NEET Paper Leak: आज जब संसद के सत्र की शुरुआत हुई तब पूरा विपक्ष एक योजना के साथ सदन में आया था. वैसे तो आज सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा होनी थी लेकिन विपक्ष के शोर-शराबे के बाद सदन को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया. विपक्ष सदन में NEET और पेपर लीक के मुद्दों पर चर्चा करने की बात कह रहा था जिसे स्पीकर ने अस्वीकार कर दिया. इन सब के बीच सरकार की तरफ से केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने एक महत्वपूर्ण बात कही है. उन्होंने कहा कि, सरकार मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम NEET पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन यह चर्चा परंपरा के अनुसार और शालीनता बनाए रखते हुए होनी चाहिए. इसके साथ ही शिक्षा मंत्री ने विपक्ष से छात्रों को भ्रमित न करने की अपील की.
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शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, 'सरकार हर तरह की चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन सब कुछ नियमों का पालन करते हुए और शालीनता बनाए रखते हुए होना चाहिए. राष्ट्रपति ने कल अपने अभिभाषण में परीक्षाओं के पेपर लीक के बारे में बात की थी और यह सरकार के इरादे को दर्शाता है कि हम किसी भी मुद्दे का सामना करने के लिए तैयार हैं.'
करेंगें कड़ी कार्रवाई, नहीं छोड़ेंगे किसी को: शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी देश के युवाओं और छात्रों के प्रति है. जब सरकार अपना पक्ष रखने के लिए तैयार है तो फिर किस बात की उलझन है? हम कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने जा रहे हैं और CBI हर किसी जो इसमें शामिल है को पकड़ने जा रही है. हम किसी को नहीं छोड़ेंगे.'
धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि, 'हम किसी को नहीं छोड़ने वाले हैं. NTA के प्रभारी लोगों को हटा दिया गया है और जिम्मेदारी सीनियर अधिकारियों को दे दी गई है. यह सब सरकार की प्रतिबद्धता का सबूत है. मैं विपक्ष से अपील करना चाहता हूं कि वे छात्रों को भ्रमित न करें.' उन्होंने कहा कि सुधारों के लिए एक विश्वसनीय उच्च-स्तरीय समिति भी बनाई गई है. जल्द ही, उन सभी परीक्षाओं (स्थगित या रद्द) की तिथियों की भी घोषणा कर दी जाएगी. उन्होंने कहा, 'मैं विपक्ष से चर्चा में शामिल होने का अनुरोध करता हूं.'
आखिर क्या है पूरा मामला ये जानिए
NEET UG 2024 का आयोजन 5 मई को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने किया था. इस परीक्षा में लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था. NEET यूजी का रिजल्ट 4 जून को जारी किया गया था जिसके बाद बिहार-झारखंड समेत कई राज्यों में अनियमितताओं और प्रश्नपत्र लीक के आरोप लगे. इसके बाद से पूरा बवाल शुरू हुआ. मामला सुप्रीम कोर्ट से लेकर CBI तक के पास है. विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है. उसी क्रम में INDIA ब्लॉक ने सहमति बनाकर संसद में इस मामले पर चर्चा की डिमांड की जिसे स्पीकर ने अस्वीकार कर दिया. फिर विपक्ष की तरफ से नारेबाजी की गई जिसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
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