केजरीवाल को भी अंदाजा हो गया कि जाना पड़ सकता है जेल, बयानों से दे रहे ये कैसे संकेत?

राजू झा

• 03:01 PM • 01 Jan 2024

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार (31 दिसंबर 2023) को पार्टी की नेशनल एग्जिक्यूटिव और 12वीं नेशनल काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में ऑनलाइन माध्यम से देश भर में फैले पार्टी पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया.

Arvind Kejriwal

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Aam Aadmi Party National Meeting: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार (31 दिसंबर 2023) को पार्टी की नेशनल एग्जिक्यूटिव और 12वीं नेशनल काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में ऑनलाइन माध्यम से देश भर में फैले पार्टी पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया. बैठक में अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री संदीप पाठक भी मौजूद रहे.

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इस दौरान पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ”पिछले 12 साल में आम आदमी पार्टी को अभूतपूर्व सफलता मिली है. हमने वो काम करके दिखाया है, जो 75 साल में भी दूसरी पार्टियां नहीं कर पाईं. पिछले दो साल में पंजाब में किया गया ‘‘आप’’ सरकार का काम ये दिखाता है कि अगर पूर्ण राज्य में हमारी सरकार हो तो हम बहुत तेजी से काम कर सकते हैं. आम आदमी पार्टी इन 10 वर्षों में 1350 राजनीतिक दलों में तीसरे स्थान पर आ गई है.

इसके अलावा देश के लोग 5-10 और राजनीतिक दलों को जानते होंगे. हमने अपनी पार्टी बनाई. अगर हम भी उन 1350 राजनीतिक दलों की तरह सफल नहीं होते और कुछ अच्छा नहीं करते तो हमारी पार्टी का कोई नेता जेल नहीं जाता और आज सभी अपने घर-परिवार में खुश होते. हम लोगों ने जनता की भलाई के लिए जिन रास्तों को चुना है, उसमें जेल जाना ही पड़ेगा.”

इस दौरान अरविंद केजरीवाल INDIA गठबंधन पर भी बोले. उन्होंने कहा कि ”हम इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं, हमें जो भी सीटें मिलेंगी उसपर हम अच्छे से चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे.”

इंडिया गठबंधन को लेकर अरविंद केजरीवाल का यह बयान अहम माना जा रहा है, क्योंकि पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं के बीच मुंह जबानी जंग देखने को मिलती है. राज्य में कांग्रेस और आप के बीच सीट को लेकर प्रदेश कार्यकर्ताओं के बीच अनबन की खबरें सामने आती रहती है. आप-कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर लड़ाई में ये बात सामने आई कि कोई गठबंधन राज्य स्तर पर नहीं होगा. यही बात दिल्ली में भी राज्य स्तरीय सीट शेयरिंग को लेकर बात कही जा रही है. इस बीच केजरीवाल के बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पार्टी का संगठन बनाने के लिए सबको अपने-अपने राज्य में मेहनत करनी पड़ेगी.

दिल्ली शराब घोटाले में ईडी भेज चुकी है तीसरा नोटिसः

ईडी ने दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें 3 जनवरी को फिर से बुलाया है. ईडी ने केजरीवाल को पेश होने के लिए ये तीसरा नोटिस भेजा है. इससे पहले ईडी 19 दिसंबर को भी पेश होने के लिए केजरीवाल को नोटिस भेज चुकी है. ईडी के दूसरे नोटिस के दौरान केजरीवाल 10 दिनों के लिए विपश्यना केंद्र चले गए थे. शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने पहली बार केजरीवाल को 30 अक्टूबर को पहला समन भेजा था. तब भी केजरीवाल ईडी मुख्यालय नहीं गए थे. केजरीवाल ने लिखित जवाब भेजकर ईडी के समन पर सवाल उठाए थे और उसे राजनीति से प्रेरित बताया था.

बता दें कि इस मामले में ईडी पहले ही दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है.

केजरीवाल के पास क्या हैं कानूनी विकल्पः

ED के सामने पेश ना होने की वजह से अब ऐसे में सवाल उठता है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास अब क्या कानूनी विकल्प बचे हैं. जानकारों के अनुसार अरविंद केजरीवाल ED के समन के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल कर सकते हैं. साथ ही वो चाहें तो समन को रद्द करने की मांग भी कर सकते हैं. इतना ही नहीं अरविंद केजरीवाल चाहें तो सीधे सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर सकते हैं.

केजरीवाल नहीं हुए पेश तो ईडी के पास क्या हैं विकल्पः

ये तो हुई केजरीवाल के पास विकल्प की बात. लेकिन, केजरीवाल के पास विकल्प हैं तो ईडी के पास भी कई विकल्प हैं. जानकारों के अनुसार अगर कोई शख्स ईडी के सामने पेश होने से मना कर देता है तो ईडी उसे जायज वजह बताने को कह सकती है. अगर केजरीवाल तीसरी बार भी ईडी के सामने पेश नहीं होते हैं तो ED केजरीवाल के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने के लिए कोर्ट में अर्जी लगा सकती है. इसके बाद कोर्ट मामले की गंभीरता को समझते हुए उस शख्स के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर सकता है. गैर-जमानती वारंट जारी करने के बाद ED संबंधित शख्स को गिरफ्तार भी कर सकती है.

माएं अपने बच्चों को कहानी सुनाएंगी, ‘एक थी कांग्रेस’- पंजाब सीएम

वहीं नेशनल एग्जिक्यूटिव मीटिंग के एक दिन बाद यानी 1 जनवरी 2024 को मीडिया से बात करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब और दिल्ली में माँएं अपने बच्चों को दुनिया की सबसे छोटी कहानी सुना सकती है ‘एक थी कांग्रेस’. बता दें कि पंजाब में कांग्रेस आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने के मूड में नहीं हैं. इसी को लेकर सीएम मान ने तंज भरे लहजे में यह बयान दिया है.

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