Congress: 18वीं लोकसभा की पहला सत्र भारी विवादों में फंस गया है. संसद सत्र में नए सांसदों की शपथ के साथ-साथ राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा होनी थी. पहले विपक्ष के नेता के तौर पर राहुल गांधी के भाषण से हंगामा मचा. फिर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष के विरोध प्रदर्शन से नया विवाद खड़ा हो गया है. इस विवाद में सवालों और आरोपों के घेरे में फंस रहे हैं सत्ता पक्ष के सांसद, संसद टीवी और टीवी की एक महिला एंकर.
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संसद में वीडियोग्राफी पर है पाबंदी
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही संसद टीवी से दिखाई जाती है. संसद के अंदर किसी को वीडियोग्राफी करने या रिकॉर्डिंग करने की इजाजत नहीं होती. ऐसा करना संसद के नियमों के खिलाफ माना जाता है. सिर्फ संसद टीवी के पास प्रसारण के राइट्स होते हैं. ऐसा सिस्टम बना है कि संसद के अंदर अगर कोई सांसद या विपक्ष हंगामा या विरोध प्रदर्शन करता है तो उसे संसद टीवी पर दिखाया नहीं जाता. सदन में शांति होने तक कैमरा स्पीकर या किसी न्यूट्रल फ्रेम पर फिक्स हो जाता है.
18वीं लोकसभा में ऐसे ही विरोध-प्रदर्शन को भयंकर विवाद चल रहा है. मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष के शोरगुल को संसद टीवी ने तो नहीं दिखाया लेकिन सोशल मीडिया पर अलग-अलग एंगल से हंगामे के वीडियो शेयर हुए. ऐसे ही अनसेंसर्ड वीडियो में मोदी हंगामा कर रहे सांसदों को पानी पिलाते भी दिखे और राहुल गांधी विपक्षी सांसदों को हल्ला बोल के लिए इशारे करते भी. ये अनसेंसर्ड वीडियो सोशल मीडिया पर कहां से आए, किसने बिना इजाजत रिकॉर्डिंग करके सोशल मीडिया में शेयर किया, इसको लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से गंभीर शिकायत हुई है. शिकायत करने वाली हैं कांग्रेस की फर्स्ट टाइम महिला सांसद सुधा रामचंद्रन आर सुधा.
स्पीकर को चिट्ठी लिख कार्रवाई की मांग
डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक आर सुधा ने 5 जुलाई को स्पीकर को शिकायती चिट्ठी लिखी थी. सुधा ने सोशल मीडिया पर सर्कुलेट एक जुलाई की कार्यवाही के वीडियो का रेफरेंस दिया है जिसमें राहुल गांधी समेत कई विपक्षी सांसद विरोध प्रदर्शन करते हुए देखे जा रहे हैं. कांग्रेस सांसद आर सुधा ने सवाल उठाया है कि क्या सत्ता पक्ष के सांसदों ने बिना इजाजत वीडियोग्राफी की? या संसद टीवी से बिना इजाजत वीडियो लेकर सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए? आर सुधा ने शिकायत में एंकर नविका कुमार के सोशल मीडिया पोस्ट का खासकर जिक्र किया है.
सुधा ने आरोप लगाया है कि वीडियो रिकॉर्ड़िंग या संसद टीवी वीडियो लेकर सोशल मीडिया पर अपलोड करना संसद की अवमानना है. स्पीकर को याद दिलाया कि वीडियोग्राफी करने पर कब-कब कार्रवाई की गई. अभी ये साफ नहीं है कि स्पीकर ने सुधा की मांगों पर और शिकायतों पर क्या एक्शन लिया है. सुधा ने संसद की प्रिविलेज कमेटी या किसी और कमेटी से जांच कराने की मांग की है.
कौन हैं आर सुधा?
तमिलनाडु की मइलादुथुरई लोकसभा सीट से पहली बार चुनाव जीतकर सांसद बनी हैं आर सुधा. उन्होंने पहला चुनाव AIADMK उम्मीदवार को करीब पौने तीन लाख वोटों से हराकर जीता है. कांग्रेस-डीएमके में सीट बंटवारे के तहत सुधा गठबंधन की साझा उम्मीदवार बनी थी. इसी सीट से कभी मणिशंकर अय्यर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा करते थे.
कांग्रेस से राजनीतिक पारी शुरू करने वाली आर सुधा प्रोफेशन से एडवोकेट हैं. 2020 में तमिलनाडु में महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनाई गई थी. सुधा उन सांसदों में शामिल हुईं जिन्होंने राहुल गांधी की देखादेखी संविधान की लाल किताब हाथ में लेकर लोकसभा में सांसद की शपथ ली थी.
कैसे चर्चा में आईं?
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के समय से आर सुधा चर्चा में आई थी. राहुल गांधी की पहली भारत जोड़ो यात्रा की भारत यात्री थी सुधा. कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक उन्होंने राहुल गांधी के साथ पूरे समय तक पदयात्रा की थी.
सुधा को कांग्रेस टिकट किसी चमत्कार की तरह मिला था. उनका तो नाम भी टिकट के दावेदारों में नहीं था. मणिशंकर अय्यर, प्रोफेशनल कांग्रेस अध्यक्ष प्रवीण चक्रवर्ती, कृष्णागिरी के सांसद ए चेल्लाकुमार की दावेदारी को साइड में रखकर सुधा को टिकट दिया गया था.
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