कांग्रेस रेड्डी को बनाएगी सीएम! कितनी जनता रेड्डी के साथ?

NewsTak

• 02:36 PM • 27 Oct 2023

संभावना जताई जा रही है कि सरकार में आने के बाद कांग्रेस उन्हें तेलंगाना का मुख्यमंत्री बना सकती है. रेवंथ को राहुल का करीबी भी माना जाता है.

तेलंगाना में कांग्रेस सरकार आने पर पार्टी रेवंथ रेड्डी को मुख्यमंत्री बना सकती है.

तेलंगाना में कांग्रेस सरकार आने पर पार्टी रेवंथ रेड्डी को मुख्यमंत्री बना सकती है.

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तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023ः तेलंगाना में इस बार बिल्कुल अलग चुनावी माहौल है. पिछले चुनावों के मुकाबले इस बार तेलंगाना में कांग्रेस को लेकर चर्चा तेज है. तमाम सर्वे भी कांग्रेस के ग्राफ को सबसे ऊपर दिखा रहे हैं. कांग्रेस के साथ-साथ पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष रेवंथ रेड्डी भी चर्चा में हैं. उनके आने से कांग्रेस में नई जान आई है. रेवंथ कोडंगल सीट से मैदान हैं. इसी सीट को लेकर लोकपोल का एक प्रोजक्शन सामने आया है, जिसमें रेवंथ रेड्डी कमाल करते हुए नजर आ रहे हैं.

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तेलंगाना के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं रेवंथ रेड्डी

लोकपोल के सर्वे के मुताबिक रेड्डी को करीब 59% लोगों का समर्थन मिल सकता है, दूसरे नंबर पर बीआरएस है, जिसे 37.30% वोट मिलने का अनुमान है. जबकि BJP 1.20% वोट के साथ तीसरे नंबर पर और 2.63% वोट अन्य को मिलते नजर आ रहे हैं.संभावना जताई जा रही है कि सरकार में आने के बाद कांग्रेस उन्हें तेलंगाना का मुख्यमंत्री बना सकती है. रेवंथ को राहुल का करीबी भी माना जाता है. हालांकि कांग्रेस ने अभी राज्य के चुनाव के लिए कोई सीएम कैंडिडेट घोषित नहीं किया है. रेवंथ रेड्डी ने जून 2021 में तेलंगाना कांग्रेस की कमान संभाली थी.


तेलंगाना विधानसभा में कांग्रेस के पास इस वक्त सिर्फ 5 विधायक हैं. कहा जा रहा है आने वाले दिनों में ये सभी भी सीएम पद की दावेदारी ठोकेंगे. हालांकि रेवंथ का ग्राफ इनसे आगे नजर आ रहा है.

2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने तेलंगाना में 19 सीटें जीती थी. जिसमें से 12 विधायक बगावत करके BRS में शामिल हो गए थे. एक बीजेपी में और एक लोकसभा चुनाव लड़कर सांसद बन गया. एबीपी न्यूज़ सी वोटर के सर्वे की बात करें तो ओपिनियन पोल के मुताबिक राज्य में कांग्रेस नंबर वन पार्टी बनकर उभर सकती है. तेलंगाना में कांग्रेस को 48 से 60 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं BRS के खाते में 43 से 55 सीटें जा सकती हैं. बीजेपी को 5 से 11 और अन्य के खाते में भी 5 से 11 सीटें जा सकती हैं.

वोट शेयर की बात करें तो कांग्रेस को कुल 39 फीसदी वोट मिल सकते हैं, जबकि BRS के खाते में 38 फीसदी वोट जाने का अनुमान है… इसके अलावा बीजेपी को 16 फीसदी और अन्य को 7 फीसदी वोट मिल सकते हैं.

एबीपी सी-वोटर और लोकपोल का है सर्वे

एबीपी सी-वोटर सर्वे 1 सितंबर से 8 अक्टूबर के बीच किया गया. इस ओपिनियन पोल में करीब 90 हजार लोगों से बात की गई. इससे पहले तेलंगाना को लेकर एक और सर्वे सामने आया था. ये सर्वे किया था लोकपोल ने. इस सर्वे में भी कांग्रेस बाजी पलटती हुई नजर आ रही है. लोकपोल के प्री पोल सर्वे के मुताबिक तेलंगाना में अगर आज चुनाव होते हैं तो 119 सीटों की विधानसभा में कांग्रेस 61 से 67 सीटें जीत सकती है. दूसरे नंबर पर केसीआर की पार्टी BRS यानी भारत राष्ट्र समिति के आने का अनुमान है. BRS को 45 से 51 सीटें मिल सकती हैं. इसके अलावा AIMIM को 6 से 8 और बीजेपी को 2 से 3 सीटें मिल सकती हैं. अन्य के खाते में शून्य से एक सीट जा सकती है.

लोकपोल का ये सर्वे 10 अगस्त से 30 सितंबर के बीच किया गया था. जिसका सैंपल साइज 60 हजार था. तेलंगाना में कुल 119 विधानसभा सीटें हैं और बहुमत के लिए 60 सीटों की जरूरत होती है. एक सर्वे में कांग्रेस बहुमत का आंकड़ा छूते हुए नजर आ रही है तो दूसरे सर्वे में कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से पार है.

कौन हैं रेवंथ रेड्डी

रेड्डी 1980 के दशक में अपने छात्र जीवन के दौरान एबीवीपी के सदस्य थे. 2003 में केसीआर की पार्टी TRS से जुड़कर उन्होंने सियासी सफर की असल शुरुआत की. TRS में चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिए जाने पर असंतुष्ट होकर उन्होंने 2005 में पार्टी छोड़ दी थी. 2008 में विधान परिषद का चुनाव जीता. 2008 में टीडीपी में शामिल हुए और कोडंगल से लगातार दो बार 2009 और 2014 में जीत हासिल कर विधायक बने. 2017 में उन्होंने टीडीपी छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनावों में कोडंगल के तेलंगाना का हिस्सा बनने के बाद इस सीट पर हार गए. हालांकि, रेवंथ रेड्डी ने 2019 में मल्काजगिरी से लोकसभा चुनाव जीत लिया.

क्या रहा था 2018 चुनावों का हाल

केसीआर की सत्ताधारी पार्टी बीआरएस ने सबसे ज्यादा 88 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. कांग्रेस 19 सीटें जीतकर दूसरे नंबर पर रही थी. ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 7 सीटें जीती थी. बीजेपी ने एक और तेलुगू देशम पार्टी ने 2 सीटें जीती थीं.

इस बार की सियासी रणनीति देखी जाए तो कांग्रेस लगातार अपनी प्रतिद्वन्द्वी BRS पर हमले कर रही है. ताकि सियासी रणभूमि में जीत का परचम लहराया जा सके. वहीं बीजेपी ने भी तेलंगाना में अबकी बार अच्छा खासा जोर लगाया है, पीएम मोदी रैली और रोड शो भी कर चुके हैं. तेलंगाना में 30 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा और नतीजे सभी राज्यों के साथ 3 दिसंबर को आएंगे.

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