VK Pandian Retires: ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक के करीबी माने जाने वाले वीके पांडियन ने राजनीति से संन्यास ले लिया है. उन्होंने वीडियो जारी करते हुए इस बात की घोषणा की है. पांडियन ने ओडिशा में बीजेडी की हार के बाद ये बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने बोला कि 'मैं सक्रिय राजनीति से संन्यास ले रहा हूं, अगर मैंने अपनी इस यात्रा में किसी को ठेस पहुंचाई तो मुझे माफ करना.'
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पांडियन के इस्तीफे के बाद ओडिशा की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. बता दें कि नवीन पटनायक ने विधानसभा चुनाव में हार को लेकर मीडिया से बात की थी. उन्होंने बीजेडी की हार को लेकर वीके पांडियन की आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया था.
पटनायक ने की थी पांडियन की तारीफ
पटनायक ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वीके पांडियन ने IAS पद से इस्तीफा देकर बीजू जनता दल ज्वाइन की थी और उन्होंने बिना किसी स्वार्थ काफी शानदार काम किया. उन्होंने पार्टी में कोई पद की मांग नहीं की. इसके अलावा उन्होंने कहीं से चुनाव भी नहीं लड़ा. IAS के रूप में उन्होंने 10 साल तक काफी अच्छा काम भी किया.
वीके पांडियन को नवीन पटनायक का उत्तराधिकारी बताया जाता रहा है. इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे उत्तारधिकारी नहीं हैं. इसका फैसला जनता को करने दें.
वीके पांडियन ने लिया संन्यास
बीजेडी नेता वीके पांडियन ने संन्यास को ऐलान करते हुए कहा कि 'अब मैं जानबूझकर खुद को सक्रिय राजनीति से अलग करने का फैसला करता हूं. अगर मैंने इस यात्रा में किसी को ठेस पहुंचाई है तो मुझे खेद है. अगर मेरे खिलाफ इस अभियान की कहानी में बीजेडी की भूमिका रही है तो मुझे खेद है'
कौन हैं वीके पांडियन?
29 मई 1974 को तमिलनाडु में जन्मे वी.के. पांडियन 2000 बैच के उड़ीसा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. पांडियन ने 2004 में धर्मगढ़ के डिप्टी कलेक्टर से अपने करियर की शुरूआत की थी. उसके बाद वह मयूरभंज और गंजम के कलेक्टर रहे. गंजम के कलेक्टर रहते हुए वह नवीन पटनायक के करीब आए. साल 2011 में वह मुख्यमंत्री कार्यलय में शामिल होने के बाद अक्टूबर 2023 में वीआएस लेने तक नवीन पटनायक के निजी सचिव के तौर पर कार्यरत रहे. पांडियन की पत्नी सुजाता कार्तिकेयन भी आईएएस हैं. हाल में वह मिशन शक्ति डिपार्टमेंट में कमिश्नर पद पर तैनात हैं.
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