अखिलेश की ही राह पर चले जयंत चौधरी! राजस्थान में इस चुनौती से कैसे पार पाएगी कांग्रेस

अभिषेक

• 09:48 AM • 23 Oct 2023

जयंत की RLD, INDIA अलायंस में कांग्रेस के साथ है. पार्टी ने राजस्थान में कांग्रेस के सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा है. पर जयंत को यह डर है कि कहीं उनके साथ भी वैसा ही न हो जाए जो मध्य प्रदेश में अखिलेश यादव की सपा के साथ हुआ.

Jayant Chaudhay Akhilesh Yadav Rajasthan Election 2023

Jayant Chaudhay Akhilesh Yadav Rajasthan Election 2023

follow google news

Rajasthan Election 2023: राजस्थान चुनाव में कांग्रेस ने उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी कर दी है. प्रदेश में टिकट बंटवारें को लेकर INDIA अलायंस के सहयोगी दल भी अपनी दावेदारी कर रहे हैं. इसमें जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल( RLD) भी शामिल है. पिछले दिनों मध्य प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव के बीच टकराव देखने को मिला था. अखिलेश यादव ने आरोप लगाए कि कांग्रेस वादा करने के बावजूद एमपी में गठबंधन से मुकर गई. अब डर है कि कहीं अखिलेश की तरह राजस्थान में कांग्रेस के लिए जयंत चौधरी भी पेच न फंसा दें.

यह भी पढ़ें...

फिलहाल जयंत की RLD, INDIA अलायंस में कांग्रेस के साथ है. पार्टी ने राजस्थान में कांग्रेस के सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा है. पर जयंत को यह डर है कि कहीं उनके साथ भी वैसा ही न हो जाए जो मध्य प्रदेश में अखिलेश यादव की सपा के साथ हुआ. एमपी चुनाव में अखिलेश यादव को कांग्रेस ने एक भी सीट नहीं दी है. नाराज होकर अखिलेश अब गठबंधन के अस्तित्व पर ही सवाल उठा रहे है. यही वजह है कि जयंत राजस्थान में प्रो-ऐक्टिव मूड में नजर आ रहे हैं. उन्होंने अपने सभी विधायकों को प्रचार में लगा दिया है, और कम से कम 6 सीटों पर दावेदारी पेश की है.

RLD का पिछले चुनाव में क्या रहा है प्रदर्शन और क्या है आगे की रणनीति

राजस्थान में 2018 के चुनावों में जयंत चौधरी ने भरतपुर और मालपुर, दो सीटों पर चुनाव लड़ा था. भरतपुर में RLD उम्मीदवार सुभाष गर्ग ने जीत दर्ज की थी और वो गहलोत कैबिनेट में मंत्री भी बने थे. वहीं पार्टी मालपुरा में चुनाव हार गयी थी. ऐसा माना जाता है कि राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों में करीब 40 सीटों पर जाट वोटों का प्रभाव है. जयंत की नज़र इन्हीं जाट बाहुल्य क्षेत्रों पर है. अब सवाल यह है कि क्या जयंत और कांग्रेस में बात बनेगी या वह भी अखिलेश वाली राह पकड़ेंगे?

    follow google newsfollow whatsapp