खबर क्या है?
AIADMK ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है. विपक्ष के INDIA अलायंस के बीच NDA से एक घटक दल का निकल जाना बीजेपी के लिए चिंता की वजह है. पिछले दिनों बीजेपी ने 38 दलों वाले NDA की ताकत दिखाने की कोशिश की थी. अब AIADMK इसका हिस्सा नहीं है. यह 2024 के चुनावों के लिए बीजेपी की संभावनाओं को झटका है.
ADVERTISEMENT
ऐसा क्यों हुआ और क्या होगा इसका असर?
– AIADMK तमिलनाडु BJP अध्यक्ष अन्नामलाई से नाराज थी. अन्नामलाई ने उदयनिधि स्टालिन के सनातन वाले बयान पर बोलते हुए अन्नादुराई पर टिप्पणी की थी, जिसका उल्टा असर हुआ. जयललिता को लेकर विवादित टिप्पणी करने और AIADMK को तोड़ने की कोशिश के भी आरोप थे.
– दक्षिण में NDA की ताकत कम हुई है. दक्षिण भारत के दूसरे राज्यों में भी बीजेपी की स्थिति मजबूत नहीं है.
– महाराष्ट्र में शिवसेना, पंजाब में अकाली और बिहार में JDU के बाद AIADMK का साथ छोड़ना 2024 से पहले NDA को और कमजोर कर रहा है.
– तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं. 2014 में AIADMK बीजेपी से अलग लड़ी और 37 सीटें जीती थी. बीजेपी को एक सीट मिली थी. 2019 में AIADMK और BJP साथ थीं, तो NDA को एक सीट मिली. BJP AIADMK के साथ मिल स्टालिन सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का फायदा उठाना चाहती थी पर गठबंधन ही टूट गया.
– अब NDA-बीजेपी को यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात जैसे राज्यों में 2019 के प्रदर्शन को बरकरार रखने का दबाव होगा.
ADVERTISEMENT