारत में ज्यादा रोजगार दिखा रहा है, जबकि सिटी बैंक ने अपनी रिपोर्ट में भारत में रोजगार सृजन को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की थी.
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